सोमवार का बिजनेस बाजार आप और आपका व्यापार
शहद की मिठास के बाद कड़वे की कटास जैसा होता है सोमवार. वीकेंड की मस्ती के झोंक से हटकर, सोमवार हमें वापस वास्तविकता में खींच लाता है. खासकर शेयर बाजार के धुरंधरों के लिए सोमवार की सुबह कुछ अलग ही मायने रखती है. घंटी बजते ही बाजार की गोलमाल, शेयरों का उतार-चढ़ाव, मुनाफे-नुकसान का खेल शुरू हो जाता है. तो अगर आप भी इस खेल का हिस्सा हैं, तो आइए जानते हैं आने वाले सोमवार को बाजार में कदम रखने से पहले किन 15 बातों पर ध्यान देना चाहिए:
1. ग्लोबल माहौल का मिज़ाज: दुनिया भर के आर्थिक और भू-राजनीतिक घटनाक्रमों का सीधा असर भारतीय बाजार पर पड़ता है. इसलिए, सोमवार की सुबह सबसे पहले दुनियाभर के प्रमुख बाजारों के प्रदर्शन पर नजर डालें. अमेरिकी बाजार, यूरोपीय बाजार, एशियाई बाजारों का रुख कैसे रहा है, इससे सोमवार को भारतीय बाजार के खुलने का अनुमान लगाया जा सकता है.
2. वित्तीय आंकड़ों की झलक: हफ्ते भर में सरकार या किसी अहम संस्था द्वारा जारी होने वाले वित्तीय आंकड़े बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाते हैं. चाहे रोजगार दर के आंकड़े हों, औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े हों या फिर मुद्रास्फीति के आंकड़े, इन सभी पर पैनी नजर रखें. सोमवार को इन आंकड़ों के जारी होने का समय और उनका संभावित प्रभाव पहले से पता लगा लें.
3. कमाई का मौसम: कई कंपनियों के त्रैमासिक नतीजे सोमवार को आ सकते हैं. जिन कंपनियों में आपने निवेश किया है, उनके नतीजों की तारीख और अनुमानित प्रदर्शन के बारे में पहले से जानकारी रखें. अगर नतीजे उम्मीद से बेहतर आते हैं तो कंपनी के शेयरों में तेजी देखी जा सकती है, वहीं नतीजे निराश कर देने वाले हों तो गिरावट तय है.

4. विदेशी निवेश का फ्लो: विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजार में पैसा लगाना या निकालना भी बाजार की चाल को हिला सकता है. सोमवार की सुबह विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) के निवेश का डेटा देखें. अगर लगातार कुछ दिनों से निवेशकों की बिकवाली हो रही है तो बाजार में गिरावट आने की संभावना बढ़ जाती है.
5. सेक्टरल रीबैलेंसिंग: किसी खास सेक्टर में अचानक तेजी या गिरावट को ध्यान से देखें. यह रीबैलेंसिंग का संकेत हो सकता है. यानी कि, निवेशक अपने पोर्टफोलियो में बदलाव कर रहे हैं और कुछ सेक्टरों से पैसा निकालकर दूसरे सेक्टरों में लगा रहे हैं.
6. डेरिवेटिव्स का खेल: ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट्स का डेटा बाजार के सेंटीमेंट को समझने में मदद करता है. अगर कॉल ऑप्शन की ओपन इंटरेस्ट ज़्यादा है तो बाजार में तेजी की उम्मीद है, वहीं पुट ऑप्शन की ओपन इंटरेस्ट ज़्यादा है तो गिरावट का माहौल बन सकता है.
7. सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल: तकनीकी विश्लेषण के तहत सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल बाजार के उतार-चढ़ाव को समझने में मदद करते हैं. ये उन कीमतों के लेवल होते हैं जहाँ पर बिकवाली या खरीदारी का दबाव बढ़ जाता है. सोमवार को इन लेवलों की जानकारी आपको खरीदने या बेचने का सही समय तय करने में सहायता देगी.
8. अंदर की खबरें: बाजार में होने वाली सभी गतिविधियों पर नजर रखना जरूरी है. खबरों, वित्तीय विश्लेषणों और अन्य जानकारियों से आपको बाजार की चाल को समझने में मदद मिलेगी.
9. मौसम की मार: मौसम की स्थिति भी बाजार पर असर डाल सकती है. अगर मौसम खराब रहता है तो बाजार में गिरावट की संभावना बढ़ जाती है.
10. छुट्टियों का प्रभाव: किसी खास छुट्टी के कारण बाजार खुलने या बंद होने के समय में बदलाव हो सकता है. इसलिए, इन छुट्टियों की जानकारी पहले से पता कर लें.
11. महत्वपूर्ण घटनाओं का ध्यान रखें: किसी खास घटना के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव आ सकता है. इसलिए, महत्वपूर्ण घटनाओं की तारीख और समय पहले से पता कर लें.
12. अपने पोर्टफोलियो का मूल्यांकन करें: सोमवार को बाजार में कदम रखने से पहले अपने पोर्टफोलियो का मूल्यांकन करें. अपने लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता को ध्यान में रखते हुए अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करें.
13. धैर्य रखें: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव होना स्वाभाविक है. इसलिए, धैर्य रखें और जल्दबाजी में कोई भी निर्णय न लें.
14. तथ्यों पर आधारित निर्णय लें: बाजार में निवेश करते समय तथ्यों पर आधारित निर्णय लें. अपने भावनाओं पर नियंत्रण रखें और भावनात्मक निर्णय लेने से बचें.
15. निवेश के लिए एक योजना बनाएं: बाजार में निवेश करने से पहले एक योजना बनाएं. अपनी लक्ष्य, जोखिम सहनशीलता और समय सीमा के आधार पर एक योजना बनाएं और उस पर अमल करें.
इन 15 बातों पर ध्यान देकर आप सोमवार को बाजार में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं.