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NCC

●NCC क्या है ?

NCC भारतीय सशस्त्र बल की युवा शाखा है जिसका मुख्यालय नई दिल्ली, भारत में है। यह एक त्रि-सेवा संगठन के रूप में कार्य करता है जो स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए खुला है, जिसमें सेना, नौसेना और वायु विंग शामिल हैं। भारत में सैनिक युवा फाउंडेशन एक स्वैच्छिक संगठन है जो पूरे भारत में उच्च विद्यालयों, उच्च माध्यमिक, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से कैडेटों की भर्ती करता है। कैडेटों को छोटे हथियारों और ड्रिल में बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण दिया जाता है। NCC के प्रतीक में 3 रंग होते हैं; लाल, गहरा नीला और हल्का नीला। ये रंग क्रमशः भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना का प्रतिनिधित्व करते हैं।

●NCC का इतिहास

NCC

प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश सेना ने सैनिकों की बहुत कमी महसूस करी। ब्रिटिश शासक भारतीय छात्रों को सैन्य ज्ञान देना चाहते थे, जिससे कि उनकी फौज में अच्छे ऑफिसर व सैनिक शामिल हो सके और उनकी सेना मजबूत हो सके। इसी को ध्यान में रखते हुए सन् 1917 में यूनिवर्सिटी कोर (U.C.) की स्थापना की गई जिसका पहला बैच (3 नवंबर 1917) कलकत्ता विश्वविद्यालय ने अपने यहां स्थापित किया। 1920 में भारतीय प्रादेशिक अधिनियम पारित हो जाने से U.C. की जगह यूनिवर्सिटी ट्रेनिंग कोर (U.T.C.) ने ली। 1942 में पुनः इसका नाम बदलकर यूनिवर्सिटी ऑफिसर ट्रेनिंग कोर (U.O.T.C.) रखा गया।

जिसमे बहुत कम छात्रों ने भाग लिया। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यूटीसी अपने उद्देश्य में असफल रही और इसी असफलता को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार में सन 1946 में पंडित हृदयनाथ कुजरू की अध्यक्षता में “राष्ट्रीय कैडेट कोर समिति” की स्थापना की।इस समिति ने संसार के विकसित देशों द्वारा युवाओं के सैन्य प्रशिक्षण का गंभीरता से अध्ययन किया और मार्च 1947 में संपूर्ण रिपोर्ट सरकार को दी।सरकार ने समिति की सिफारिशों को स्वीकार करते हुए 16 जुलाई 1948 में रक्षा मंत्रालय के अधीन “NCC” की स्थापना की गई।

●एनसीसी में क्या होता है ?

भारत में NCC की तैयारी स्कूल और कॉलेज के छात्रों को करायी जाती है। NCC में सिखाये जाने वाले कार्यों की सूची नीचे दी गई है:

NCC में छात्रों को मिलिट्री से सम्बंधित सभी तरह की ट्रेनिंग दी जाती हैं।
NCC ट्रेनिंग में ये बताया जाता है अगर आप सेना में भर्ती होना चाहते है, तो वहां पर आपको कैसे रहना है और दुश्मन का सामना कैसे करना है।
NCC में छात्रों को बुनियादी स्तर की ट्रेनिंग दी जाती है।
इसमें सेना, वायु सेना और नौसेना तीनों सेनाएं शामिल है।
NCC में छात्रों को ट्रेनिंग देते समय छोटे हथियारों, चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है।
NCC अपने अनुशासन और देशभक्ति के लिए पुरे भारत में जाना जाता है, NCC में आपको देश के प्रति प्रेम करना और अनुशासन में कैसे रहे ये सब बातें सिखाई जाती है।

●NCC का लक्ष्य

NCC के काम करने का लक्ष्य है: एकता और अनुशासन। अभी वर्तमान में लगभग 3 लाख स्कूल और कॉलेज के युवा इस अद्भुत संगठन के माध्यम से राष्ट्र की सेवा में शामिल हैं, जो एकता और अनुशासन के आदर्श पर आधारित है।

