>
Varanasi Ropeway Projectजुलाई में रोपवे का ट्रायल रन होने की उम्मीद

Varanasi Ropeway Project : वाराणसी बनी देश की पहली अर्बन रोपवे सिटी

धर्म नगरी के साथ-साथ वाराणसी पर्यटन नगरी भी है। वाराणसी को भगवन शिव की नगरी भी कहा जाता है। वाराणसी में 12 में से एक श्री काशी विश्वनाथ का मंदिर भी है। जिसके दर्शन के लिए देश ही नहीं कोने-कोने से भक्त भोलेनाथ के दर्शन के लिए आते हैं। मां गंगा के तट पर बसी होने के कारण यहां गंगा किनारे घाट घाट भी हैं। जिन्हें देखने के लिए भी काफी पर्यटक वाराणसी आते हैं।

मंदिरों के अलावा भी यहां घूमने के लिए कई सारी जगहें हैं। इसके अतिरिक्त पिछले दस वर्षों से देश के पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी के सांसद भी हैं। ऐसे में यहां विकास की एक अलग ही परिभाषा लिखी जा रही है। पिछले कुछ वर्षों में जहां शहर का भूगोल बदला है। वहीं काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर, गंगा किनारे नए घाटों का निर्माण, भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ का भी कायापलट हुआ है। ऐसे में निश्चित तौर पर पर्यटकों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है।

Varanasi Ropeway Project :  बाहरी पर्यटक आसानी से पहुंच सकेंगे विश्वनाथ मंदिर

ऐसे में बाहर से आने वाले पर्यटकों की संख्या और उनकी सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए वाराणसी में सुगम यातायात के लिए कई सेवाएं शुरू की गई है। जिनमें प्रमुख रूप से कई ई-बसों का संचालन किया जा रहा है। अब इसी कड़ी में वाराणासी के कैंट रेलवे स्टेशन से लेकर गदौलिया ( जो काशी विश्वनाथ मंदिर के नजदीक है) तक Varanasi Ropeway Project का निर्माण किया जा रहा है।

Varanasi Ropeway Project
वाराणसी में जल्द होगा रोपवे का संचालन

जो कैंट उतरने वाले पर्यटकों को आसानी से मंदिर और घाटों तक ले जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि वाराणसी देश का ऐसा पहला शहर बन गया है जहां पहली बार अर्बन Varanasi Ropeway Project की शुरुआत होने जा रही है। पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट होने के कारण इसे काफी तेजी के साथ इसपर काम किया जा रहा है। आइए जानते हैं की इस Varanasi Ropeway Project का कार्य कहां तक पहुंचा है:

दरअसल, देश के पहले अर्बन पब्लिक ट्रांसपोर्ट Varanasi Ropeway Project के पहले चरण का ट्रायल रन जुलाई तक हो सकता है। नेशनल हाईवे लाजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड कुछ इसी रणनीति से प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने का काम कर रहा। फिलहाल गंगा के किनारे दशाश्वमेध घाट पर मोनोकेबल डेटाचेबल गोंडोला को रखा गया है, रोपवे पर इंस्टालेशन होने तक यह गोंडोला सेल्फी प्वाइंट के रूप में जनता के लिए उपलब्ध रहेगा। अब तक दो गोंडोला की आमद हो चुकी है, इस तरह चरणबद्ध तरीके से कुल 146 गोंडोला और आएंगे। अप्रैल में रोपवे की सामग्री भी आएगी।

Varanasi Ropeway Project
वाराणसी में जल्द होगा रोपवे का संचालन

जानकारी के लिए बता दें कि रविवार को एनएचएलएल के सीईओ प्रकाश गौर ने परियोजना की वस्तुस्थिति देखी। उन्होंने तय समय पर प्रोजेक्ट को पूर्ण करने के लिए कहा है। प्लेटफार्म स्तर का कार्य हो चुका है। परियोजना पर अब तक करीब 80 करोड़ खर्च हो चुके हैं, इस माह 200 करोड़ रुपये और मिलेंगे। लोकसभा चुनाव के बाद मई में वर्कशाप आयोजित किया जाएगा, इसमें रोपवे संचालन के तकनीकी पक्ष से विशेषज्ञ अवगत कराएंगे। पिछले दिनों पांच रोपवे स्टेशन की डिजाइन फाइनल हुई थी।

बाहरी परिक्षेत्र में शिव और काशी की झलक दिखाई पड़ेगी। उद्देश्य है कि अगर कोई पर्यटक रोपवे स्टेशन पहुंचता है तो आकृतियों के जरिए वह काशी की पुरातन संस्कृति के बारे में जानकारी ले सकेगा। रथयात्रा स्टेशन को एल आकार में बनाएंगे, क्योंकि यहां पर रूट में घुमाव है।

Varanasi Ropeway Project की कुल दूरी 3.85 किलोमीटर होगी, जो करीब 16 मिनट में तय की जा सकेगी। 35 से 45 मीटर की ऊंचाई से ट्राली कार चलेगी। इस योजना की लागत 807 करोड़ निर्धारित है। किराया निर्धारण किया जा रहा है। कोशिश हो रही है कि जनता जितना किराया आटो से रिक्शा पर देती है, उतना या उससे कम किराया रोपवे के इस्तेमाल पर देना पड़े।

Varanasi Ropeway Project सुरक्षा के हर पहलू पर ध्यान दिया जाएगा- प्रबंधक

प्रबंधक पूजा मिश्रा ने बताया कि विद्यापीठ और रथयात्रा स्टेशन का निरीक्षण हुआ है। प्लेटफार्म स्तर तक कार्य हो चुका है, अब यहां रोपवे उपकरण रखेंगे। गोंडोला को दशाश्वमेध घाट पर सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए रखा गया है। ट्रायल रन से पहले सुरक्षा के हर पहलू पर ध्यान दिया जाएगा। पाइलिंग और फाउंडेशन कार्य के लिए 11 रिंग मशीनों का उपयोग हो रहा है। शहर के कई स्थानों पर आबादी अधिक है इसलिए मशीन के उपयोग में कठिनाई हो रही है।

खबरों से अपडेट रहने के लिए जुड़ें :-


WhatsApp Group

Join Now

Telegram Group

Join Now

 

Rajesh Mishra
Writer at Hind Manch

राजेश मिश्रा

आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।

आप  THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।

By Rajesh Mishra

राजेश मिश्रा

आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं। आप  THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »
error: Content is protected !!
  • Facebook
  • X (Twitter)
  • LinkedIn
  • More Networks
Copy link