राममंदिर को लेकर भाजपा ने एक सेवक की तरह खुद को दिखाया है।
लेकिन, अंदर ही अंदर भगवान राम के नाम का सहारा लेकर आज सत्ता की कुर्सी तक पार्टी पहुंच चुकी है। राममंदिर और राम सेवा का मुद्दा बनाकर पिछले कई वर्षों से सत्ता तक का रास्ता तय किया। यही कारण है कि पिछले दो लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत का जनादेश भी मिला। हालांकि, ये अलग बात है कि देश में अन्य राजनीति दल इस बात का फायदा नहीं ले पाई। न ही आज भी भारत की जनता की नब्ज समझ पाई हैं। लेकिन, बीजेपी ने इसे बखूबी समझा और इसपर काम भी किया।
अब इसी कड़ी में बीजेपी लोकसभा चुनाव से पहले पूरे देश में रहने वाले हिंदुओं को भगवान राम के दर्शन करवाने जा रही है। जिससे लगभग पूरा देश भगवामय और राममय हो जाएगा। हालांकि, यहां भी गौर करने वाली बात है कि बीजेपी अभी भी सेवक की ही भूमिका में रहने वाली है। जिस तरह बीजेपी राम नाम का सहारा सत्ता तक पहुंचने में ले रही है, उससे साफ है कि आने वाले समय में भगवा रंग और चटक और सुर्ख होने वाला है।
राममंदिर को बीजेपी बनाएगी सबसे बड़ा मुद्दा
दरअसल, बीते 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला के दर्शन की देशभर में होड़ मच गई। पूरे देश में राममंदिर निर्माण को लेकर एक नई बहस भी छिड़ गई। पूरा देश उमंग और उल्लास से भर गया। देश के कोने-कोने से रामभक्त रामलला के दर्शन को अयोध्या आना शुरू हो गए। राममंदिर में भक्तों का ऐसा जनसैलाब उमड़ा की खुद सीएम योगी को सामने आकर व्यवस्था देखनी पड़ी।

अयोध्या में भीड़ ज्यादा न बढ़े इसके लिए अगले आदेश तक बाहर से आने वाले भक्तों को रोकना पड़ गया। मिल रही जानकारी के अनुसार,
सरकार ने राममंदिर में रामलला के दर्शन के लिए 29 जनवरी से ही आस्था स्पेशल ट्रेनों का नियमित संचालन करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन उम्मीद से ज्यादा संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालुओं के दृष्टिगत व्यवस्थाएं प्रभावित न हों, इसलिए अब इनका नियमित संचालन पांच फरवरी से होगा।

बताते चलें कि देश में जितने भी बीजेपी शासित राज्य हैं उनके मुख्यमंत्रियों व उनके मंत्रिमंडल को भी राममंदिर रामलला के दर्शन को आना था। लेकिन, संभावना है कि इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जाएगा। अयोध्या राममंदिर में रामलला के दर्शन को पांच फरवरी से चलाई जा रही स्पेशल ट्रेनों का संचालन आगामी तीन मार्च तक कुल 311 ट्रेनें आएंगी। हालांकि, यह अभियान 24 मार्च तक चलेगा। बाद की तिथियों के लिए शीघ्र ट्रेनें तय होंगी। तीन मार्च तक प्रत्येक ट्रेन में 14 सौ से 15 सौ लोग अयोध्या आएंगे। प्रतिदिन आठ से 10 ट्रेन अयोध्या पहुंचेंगी।

जानकारी के लिए बता दें की बीजेपी केवल ट्रेन से ही नहीं सड़क मार्ग से भी रामभक्तों को अयोध्या लाने की तैयारी में है। जिसमें प्रत्येक लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रवार भी लोगों को दर्शन कराने के लिए चार पहिया वाहनों व बसों से अयोध्या लाने की योजना है। दर्शन के अलावा पूरे देश से भाजपा कार्यकर्ता यहां सेवा देने आएंगे, जिससे श्रद्धालुओं से आसानी से संवाद स्थापित किया जा सके।
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Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।