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डॉ. मोहन यादव

डॉ. मोहन यादव बने मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री, जाने नवीन मुख्यमंत्री का जीवनसफर

भोपाल में भाजपा प्रदेश कार्यालय में आज हुई विधायक दल की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षको की मौजूदगी में डॉ मोहन यादव को विधायक दल का नेता चुना गया और सीएम बनाया गया।इसी के साथ प्रदेश को मालवांचल से नया सीएम डॉ. मोहन यादव के रूप में मिल गया है।

डॉ, मोहन यादव के सीएम पद के एलान के बाद हर कोई मोहन यादव के जीवन के बारे में जानना चाहता है इसलिए आज के इस लेख में हम आपको मध्यप्रदेश के नए सीएम के जीवन से परिचय कराएंगे।।

25 मार्च 1965 को उज्जैन में जन्मे 58 साल के डॉक्टर मोहन यादव पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रह चुके हैं. साल 2013 में वह पहली बार उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक चुने गए थे. इसके बाद साल 2018 में वह एक भार फिर दक्षिण उज्जैन की सीट से विधायक चुने गए थे. साल 2023 मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मोहन यादव ने उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से कांग्रेस के चेतन प्रमनारायण यादव को 12941 वोटों से हराया था।

मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री- डॉ. मोहन यादव
डॉ. मोहन यादव

ऐसे हुई डॉ मोहन यादव के राजनीतिक जीवन की शुरुआत:-

मोहन यादव ने छात्र नेता के तौर पर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने छात्र जीवन से ही राजनीति में कदम रख दिया था। वह 1982 में माधव साइंस कॉलेज के ज्वॉइंट सेक्रेटरी रहे। इसके बाद 1984 में वह अध्यक्ष बने। 1984 में वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) उज्जैन के नगर मंत्री पद तक पहुंचे। बाद में 1988 में उन्हें एबीवीपी के प्रदेश सहमंत्री एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया। वह 1989-90 तक परिषद की प्रदेश इकाई के प्रदेश मंत्री बने। इसी तरह सफलता की सीढ़ियां चढ़ते हुए वह 1991-1992 में परिषद के राष्ट्रीय मंत्री पद तक पहुंच गए।

वह 1993-1995 में आरएसएस (उज्जैन) शाखा के सहखंड कार्यवाह बने। 1997 में भाजयुमो की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य बने। बाद में 1998 में पश्चिमी रेलवे बोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य बन गए। 1999 में उन्हें भाजयुमो के उज्जैन संभाग का प्रभारी बनाया गया।

साल 2000-2003 में विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की कार्यपरिषद के सदस्य बने। 2000-2003 में उन्हें भाजपा का नगर जिला महामंत्री बनाया गया। 2004 में भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य बने। बाद में 2004 से 2010 में उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष पद तक पहुंचे।साल 2008 से भारत स्काउट एंड गाइड के जिलाध्यक्ष बने। 2011-2013 में मध्य प्रधेश राज्य पर्यटन विकास निगम बने।

अभी तक इन पुरस्कारों से सम्मानित हुए मोहन यादव:-

नवीन मुख्यमंत्री यादव को कई पुरस्कारों से भी नवाजा गया है। उन्हें उज्जैन के समग्र विकास हेतु अप्रवासी भारतीय संगठन शिकागो (अमेरिका) की ओर से महात्मा गांधी पुरस्कार, इस्कॉन इंटरनेशनल फाउंडेशन की ओर से सम्मान और मध्य प्रदेश में पर्यटन के निरंतर विकास हेतु पुरस्कार से नवाजा गया है।

यह है मध्यप्रदेश के नवीन मुख्यमंत्री की शिक्षा:-

मोहन यादव के पास एलएलबी और पीएचडी जैसे डिग्रियां हैं। उनके परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं जिनमें दो बेटे और एक बेटी शामिल है।

मप्र के उज्जैन से विधायक डॉ मोहन यादव के सीएम बनने घोषणा होते ही बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में जश्न का माहौल हैं। डॉ मोहन यादव निवास पर बड़ी संख्या में उनके समर्थक व भाजपा नेता कार्यकर्ता पहुँचे और परिजनों को बधाई दे रहे हैं। समर्थकों के द्वारा जमकर आतिशबाजी की जा रही हैं। पूरे उज्जैन शहर में बधाइयों का दौर चल रहा है साथ ही पटाखे फोड़कर आतिशबाजी कर जश्न मनाया जा रहा हैं।

मध्यप्रदेश में 2 डिप्टी सीएम:-

इसी के साथ प्रदेश में अब 2 डिप्टी सीएम भी होंगे। जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला को डिप्टी सीएम बनाया गया है तो वरिष्ठ भाजपा नेता नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया हैं।

डॉ. मोहन यादव बोले ‘छोटे कार्यकर्ता को दी गई है बड़ी जिम्मेदारी’:-


विधायक दल की बैठक में हरियाणा के सीएम और मध्य प्रदेश के पर्यवेक्षक मनोहर लाल खट्टर ने डॉ. मोहन यादव के नए सीएम का ऐलान किया था.मध्य प्रदेश के नए सीएम चुने जाने के बाद डॉक्टर मोहन यादव ने विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए कहा,’मुझ जैसे छोटे कार्यकर्ता को जो बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. मैं निश्चित रूप से उसपर मैं खरा उतरने की कोशिश करूंगा,और जिम्मेदारी को निभाउंगा.’ वहीं, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने फूलों का गुलदस्ता देकर डॉ.मोहन यादव को बधाई दी।

यह भी जाने:-

●डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ से विधायक हैं। जगदीश देवड़ा SC वर्ग से आते है जबकि राजेंद्र शुक्ला रीवा सीट से विधायक है और ब्राह्मण वर्ग से आते हैं।

●नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा अध्यक्ष है और वे मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा सीट से विधायक हैं।

●मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा को 163 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत मिला है. कांग्रेस को 66 सीटें और 1 सीट भारतीय आदिवासी पार्टी को मिली है।


●मध्य प्रदेश में साल 2002 में शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इसके बाद साल 2008 और साल 2013 में एक बार फिर सीएम पद की शपथ ली थी. साल 2018 विधानसभा चुनाव हारने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. हालांकि, साल 2020 में कांग्रेस के 22 विधायकों के बगावत करने के बाद उन्होंने एक बार फिर सरकार बनाई थी।

Lokendra Singh Tanwar
Auther at Hind Manch

लोकेन्द्र सिंह तंवर

आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं।

आप  The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।

By Lokendra Singh Tanwar

लोकेन्द्र सिंह तंवर

आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं। आप  The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।

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