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भ्रष्टाचार निरोध दिवस

भ्रष्टाचार निरोध दिवस आज, जाने हम कैसे देते है भ्रष्टाचार को जन्म , और भ्रष्टाचार होने की वजह साथ ही भ्रष्टाचार रोकने के उपाय भी……..

एक बच्चे को जब माँ दूध लाने के 20 रुपए देती है। और 10 का दूध मंगाती है, और बचे हुए 10 रुपए को बच्चा अपना खर्चा पानी मान अपने पास रख लेता है। और माँ भी अब वात्सल्य प्रेम में बचे हुए पैसे का हिसाब नहीं पूछती असल में भ्रष्टाचार की नींव यही से जन्म लेती है। आज भ्रष्टाचार निरोध दिवस पर आज के लेख में हम जानेंगे कि भ्रष्टाचार क्या है, भ्रष्टाचार किन कारणों के चलते किया जाता है, और इसे रोकने के उपाय……

संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार भ्रष्टाचार की परिभाषा :-

संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक भ्रष्टाचार एक गंभीर अपराध है जो देश के सामाजिक और आर्थिक विकास को कमजोर करता है। आज के समय में भ्रष्टाचार से कोई देश, क्षेत्र या समुदाय बचा नहीं है। यह दुनिया के सभी हिस्सों में फैल गया है चाहे वो राजनीतिक, सामाजिक या आर्थिक हो। इसके साथ ही यह लोकतांत्रिक संस्थाओं को भी कमजोर करता है, सरकारी अस्थिरता में योगदान देता है और आर्थिक विकास को भी धीमा करता है।

भ्रष्टाचार निरोध दिवस मनाने का उद्देश्य, ऐसे हुए शुरुआत:-

9 दिसंबर को प्रति वर्ष पूरे विश्व में ‘अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोध दिवस (International Anti Corruption Day)’ मनाया जाता है। इस दिवस को मनाए जाने का प्रमुख उद्देश्य भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता फैलाते हुए सरकारी, निजी एवं गैर सरकारी संस्थाओं समेत नागरिक समाज को भ्रष्टाचार उन्मूलन हेतु संयुक्त रुप से कार्यवाही करने हेतु प्रेरित करना है।

उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2003 में यूनाइटेड नेशंस कन्वेंशन अगेंस्ट करप्शन (United Nations Convention against Corruption) प्रस्ताव पारित किया एवं इसी के साथ अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोध दिवस को मनाए जाने की घोषणा की थी।

यह कुछ कारण जिनके कारण भ्रष्टाचार लेता है जन्म:-

भ्रष्टाचार निरोध दिवस

निरक्षरता, गरीबी और जागरूकता के अभाव के कारण लोगों का अपने अधिकार के प्रति सजग ना होना
कम वेतनमान और पारिश्रमिक भ्रष्टाचार की गतिविधियों को बढ़ावा देती है।कठोर कानूनों एवं त्वरित न्याय व्यवस्था का अभाव सार्वजनिक खरीद, व्यापार समझौते इत्यादि में पारदर्शिता का अभाव
राजनीतिक, प्रशासनिक एवं न्यायिक व्यवस्था में उत्तरदायित्व की कमी।कुशल नियामक के अभाव में अनुचित व्यापार गतिविधियों को प्रोत्साहन
विकासमुखी कार्यक्रमों के प्रभावी प्रबंधन और कुशल कार्यान्वयन का अभाव।देश में आर्थिक विकास और आर्थिक स्थिरता का अभाव
प्रभावी राजनीतिक नेतृत्व एवं स्थाई राजनीतिक नेतृत्व का अभाव
जनसंख्या के आकार में संसाधनों का अल्प होना।किसी देश में कारपोरेट और राजनीतिक गठजोड़ का होना।भ्रष्टाचार को समाज के द्वारा मौन स्वीकृति।विवेकाधीन शक्तियों का दुरुपयोग करना।

भारत 40 अंकों के साथ 85वें स्थान पर :-

भ्रष्टाचार विरोधी प्रहरी (एंटी करप्शन वॉचडॉग) की रिपोर्ट में दुनिया के कुछ सबसे अधिक आबादी वाले देशों ने खराब स्कोर हासिल किया है। भारत को इस सूची में 40 अंकों के साथ 85वां स्थान मिला है। वहीं चीन (45), इंडोनेशिया (38), पाकिस्तान (28) और बांग्लादेश (26) अंकों के साथ इस सूची में विभिन्न स्थानों पर हैं। पाकिस्तान को इस सूची में 140वां स्थान दिया गया है।

Corruption पर यह बोले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी:-

भारत के प्रधानमंत्री ने 76वें स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद की दोहरी चुनौतियों के खिलाफ तीखा हमला किया और कहा कि यदि समय पर इसका समाधान नहीं किया गया तो यह बड़ी चुनौती बन सकती है।

भारत में भ्रष्टाचार को रोकने हेतु महत्वपूर्ण संस्थाएं एवं पहल :-

अखिल भारतीय सेवा (आचरण) नियम 1954 एवं केंद्रीय नागरिक सेवा नियम 1956,1964 में केंद्रीय सतर्कता आयोग की स्थापना
बेनामी लेन-देन (निषेध) अधिनियम, 1988
सरकारी सेवाओं का डिजिटलीकरण,सूचना का अधिकार2005,व्हिसल ब्लोअर्स प्रोटेक्शन एक्ट2014,सरकारी सहायता का प्रत्यक्ष नकद हस्तांतरण (DBT),लोकपाल,
विमुद्रीकरण और डिजिटल मनी को प्रोत्साहन,लेखा परीक्षण एवं लेखांकन प्रक्रियाओं को मजबूत करना,भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम,1988, भ्रष्टाचार रोकथाम (संशोधन) विधेयक, 2018,गवर्नमेंट-ई-मार्केट (जीईएम) जैसे उपायों ने सार्वजनिक खरीद में जवाबदेही,सरकार के द्वारा ई गवर्नेंस को बढ़ावा दिया जाना
काले धन से लड़ने के लिए एक विशेष जाँच टीम का गठन
बेनामी लेन-देन (निषेध) अधिनियम, 1988 को मजबूत बनाने के लिए संशोधन।

