UP Police Bharti Exam : यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में सीएम योगी का बड़ा फैसला
UP Police Bharti Exam का पेपर लीक होने के मामले में राज्य सरकार ने पुलिस भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष डीजी रेणुका मिश्रा उनके पद से हटा दिया गया है। अभी फिलहाल रेणुका मिश्रा को वेटिंग में रखा गया है यानी अभी उन्हें किसी विभाग में तैनात नहीं किया गया है। जानकारी के लिए बता दें कि उन्हें UP Police Bharti Exam परीक्षा के प्रश्न पत्र छापने के लिए गलत प्रिंटिंग प्रेस एजेंसी का चयन, एफआईआर दर्ज करने में देरी और रिपोर्ट देने में देरी करने की वजह से उन्हें इस पद से हटाया गया है।
अब रेणुका मिश्रा की जगह डीजी विजिलेंस राजीव कृष्णा पर राज्य सरकार ने भरोसा जताया है। और, उन्हें UP Police Bharti Exam बोर्ड का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। हालांकि, राजीव कृष्णा को UP Police Bharti Exam बोर्ड का अध्यक्ष बनाकर योगी सरकार ने न सिर्फ उनपर भरोसा जताया है बल्कि उन्हें इसका अतिरिक्त कार्यभार भी सौंपा है।

ऐसी जानकारी मिली है कि UP Police Bharti Exam के प्रश्न पत्र प्रिंटिंग प्रेस से ही लीक हुए हैं, जिनके सबूत पेपर लीक मामले की जांच कर रही एसटीएफ को मिले हैं। अब मिले सबूतों के आधार पर एसटीएफ जल्द ही पेपर प्रिंट करने वाली एजेंसी पर एफआईआर कराने वाली है।
मिली जानकारी के अनुसार, UP Police Bharti Exam पेपर लीक मामले में कई अन्य जिलों में एफआईआर कराई जा सकती है। एसटीएफ की टीमें पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर छापने वाली प्रिंटिंग प्रेस एजेंसी के संचालकों, कर्मचारियों, सुरक्षाकर्मियों आदि के बारे में काफी ठोस जांच पड़ताल करने में जुटी है। गहनता से पड़ताल करने में जुटी हैं।
UP Police Bharti Exam पेपर लीक मामले में कार्रवाई करते हुए यूपी एसटीएफ ने गत दो मार्च को दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ को इनके पास से प्रवेश पत्र व अन्य अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं। मामले में विभूतिखण्ड थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। गिरफ्तार किए गए अरोपियों में प्रयागराज का अजय सिंह और सोनू सिंह यादव शामिल हैं।

UP Police Bharti Exam में प्रदेश के करीब 50 लाख युवाओं ने भाग लिया था। परीक्षा का आयोजन दो पालियों में किया गया था। पेपर लीक के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया था और छह महीने के अंदर दोबारा परीक्षा कराने का एलान किया गया था। वहीं एक मार्च को एसटीएफ ने लोनी के पुश्ता पुलिस चौकी के पास से एक और आरोपी कपिल तोमर निवासी ग्राम बेगमाबाद गढ़ी बागपत को गिरफ्तार किया था।
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UP Police Bharti Exam : पेपर लीक मामले में एफआईआर
UP Police Bharti Exam के लिए 18 फरवरी को आयोजित परीक्षा के दौरान कृष्णानगर स्थित एक स्कूल में परीक्षार्थी सत्य अमन कुमार के पास मिली सवालों के जवाब की पर्ची से पेपर लीक होने की आशंका जताई थी। एफआईआर दर्ज कराने वाले इंस्पेक्टर ने भी तहरीर में सुनियोजित तरीके से पेपर लीक होने की बात लिखी। वहीं, परीक्षार्थी को सवालों के जवाब व्हाट्सएप पर भेजने वाले आरोपी नीरज को अब तक पुलिस नहीं पकड़ा है। आरोपी नीरज को प्रश्नों की जानकारी कहां से मिले, यह अहम सवाल अभी तक अनसुलझा है।

पूछताछ में पता चला था कि सॉल्व पेपर उसे परीक्षा केंद्र के बाहर फोन पर मिला था। पुलिस रवि को मुकदमा दर्ज करने के बाद जेल भेज चुकी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सॉल्व कॉपी का राज खोलने के लिए अब अभ्यर्थी के मोबाइल से डिलीट किए गए डाटा की रिकवरी की जा रही है। अभी भी पुलिस मामले की जांच कर रही है। इतनी बड़ी परीक्षा में चूक कहां हुई है, इसके लिए सीएम योगी ने यूपी एसटीएफ को जांच के कड़े निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने कहा है कि जांच में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।