Kisan Andolan : हरियाणा सरकार ने किसानों का कर्ज किया माफ़
जहां दिल्ली-शंभू बॉर्डर पर पंजाब और हरियाणा के किसान एमएसपी की मांग को लेकर Kisan Andolan कर रहे हैं। वहीं आज हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने बतौर वित्त मंत्री दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट आज पेश किया। सीएम खट्टर ने अपने वित्तीय बजट में हरियाणा के किसानो के लिए खुशखबरी सुनाई है। सीएम खट्टर ने बजट पेश करने के दौरान कहा कि मेरे लिए लगातार पांचवीं बार बजट पेश करना गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि यह बजट एक लाख 89 हजार करोड़ रुपए का है। जानकारी के लिए बता दें कि इस बार सीएम खट्टर ने किसी तरह का कोई टैक्स नहीं लगाया है। इस बार का बजट भी हरियाणा सरकार ने 11 प्रतिशत किया है।
जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा के सीएम खट्टर ने 5 लाख 47 हजार किसानों के कर्ज के ब्याज और पेनल्टी माफी की घोषणा की है। बजट पेश करने के दौरान मनोहर लाल ने कहा कि मैं किसान का बेटा हूं, दर्द समझता हूं। मैंने खुद हल चलाया है और खेती की है। हरियाणा में शहरी विकास के लिए एक हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्र के लिए 7,276.77 करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव किया गया है। युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के परिजनों के लिए दी जा रही 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि को बढ़ाकर 1 करोड़ रुपये किया जाएगा।
Kisan Andolan : दिल्ली-शंभू बॉर्डर पर किसानों का उग्र प्रदर्शन जारी
इसी कड़ी में जहां हरियाणा सरकार किसानों की कर्जमाफी का एलान कर रही थी। वहीं Kisan Andolan में शामिल किसान संगठनों तथा विभिन्न ट्रेड यूनियनों ने सरकार के पुतले जलाए। Kisan Andolan में शामिल किसानों ने संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर एसकेएम से जुड़े हुए किसान संगठनों तथा विभिन्न ट्रेड यूनियनों ने पंजाब और हरियाणा की खनौरी सीमा पर हरियाणा पुलिस की गोलीबारी में युवा किसान शुभकरण सिंह की हत्या के खिलाफ आज का दिन काले दिवस के रूप में मनाया।

इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा गृहमंत्री अनिल विज का पुतला राव तुलाराम चौक पर फूंका तथा उनके इस्तीफे की मांगा की। इससे पहले शहीद युवा किसान शुभकरण सिंह को एक मिनट मौन धारण करके श्रद्धांजलि दी गई। धरने की अध्यक्षता सूबेदार चरण सिंह माजरा, जयकरण मांडौठी तथा ममता कादियान ने संयुक्त रूप से की, संचालन सीटू नेता किरण बरहाणा ने किया।
मिली जानकारी के अनुसार, शंभू बॉर्डर पर Kisan Andolan के दौरान लगभग 30 पुलिस कर्मचारियों को चोटें आई व 1 पुलिस कर्मचारी का ब्रेन हैमरेज व 2 पुलिस कर्मचारियों की मृत्यु हो चुकी है। इस आंदोलन में कई किसान नेता सक्रिया भूमिका में है और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं। उनके अनुसार लगातार सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम इत्यादि के माध्यम से भड़काऊ व उकसाने वाले भाषण देकर प्रचार प्रसार किया जा रहा है।

प्रशासनिक अधिकारियों, सरकार के खिलाफ गलत शब्दों को भरपुर प्रयोग किया जा रहा है। अपराधिक गतिविधियों को रोकने व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 2 (3) राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 (एन०एस०ए० एक्ट) तहत किसान संगठनों के पदाधिकारियों को नजरबंद करने की कार्रवाई प्रशासन द्वारा अमल में लाई जा रही है ताकि आंदोलन के दौरान कानून व्यवस्था को कायम रखा जा सके व सामाजिक सौहार्द बिगड़ने न पाए।
दिल्ली बॉर्डर पर जमा किसानों का प्रदर्शन दिनोंदिन उग्र होता जा रहा है। जहां किसान अपने साथ ट्रैक्टर-ट्राली और भारी भरकम मशीनों के साथ बॉर्डर पर डटे हुए हैं। वहीं सरकार लगातार किसान संगठनों से वार्ता करने की कोशिश कर रही है। किसान आंदोलन से आसपास के रहने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं जब आज हरियाणा सरकार ने किसानों के कर्जमाफी की घोषणा की है। उम्मीद है कि किसानों का प्रदर्शन कुछ कम होगा और वो सरकार के साथ बातचीत करने को तैयार होंगे।
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Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।