Dermatomyositis : सुहानी ने बबीता फोगाट के बचपन का किरदार निभाया था
दंगल मूवी में आमिर खान की बेटी का रोल करने वाली सुहानी भटनागर का 16 फरवरी को 19 वर्ष की आयु में निधन हो गया। ‘दंगल’ सुहानी की पहली फिल्म थी, जिन्होंने बॉलीवुड फिल्म “दंगल” में अपनी अद्भुत अभिनय के जरिए धाकड़ बहनों में से एक का रोल किया था। उनका अभिनय ने उन्हें तुरंत प्रसिद्धता और प्रशंसा दिलाई। सुहानी की मौत ने फिल्म उद्योग में आंदोलन और शोक की भावना को उत्पन्न किया, क्योंकि उनके योगदान ने लोगों के दिलों में विशेष स्थान प्राप्त किया था।
सुहानी भटनागर की मौत के पीछे डर्मेटोमायोसिटिस का होना एक चौंकाने वाला समाचार है। डर्मेटोमायोसिटिस एक ऐसी बीमारी है जो त्वचा और मांसपेशियों को प्रभावित करती है। यह एक ऑटोइम्यून स्थिति होती है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपने ही ऊपर हमला करती है। इससे त्वचा पर लालिमा, मांसपेशियों में दर्द और कमजोरी, साथ ही उदरबल की समस्याएं हो सकती हैं। डर्मेटोमायोसिटिस एक गंभीर रोग है, जिसका सही इलाज और प्रबंधन करना जरूरी होता है। यह विशेषकर महिलाओं में अधिक पाया जाता है, और यह विभिन्न उम्र में हो सकता है, इसलिए इसके लक्षणों को ध्यानपूर्वक समझना महत्वपूर्ण है।
Dermatomyositis : डर्मेटोमायोसिटिस क्या है
डर्मेटोमायोसिटिस एक ऐसा रोग है जो त्वचा अथवा मांसपेशियों को प्रभावित करता है। डर्मेटोमायोसिटिस किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन यह अधिकतर बच्चों और वयस्कों में देखा जाता है। इसका विस्तार बच्चों और युवा वयस्कों में होता है, लेकिन कुछ मामलों में यह बुजुर्गों में भी पाया जा सकता है।

Dermatomyositis : डर्मेटोमायोसिटिस के कारण
इस रोग के कारणों का पता लगाना कठिन हो सकता है, लेकिन सामान्यत: आत्म-रोग, जिसमें शरीर का खुद का प्रतिरक्षा प्रणाली अपने ही ऊपर हमला करती है, डर्मेटोमायोसिटिस के मुख्य कारण होते हैं। यह गैर-सामान्य रोग प्रणाली के विकास में असमर्थता के कारण हो सकता है।
Dermatomyositis : डर्मेटोमायोसाइटिस के लक्षण
डर्मेटोमायोसाइटिस (Dermatomyositis) एक गंभीर और आम रूप से लक्षणों के साथ जुड़ी एक ऑटोइम्यून रोग है जो आपके त्वचा, इसके साथ-साथ आपकी इसकी मांसपेशियों (muscles) को प्रभावित कर सकती है। इसके कुछ मुख्य लक्षण शामिल हैं:
1. त्वचा में उभार : त्वचा पर लाल और प्रदर्शक उभारें हो सकती हैं, विशेषकर सूरज के प्रकार पर खासतौर पर आंतरिक परिपथों के संकेत के रूप में.
2. मांसपेशियों का कमजोरी: मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी, और स्तंभन की कमी हो सकती है।

3. संधियों में दर्द: अक्सर जोड़ों में दर्द और सूजन का अनुभव हो सकता है।
4. आलस्य और कमजोरी: शारीरिक आलस्य और कमजोरी भी हो सकती है।
5. दाहिना-बायां असमानता: मांसपेशियों की कमजोरी आदि के कारण, आपका दाहिना और बायां हाथ या पैर में असमानता महसूस हो सकता है।

6. बालों का झड़ना: डर्मेटोमायोसाइटिस के रोगी के बालों का झड़ना भी हो सकता है।
7. अन्य लक्षण: बुखार, वजन कमी, सांस लेने में परेशानी, उल्टी, और पेट की समस्याएं भी हो सकती हैं।
यह सभी लक्षण अलग-अलग मात्राओं में प्रकट हो सकते हैं और रोगी की स्थिति पर निर्भर करते हैं। यदि आपको इन लक्षणों में से कुछ अनुभव हो रहे हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Dermatomyositis : डर्मेटोमायोसिटिस का उपचार
इस रोग का उपचार करने के लिए चिकित्सक को परामर्श लेना चाहिए। उपचार की प्रक्रिया कारगरता से रोग के लक्षणों को कम करने के लिए होती है। इसमें दवाओं का उपयोग, थेरेपी, और अन्य चिकित्सीय प्रक्रियाएं शामिल हो सकती हैं।
डर्मेटोमायोसिटिस एक गंभीर बीमारी हो सकती है, और जब यह संवेदनशील जगहों पर होती है, तो यह और भी चिंताजनक हो जाता है। सही उपचार और नियमित चिकित्सा जाँच से, लोग इस समस्या को प्रभावी ढंग से संभाल सकते हैं।
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Maheshwari Yadav
महेश्वरी यादव
आप वाराणसी की रहने वाली हैं। आप महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में पत्रकारिता की छात्रा हैं। आपको खबरें और कहानियां लिखने का शौक है। आप THE HIND MANCH में बतौर कॉपी राइटर के रूप में जुड़ी हैं।