Sudarshan Setu : पीएम मोदी ने देश के सबसे लंबे सेतु का किया उद्घाटन
पीएम मोदी ने गुजरात के द्वारका जिले में बेट द्वारका द्वीप को ओखा से जोड़ने वाले अरब सागर पर देश के सबसे 2.32 किलोमीटर लंबे केबल-आधारित ‘Sudarshan Setu’ का उद्घाटन किया। मोदी ने ‘Sudarshan Setu’ के बारे में कहा कि उन्होंने छह साल पहले इस पुल की आधारशिला रखी थी और आज इसका उद्घाटन किया।
उन्होंने कहा-‘यह मोदी की गारंटी है।’ इससे पूर्व मोदी ने अपने दिन की शुरुआत बेट द्वारका में भगवान श्री कृष्ण मंदिर में पूजा-अर्चना करके की। चार लेन का ये केबल ब्रिज अद्वितीय डिजाइन वाला है। जानकारी के लिए बता दें कि जिस Sudarshan Setu का उद्घाटन पीएम मोदी ने किया है। वो गुजरात और गुजरात से बाहर से आने वाले पर्यटकों को द्वारिका के दर्शन के लिए सुलभ हो जाएगा।

इसके दोनों तरफ श्रीमद्भगवद गीता के श्लोकों और भगवान कृष्ण की छवियों से सजा हुआ ढाई मीटर चौड़ा फुटपाथ है। इस पुल के निर्माण पर 979 करोड़ रुपये की लागत आई है। बेट द्वारका ओखा बंदरगाह के पास एक द्वीप है जोकि द्वारका शहर से लगभग 30 किमी दूर है, यहां भगवान कृष्ण का प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर स्थित है। पहले इस मंदिर तक केवल नाव से ही पहुंचा जा सकता था। इस पुल के निर्माण से श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों का बड़ी सुविधा होगी।
Sudarshan Setu : जानिए देश के सबसे लंबे सेतु के बारे में
- Sudarshan Setu भारत का सबसे लंबा केबल-आधारित पुल है, जिसमें फुटपाथ के ऊपरी हिस्सों पर सौर पैनल लगाए गए हैं, जो एक मेगावाट बिजली पैदा करते हैं।
- चार लेन वाले पुल के दोनों तरफ 2.50 मीटर चौड़े फुटपाथ हैं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर 2017 में पुल की नींव रखी थी।
- Sudarshan Setu को ₹978 करोड़ की लागत से बनाया गया था।
- Sudarshan Setu में भगवद गीता के श्लोकों और दोनों तरफ भगवान कृष्ण की छवियों से सजा हुआ एक फुटपाथ है।
- ओखा-बेत द्वारका सिग्नेचर ब्रिज के निर्माण से पहले, तीर्थयात्रियों को बेत, द्वारका में द्वारकाधीश मंदिर तक पहुंचने के लिए नाव परिवहन पर निर्भर रहना पड़ता था।
- ओखा-बेट द्वारका सिग्नेचर ब्रिज भी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कांग्रेस पार्टी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि ,” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस ‘गरुड़’ पर हमला करते हुए कहा कि जिससे सभी घोटालों को खत्म करने की हमारी सरकार की प्रतिबद्धता के परिणामस्वरूप देश की प्रगति हुई है और और बेट द्वारका और ओखा को जोड़ने वाले सबसे लंबे केबल- स्टे ब्रिज जैसे भव्य बुनियादी ढांचे का निर्माण हुआ।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में हमारी सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना दिया। परिणामस्वरूप हर जगह ऐसे बड़े निर्माण हो रहे हैं, जो नए भारत की नई तस्वीर बना रहे हैं। उन्होंने मुंबई में समुद्र में अटल सेतु, जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर रेलवे पुल, तमिलनाडु में निर्माणाधीन वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज जैसी बड़ी परियोजनाओं के उदाहरण दिए।
स्कूबा डाइविंग को मोदी ने बताया दिव्य अनुभूति
प्रधानमंत्री मोदी ने अरब सागर में पंचकुई बीच पर स्कूबा डाइविंग का आनंद लिया और कहा कि गहरे समुद्र में जाकर प्राचीन द्वारकाजी के दर्शन करना एक अत्यंत दिव्य अनुभव रहा। स्कूबा डाइविंग बेट द्वारका द्वीप के पास द्वारका के तट पर कराई जाती है, जहां लोग पुरातत्वविदों द्वारा खोद कर निकाली गई समुद्र में समाई प्राचीन द्वारका के मौजूद अवशेषों को देख सकते हैं।

स्कूबा डाइविंग करने के बाद एक्स पर एक पोस्ट में पीएम ने लिखा- ‘आज गहरे समुद्र में दिव्य और भव्य द्वारका जी के दर्शन की अनुभूति अविस्मरणीय बन गई है। मुझे आध्यात्मिक भव्यता और कालातीत भक्ति के एक प्राचीन युग से जुड़ाव महसूस हुआ। भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे।’ उन्होंने पानी में स्कूबा डाइविंग करते हुए कुछ तस्वीरें भी साझा कीं।
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Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।