●NCC के नियम

एनसीसी के उम्मीदवार को प्रशिक्षण के आधार पर 2 भाग में बाटा गया है। NCC के कुछ नियम है, जो इस प्रकार है:

हमेशा मुस्कान के साथ आज्ञा का पालन करना चाहिए।
समय बहुत कीमती है, समय का ख्याल रखें और पाबंध रहें ।
गड़बड़ किए बगैर कठिन परिश्रम करो।
किसी भी परिस्थिति में बहाने नहीं बनाना चाहिए और झूठ बिलकुल नहीं बोलना चाहिए।

●कौन ज्वाइन कर सकते हैं NCC ?

NCC

स्कूलों और कॉलेजों के सभी नियमित छात्र स्वैच्छिक आधार पर NCC में शामिल हो सकते हैं। एक्टिव मिलिट्री सर्विस के लिए छात्रों का कोई दायित्व नहीं है। NCC में शामिल होने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 13 वर्ष और अधिकत्तम आयु सीमा 26 वर्ष है।

एनसीसी ज्वाइन करने के लिए आपका एक छोट्टा सा फिजिकल टेस्ट होता है और इसके लिए आपको एक फॉर्म भी भरना होता है। उसके बाद आपकी NCC ट्रेनिंग शुरू हो जायेगी, यदि आपके स्कूल या कॉलेज में NCC कोर्स नहीं है, तो आप अपने आसपास के किसी भी स्कूल या कॉलेज में एनसीसी ज्वाइन कर सकते हो। NCC में 2 डिवीज़न होती है पहला जूनियर डिवीज़न और दूसरा सीनियर डिवीज़न। इनमें से किसी एक डिवीज़न को आपको आपकी उम्र और क्लास के अनुसार ज्वाइन करना होता है।

●NCC के झंडे में कितने रंग होते हैं ?

NCC के झंडे में 3 रंग होते हैं। हर रंग के पीछे अपना एक अलग उद्देश्य रहता है। NCC Kya Hai में जानते हैं पूरी बात विस्तार से।

पहली पट्टी लाल रंग की है।
बीच वाली पट्टी नीले रंग की है।
तीसरी पट्टी आसमानी नीले रंग की है जो सेना, वायु सेना और नौसेना को दर्शाती है।
झंडे के बीच में देखेंगे तो दो गेहूं की रिंग बनी हुई हैं। झंडे के बीच में एनसीसी शब्द गोल्डन रंग से एनसीसी के लक्ष्य ‘एकता और अनुशासन’ के साथ लिखा हुआ है।

 

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●NCC सर्टिफिकेट के फायदे

अगर आपको तीनों सेनाओं में से किसी में भी अफसर या सिपाही बनना है तो NCC का सर्टिफिकेट आपके बहुत काम आने वाला है। क्योंकि आप बिना किसी परीक्षा या एंट्रेंस एग्जाम को दिए बिना भी भारत की तीनों सेनाओं में शामिल हो सकते हैं। जो कि एक काफी कठिन पड़ाव होता है किसी भी छात्र के लिए।

NCC कैडर के लिए सशस्त्र बल में अलग से सीट रिज़र्व होती है। आपको डायरेक्ट एंट्री मिल जाती है। आपको सिर्फ इंटरव्यू और मेडिकल निकालना होता है।
आपको आगे की पढाई करने के लिए बहुत सी स्कॉलरशिप भी मिलती हैं।
बहुत से कॉलेज और यूनिवर्सिटी में एडमिशन के समय एनसीसी सर्टिफिकेट कैंडिडेट को वरियत्ता और छूट मिलती है।
भारत व राज्य सरकार में सरकारी नौकरी खासकर के पुलिस की नौकरी पाने में आपको बहुत सहायता मिलती है।
अन्य अभ्यर्थियों के मुकाबले एनसीसी कैडेट्स को ज्यादा महत्ता दी जाती है।

