Gyanvapi: पहली बार रिकॉर्ड तोड़ पहुंचे नमाजी
ज्ञानवापी में व्यासजी तहखाने की पूजा को लेकर जिला अदालत ने आदेश दिया था। जिसे लेकर वाराणसी के डीएम समेत प्रशासन के आला अफसरों ने आदेश का पालन कराते हुए, वहां पूजा, राग-भोग की व्यवस्था करवाई थी। लेकिन, कल जुमे की नमाज के दिन ऐसा पहली बार हुआ, जब Gyanvapi में नमाज पढ़ने के लिए रेकॉर्ड तोड़ नमाजी पहुंचे थे। बताते चलें कि शुक्रवार को Gyanvapi परिसर में नमाजियों की संख्या लगभग 2000 के पार पहुंच गई थी। हालात यहां तक पहुंच गए कि प्रशासन को खुद आकर नमाजियों से अपील करनी पड़ी की, मस्जिद में जगह नहीं है। इसीलिए, वे किसी और मस्जिद में जाकर नमाज पढ़े।
दरअसल, व्यासजी के तहखाने में पूजा- पाठ शुरू होने के विरोध में अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी की अपील पर शुक्रवार को Gyanvapi में नमाज पढ़ने आए थे। जिस के कारण मस्जिद में पैर रखने भर की जगह नहीं बची थी। शाम होते-होते ज्ञानवापी के ही निकट दालमंडी में नारेबाजी करके माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई, लेकिन पुलिस के चौकसी के कारण उन्हें वहां से खदेड़ दिया गया।
Gyanvapi में रिकॉर्ड तोड़ पहुंचे नमाजी
इस दौरान दिनभर मुस्लिम इलाकों की दुकानें,कारखाने, करघे और लूम बंद रहे। जानकारी के लिए बता दें कि यह पहला मौका है जब ज्ञानवापी परिसर में इतनी भारी संख्या में नमाजी नमाज पढ़ने पहुंचे थे। इससे पहले वर्ष 2018 में ज्ञानवापी रेड जोन में वक्फ बोर्ड की दीवार तोड़े जाने का आरोप लगने के बाद विरोध में 2100 लोग नमाज पढ़ने पहुंचे थे। वहीं दोबारा चार साल बाद वर्ष 2022 में ज्ञानवापी अधिवक्ता आयुक्त के सर्वे की करवाई के दौरान 2000 के करीब नमाजी पहुंचे थे।

इसीलिए,बीते कल यानी शुक्रवार को वाराणसी में प्रशासन पूरे हाई अलर्ट पर था। जहां जमीन पर पुलिस प्रशासन मुस्तैद था, वहीं सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म वाट्सएप, फ़ेसबुक, यूट्यूब पर भी नजर रखी जा रही थी। जिससे कोई अनहोनी घटना न होने पाए। सुरक्षा के मद्देनजर सुबह से ही पुलिस, पीएसी, पैरा मिलिट्री फ़ोर्स के जवानों ने पैदल गश्त शुरू कर दी। गदौलिया से चौक थाना मार्ग और मणिकर्णिका प्रवेश द्वार पर बैरिकेडिंग लगाई गई थी।

सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने ज्ञानवापी के बाहर विश्वनाथ धाम के गेट नंबर 4 से लेकर चारों तरफ डेढ़ से 2 किलोमीटर के दायरे में सड़क गलियों और वाहनों की छत पर फोर्स तैनात कर दी थी। जिससे किसी भी अनहोनी घटना से बचा जा सके।

वहीं शहर के मुफ्ती अब्दुल बातिन नोमानी ने नमाजियों से कहा कि वह मोमिन बनें। अल्लाह को राजी करें, आज अल्लाह ताला हमसे नाराज है। उसे राजी करने की जरूरत है ,लिहाजा पांच वक्त की नमाज कायम करें। मस्जिदों को आबाद करने की जरूरत है। जब तक मोमिन नहीं बनेंगे, तब तक अल्लाह की नाराजगी दूर नहीं होगी। केवल नाम के मुसलमान न रहिए, मोमिन बनने की कोशिश करिए। इसी में पूरे कौम की भलाई है।
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Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।