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India becomes the seventh largest stock market in the world

भारत की अर्थव्यवस्था और Stock Market के विकास में यह एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है

भारत का Stock Market, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने 12 दिसंबर, 2023 को हांगकांग के शेयर बाजार को पछाड़कर दुनिया का सातवां सबसे बड़ा शेयर बाजार बन गया। BSE का मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 5.8 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जबकि NSE का मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 5.7 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया। हांगकांग का मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 5.6 ट्रिलियन डॉलर पर था।

भारत की अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार के विकास में इस उपलब्धि का बड़ा महत्व है। यह भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था और वैश्विक वित्तीय प्रणाली में बढ़ती भूमिका को दर्शाता है।

भारत की अर्थव्यवस्था में सुधार:

India becomes the seventh largest stock market in the world

भारत की अर्थव्यवस्था पिछले कुछ वर्षों में लगातार मजबूती से बढ़ रही है। 2023 में, भारत की अर्थव्यवस्था का अनुमानित विकास दर 7.5% है। यह भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनाता है।

भारत की अर्थव्यवस्था में सुधार का Stock Market पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। BSE और NSE दोनों ने 2023 में मजबूत वृद्धि दर्ज की है। BSE का मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 2022 में 3.9 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 2023 में 5.8 ट्रिलियन डॉलर हो गया। NSE का मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 2022 में 3.4 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 2023 में 5.7 ट्रिलियन डॉलर हो गया।

भारतीय कंपनियों की वैश्विक पहुंच:

भारतीय कंपनियां भी वैश्विक स्तर पर अपनी पहुंच बढ़ा रही हैं। कई भारतीय कंपनियां अब दुनिया के सबसे बड़े कंपनियों में से हैं। उदाहरण के लिए, रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारत की सबसे बड़ी कंपनी, दुनिया की 100 सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है।

भारतीय कंपनियों की बढ़ती वैश्विक पहुंच का भी Stock Market पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इन कंपनियों के शेयरों की मांग अधिक है, जिससे शेयर बाजारों में वृद्धि हुई है।

भविष्य के लिए संभावनाएं:

भारत के शेयर बाजारों के भविष्य के लिए संभावनाएं अच्छी हैं। भारत की अर्थव्यवस्था में सुधार जारी रहने की उम्मीद है, और भारतीय कंपनियां वैश्विक स्तर पर अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इन कारकों से भारत के Stock Market को और अधिक बढ़ने की उम्मीद है।

अतिरिक्त जानकारी:

भारत के शेयर बाजारों के विकास में निम्नलिखित कारकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है:

  • सरकार द्वारा वित्तीय बाजारों को मजबूत करने के लिए किए गए उपाय
  • भारतीय कंपनियों की बढ़ती वैश्विक पहुंच
  • घरेलू निवेशकों में बढ़ती रुचि

निष्कर्ष:

भारत के शेयर बाजारों का हांगकांग को पछाड़कर दुनिया का सातवां सबसे बड़ा Stock Market बनना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था और वैश्विक वित्तीय प्रणाली में बढ़ती भूमिका को दर्शाता है। भारत के शेयर बाजारों के भविष्य के लिए संभावनाएं अच्छी हैं, और वे आने वाले वर्षों में और अधिक बढ़ने की उम्मीद कर सकते हैं।

One thought on “भारत हांगकांग को पछाड़कर दुनिया का सातवां सबसे बड़ा ‘Stock Market बन गया”

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