CAA Reaction : कांग्रेस ने कहा- कानून लागू करना चुनावी स्टंटबाजी
मोदी सरकार ने कल नागरिकता संशोधन अधिनियम CAA को संसद में अधिसूचित कर दिया है। इसी के साथ सरकार ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में किए गए वादों की लिस्ट में से एक वादा पूरा कर दिया है। जानकारी के लिए बता दें कि मोदी सरकार लोक सभा चुनाव से पहले अपने मुख्य-मुख्य घोषणाओं को चुनाव की तारीखें घोषित होने से पहले पूरा करना चाहती है। जिससे जनता में जाने पर अपने द्वारा किए गए कामों को गिना सकें। लेकिन, इनसब के बाद सरकार के इस फैसले को लेकर कई बड़े नेताओं ने इसपर अपनी राय रखी है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर अपनी राय साझा करते हुए लिखा,” पीड़ित मानवता के कल्याणार्थ नागरिकता (संशोधन) CAA अधिनियम लागू करने का निर्णय ऐतिहासिक है। इससे पाकिस्तान, बांग्लादेश व अफगानिस्तान में मजहबी बर्बरता से पीड़ित अल्पसंख्यक समुदाय के सम्मानजनक जीवन का मार्ग प्रशस्त हुआ है। मनुष्यता को आह्लादित करने वाले इस मानवीय निर्णय हेतु आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी का आभार एवं माननीय गृहमंत्री श्री @AmitShah जी का धन्यवाद! इस अधिनियम के अंतर्गत भारत की नागरिकता प्राप्त करने जा रहे सभी भाइयों-बहनों का हार्दिक अभिनन्दन!”

वहीं देश के गृहमंत्री अमित शाह ने इस कानून के लागू होने पर सोशल मीडिया एक्स पर लिखा,” मोदी सरकार ने आज नागरिकता (संशोधन) नियम, 2024 को अधिसूचित कर दिया। ये नियम अब पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक आधार पर प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को हमारे देश में नागरिकता प्राप्त करने में सक्षम बनाएंगे। इस अधिसूचना के साथ प्रधान मंत्री श्री @नरेंद्रमोदी जी ने एक और प्रतिबद्धता पूरी की है और उन देशों में रहने वाले हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैनियों, पारसियों और ईसाइयों के लिए हमारे संविधान निर्माताओं के वादे को साकार किया है।”

CAA Reaction : विपक्ष ने जमकर घेरा मोदी सरकार को
वहीं इस कानून के विरोध में इंडिया गठबंधन और कांग्रेस के दिग्गज नेता जयराम रमेश ने भी अपनी राय साझा करते हुए सोशल मीडिया एक्स पर लिखा,” दिसंबर 2019 में संसद द्वारा पारित नागरिकता संशोधन अधिनियम CAA के नियमों को अधिसूचित करने में मोदी सरकार को चार साल और तीन महीने लग गए। प्रधानमंत्री दावा करते हैं कि उनकी सरकार बिल्कुल प्रोफेशनल ढंग से और समयबद्ध तरीक़े से काम करती है। CAA के नियमों को अधिसूचित करने में लिया गया इतना समय प्रधानमंत्री के सफ़ेद झूठ की एक और झलक है।
नियमों की अधिसूचना के लिए नौ बार एक्सटेंशन मांगने के बाद घोषणा करने के लिए जानबूझकर लोकसभा चुनाव से ठीक पहले का समय चुना गया है। ऐसा स्पष्ट रूप से चुनाव को ध्रुवीकृत करने के लिए किया गया है, विशेष रूप से असम और बंगाल में। यह इलेक्टोरल बांड घोटाले पर सुप्रीम कोर्ट की कड़ी फटकार और सख़्ती के बाद हेडलाइन को मैनेज करने का प्रयास भी प्रतीत होता है।
वहीं इस कानून पर अपनी राय व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश की पूर्व महिला मुख्यमंत्री सुश्री मायावती ने लिखा,” केन्द्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून CAA को, अब ठीक चुनाव से पहले लागू करने के बजाय, इसको लेकर लोगों में जो संदेह, असमंजस व आशंकाएं हैं उन्हें पूरी तरह से दूर करने के बाद ही इसेे लागू किया जाना ही बेहतर होता।

नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) की अधिसूचना सोमवार को जारी होने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पहली प्रतिक्रिया में केंद्र की भाजपा सरकार पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने इंटरनेट मीडिया एक्स पोस्ट किया…’ जब देश के 1, नागरिक रोजी-रोटी के लिए बाहर जाने पर मजबूर हैं तो दूसरों के लिए ‘में ‘नागरिकता कानून’ लाने से क्या होगा? कता जनता अब भटकावे की राजनीति का भाजपाई खेल समझ चुकी है। भाजपा सरकार ये बताए कि उनके 10 सालों के राज में लाखों नागरिक देश की नागरिकता छोड़ कर क्यों चले गये। चाहे कुछ हो जाए कल ‘इलेक्टोरल बांड’ का हिसाब तो देना ही पड़ेगा और फिर ‘केयर फ़ंड’ का भी।

CAA Reaction : सीएए का विरोध न करें बकर मुस्लिम : मौलाना शहाबुद्दीन
वहीं तमाम नेताओं की मिली-जुली प्रतिक्रिया के बाद इधर मुस्लिम धर्मगुरु का भी बयां आया। कानून को लेकर मौलाना शहाबुद्दीन ने मुस्लिम समाज को संबोधित करते हुए कहा.” नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) की अधिसूचना जारी होने पर आल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि सीएए से किसी का नुकसान नहीं है। मुस्लिम समुदाय इस अधिसूचना का विरोध नहीं, बल्कि स्वागत करें। कुछ लोग राजनीतिक, लाभ लेने के लिए इसका विरोध करेंगे, उकसाया भी जा सकता है इसलिए मुस्लिम सतर्क रहें। किसी के बहकावे में न आएं, यह कानून किसी की नागरिकता नहीं छीनता है।
खबरों से अपडेट रहने के लिए जुड़ें :-

Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।