●ट्रेनिंग ऑफ एनसीसी

NCC

एनसीसी क्रेडिट स्कोर प्रशिक्षण हेतु तीन डिवीजन में बांटा गया है-

सीनियर डिवीज़न -इसमें कॉलेज विश्वविद्यालय के15 से 26 वर्ष की आयु वाले छात्र प्रशिक्षण लेते हैं। यह प्रशिक्षण 3 साल का होता है। इस डिवीजन को तीन खंडों में बांटा गया है- सेना स्कंध, नौसेना स्कंध,वायु सेना स्कंध एनसीसी
जूनियर डिवीज़न- इसमें 13-17 वर्ष के माध्यमिक स्कूल के छात्रों को भर्ती किया जाता है। इसका प्रशिक्षण भी 2 वर्ष का होता है इस डिवीजन में भी थल सेना स्कंध, नौसेना और वायुसेना स्कंध होते हैं।
गर्ल्स डिवीज़न- इसमें सीनियर व जूनियर स्कंध होते हैं इसमें कॉलेजों व स्कूलों की 15 से 26 वर्ष की छात्राएं प्रशिक्षण प्राप्त करती है। सीनियर डिवीजन में सिग्नल कंपनी,मेडिकल कंपनी सम्मिलित होती है। इसका प्रशिक्षण भी 3 वर्ष का होता है।

●एनसीसी शिविर

एनसीसी कैडेट्स के लिए प्रतिवर्ष निम्न शिविर आयोजित किए जाते हैं-

वार्षिक प्रशिक्षण शिविर
सोशल सर्विस शिविर
आल इंडिया समर ट्रेनिंग कैंप
एडवांस लीडरशिप कोर्स
कोर्स एट हिमालय माउंटेनीरिंग इंस्टिटूट दर्जीलिंग और मनाली
पैरा ट्रूपर्स शिविर
अटचमेंट् टू रेगुलर आर्मी
नेशनल इंटीग्रेशन शिविर
रिपब्लिक डे शिविर
थल सेना कैंप
इंडिपेंडेंस डे कैंप

●एनसीसी परीक्षाएं

एनसीसी की ‘ए’,’बी’,’सी’ प्रमाण पत्र की परीक्षाएं फरवरी/मार्च में प्रतिवर्ष आयोजित की जाती हैं जिसमे पात्रता शर्ते निम्न है-

‘ए’ प्रमाण पत्र की परीक्षा- इस परीक्षा में वह कैडिट्स बैठेंगे जिन्होंने जूनियर डिवीजन NCC में 2 वर्ष का प्रशिक्षण प्राप्त करने के साथ साथ 75℅ उपस्थिति और एक वार्षिक शिविर में भाग लिया है।
‘बी’ प्रमाण पत्र की परीक्षा-इस परीक्षा में वह कैडिट्स बैठने के अधिकारी हैं जिन्होंने NCC में 2 वर्ष का प्रशिक्षण प्राप्त करने के साथ साथ 75℅ उपस्थिति और एक वार्षिक शिविर में भाग लिया है।

‘सी’ प्रमाण पत्र की परीक्षा- इस परीक्षा के लिए कैडेट ने ‘b’ सर्टिफिकेट की परीक्षा पास की हो, सीनियर डिवीजन मे 3 साल की ट्रेनिंग पूरी की हो, कम से कम 75℅ उपस्थिति और 2 वार्षिक या समकक्ष कैंपो में भाग लिया हो।
A,B,C परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए कैडेट्स को प्रति विषय 45% अंक और कुल 50% अंक लाना अनिवार्य है।एनसीसी परीक्षा में कैडेट्स को डिवीजन न देकर ग्रेडिंग दी जाती है जो कि निम्न प्रकार है-

‘A’ ग्रेडिंग- 80% या अधिक अंक प्राप्त करने पर
‘B’ ग्रेडिंग- 65% से 79% तक अंक प्राप्त करने पर
C’ ग्रेडिंग- 50 या 50 से अधिक तथा 64% अंक प्राप्त  करने पर।

Lokendra Singh Tanwar
Auther at Hind Manch

लोकेन्द्र सिंह तंवर

आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं।

आप  The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।

By Lokendra Singh Tanwar

लोकेन्द्र सिंह तंवर

आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं। आप  The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।

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