Ram Mandir : राम मंदिर में नहीं रुक रहा है आस्था का जनसैलाब
अयोध्या में नव्य-भव्य Ram Mandir की चर्चा आज पूरी दुनिया में हो रही है। बीते 22 जनवरी को अयोध्या में नवनिर्मित Ram Mandir में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का दिव्य और भव्य आयोजन हुआ था। जिसमें पीएम मोदी, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, माननीय राज्यपाल समेत देश भर के गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए थे।
ऐसे में Ram Mandir प्राण प्रतिष्ठा को आज एक माह पूरे हो रहे हैं। जानकारी के लिए बता दें कि Ram Mandir में रामलला के दर्शन के लिए हर रोज भारी संख्या में श्रद्धालुओं की संख्या पहुंच रही है। ऐसे में इस एक महीने में जहां आस्था का ज्वार उमड़ा, वहीं राम मंदिर के लिए निधि समर्पण की वर्षा हुई। कई राज्यों की सरकारों ने रामलला के समक्ष आस्था निवेदित की तो हर तरफ से विशेष ट्रेनों का रामनगरी आने का क्रम जारी है।

बीते एक माह पर दृष्टि डालें तो अब तक 62 लाख लोगों ने रामलला का दर्शन किया और श्रद्धालुओं ने 50 करोड़ की राशि समर्पित की। इसको मिला लें तो मंदिर निर्माण से दर्शन तक कुल पांच हजार करोड़ की राशि रामलला को अर्पित की जा चुकी है। जानकारी के लिए बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद यानि अगले दिन से ही अयोध्या में जो आस्था का जनसैलाब उमड़ा, वो आज तक अनवरत जारी है।
Ram Mandir : आने वाले समय में बढ़ सकता है आंकड़ा
24 जनवरी को यह संख्या तीन लाख से ऊपर रिकार्ड की गई और श्रद्धालुओं के प्रवाह के आगे व्यवस्था के प्रबंध सीमित सिद्ध हुए। इसके बाद से रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से लेकर शासन- प्रशासन के स्तर पर श्रद्धालुओं की सहेज-संभाल के नित्य अतिरिक्त प्रबंध होते हैं, किंतु इन प्रबंधों पर श्रद्धालुओं की संख्या बीस बैठ रही है। एक दो दिन संख्या डेढ़ लाख तक आंकी जाती, तो अगले दिन मंगलवार, शनिवार, रविवार, पूर्णमासी, त्रयोदशी, अमावस्या अथवा बसंत पंचमी जैसे उत्सव के योग में यह संख्या पुनः चार लाख तक जा पहुंचती है।

अति विशिष्ट श्रद्धालुओं के आगमन का सिलसिला भी आगे बढ़ा है। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन तो 18 दिन के अंदर ही दूसरी बार रामनगरी आ पहुंचे। वह आए तो थे, आभूषणें के एक शो रूम का उद्घाटन करने, किंतु रामलला को शिरोधार्य करना उनकी प्राथमिकता में था। सांसद हेमामालिनी भी माह भर के भीतर दूसरी बार रामलला के सम्मुख नतमस्तक हुईं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए तो अयोध्या दूसरे घर और दूसरी राजधानी की ही तरह है। वह प्राण प्रतिष्ठा के 20 दिन की अवधि में ही तीन बार रामलला का दर्शन कर चुके हैं।
Ram Mandir : काशी में आए थे 70 लाख
वहीं जहां अयोध्या में श्रद्धालुओं का तांता लगा है, लेकिन तुलनात्मक रूप से काशी विश्वनाथ कारिडोर के लोकार्पण के एक माह से कम है। वहां 13 दिसंबर 2021 से 12 जनवरी 2022 तक 70 लाख लोगों ने भगवान शिव की अर्चना की थी। दरअसल, इस समय सनातन धर्म में आस्था रखने वालों के लिए काशी, मथुरा, अयोध्या आस्था का एक त्रिकोण बन चुके हैं।
अब हर आयु वर्ग के लोग इन तीनों जगहों पर दर्शन-पूजन करने के लिए पहुंच रहे हैं। बड़े भी अपने बच्चों को धर्म-संस्कृति से जोड़ने के लिए उन्हें इन तीनों जगहों पर ले जाने में तत्परता दिखा रहे हैं। पतित पावनी मां गंगा के किनारे बसे होने के कारण काशी में श्रद्धालुओं का तांता कॉरिडोर बनने के बाद बढ़ी है, वहीं अब नव निर्मित राममंदिर में भी श्रद्धालु अपने आराध्य रामलला के बालस्वरूप के दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से आ रहे हैं।
वहीं सरकार की तरफ से भी कोशिश हो रही है कि धार्मिक स्थलों पर जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा का खास ख्याल रखा जाए। इसीलिए सरकार भी नए-नए उपक्रम कर रही है।
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Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।