Corruption के कारण यह नुकसान होता है देश के नागरिकों को :-

●न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार अनुचित न्याय की ओर ले जाता है जिसका खामियाजा पीड़ित लोगों को भुगतना पड़ सकता है।

●भ्रष्टाचार वाले देशों में लोगों के बीच अधिक स्वास्थ्य समस्याएँ देखी जा सकती हैं। इन देशों में स्वच्छ पेयजल, उचित सड़कें, गुणवत्तापूर्ण खाद्यान्न आपूर्ति, दूध में मिलावट आदि जैसी कमियाँ पाई जाती हैं।

●भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी के बारे में नकारात्मक बातें कर लोग उसकी अवहेलना करने लगते हैं। अवहेलना के कारण अधिकारी के प्रति अविश्वास पैदा होता है और परिणामस्वरूप निम्न श्रेणी के अधिकारी भी उच्च श्रेणी के अधिकारियों का अनादर करेगा, इसी क्रम में वह भी उसके आदेशों का पालन नहीं करता है।

●राष्ट्र के प्रशासक जैसे राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री के प्रति जनता के सम्मान में कमी आती है। सामाजिक जीवन में सम्मान मुख्य मानदंड है।

●सरकारी निकायों में भ्रष्टाचार के कारण कई विदेशी निवेशक विकासशील देशों में निवेश करने से कतराते हैं।

●एक अधिकारी जिसे परियोजनाओं या उद्योगों के लिये मंज़ूरी प्रदान करनी होती है, वह धनार्जन और अन्य गैरकानूनी ढंग से लाभ कमाने के उद्देश्य से जान-बूझ कर इस प्रक्रिया में देरी करता है। इससे निवेश, उद्योगों की शुरुआत और विकास की गति धीमी हो जाती है।

भ्रष्टाचार को रोकने हेतु महत्वपूर्ण सुझाव :-

भ्रष्टाचार निरोध दिवस

◆  corruption रोकने के तरीकों के बारे में जनता को ज्ञान प्रदान करने के लिए विभिन्न संगोष्ठियों, अभियानों, नाटकों इत्यादि का आयोजन किया जाना चाहिए।

◆पत्रकारों की सुरक्षा एवं बिना किसी भय के उनकी कार्य करने की क्षमता को सुनिश्चित करने के साथ-साथ स्वतंत्र मीडिया का समर्थन किया जाना चहिए।

★उन लोगों और संस्थाओं को समर्थन एवं प्रोत्साहित करना चाहिए जिन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज उठाई हो। साथ ही, हमें विभिन्न विभागों के कामकाज में पारदर्शिता की मांग करनी चाहिए।

★लोकपाल के दायरे में सरकारी कर्मचारियों के साथ-साथ एनजीओ, सिविल सोसाइटी, मीडिया और कारपोरेट जगत को भी लाया जाना चाहिए।

★एक ऐसा कानून बनाया जाना चाहिए जो अनिवार्य करे कि सांसद, विधायक, ग्राम प्रधान, मेयर, पार्षद, सरकारी कर्मचारी, वकील, शिक्षक, डाक्टर, पत्रकार और कॉर्पोरेट कंपनियों में काम करने वाले अपने साल भर की कमाई की जानकारी सरकार को दें।

★भ्रष्टाचार के मामले में त्वरित न्याय व्यवस्था हेतु फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन।

 

यह संस्था जारी करती है भ्रष्टाचार की रैंकिंग ,जाने कौन सा देश है भ्रष्टाचार में सबसे आगे:-

ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल का वार्षिक corruption सूचकांक विभिन्न आंकड़ों के सर्वे कर रैंकिंग प्रदान करता है। सूचकांक के अनुसार:-

सबसे ज्यादा corruption करने वाले देश :-

सोमालिया, दक्षिण सूडान,सीरिया,वेनेजुएला,यमन

सबसे कम corruption करने वाले देश:-
डेनमार्क,न्यूजीलैंड,फिनलैंड, नॉर्वे,सिंगापुर

सूचना जो आपको रखे आगे:-

●विश्व में सबसे कम corruption करने वाला देश – डेनमार्क

●विश्व भर में हर साल लगभग 2.6 ट्रिलियन डॉलर की रक़म या तो रिश्वतख़ोरी या फिर भ्रष्ट तरीकों की भेंट चढ़ जाती है।

●हर साल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने वाली खरबों डॉलर की ये रक़म वैश्विक घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के लगभग 5 फ़ीसदी के बराबर है।

●हर साल 1 ट्रिलियन डॉलर का भुगतान रिश्वत के रूप में किया।

●लगभग 39 फीसद भारतीय मानते हैं कि उन्होंने अपना काम करवाने के लिए रिश्वत का सहारा लिया।

Lokendra Singh Tanwar
Auther at Hind Manch

लोकेन्द्र सिंह तंवर

आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं।

आप  The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।

By Lokendra Singh Tanwar

लोकेन्द्र सिंह तंवर

आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं। आप  The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।

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