भारतीय वायुसेना में निकली विभिन्न पदो पर भर्ती, जाने कैसे भरे फॉर्म, कैसे होगा चयन पढ़े पूरी जानकारी………….
AFCAT Exam Analysis कोरोना कॉल के बाद युवाओं में सरकारी नौकरी को लेकर क्रेज कॉफी बढ़ गया है। अब हर कोई समाज में औदा जमाने व सुरक्षित भविष्य के लिए सरकारी नौकरी की और रूख करने लगा है। वहीं अधिकतर युवा देश प्रेम व वर्दी के प्रेम से ओत प्रोत है। जो भारतीय सेना के किसी भी अंग में शामिल होकर देशसेवा करने चाहते है।
अगर आपका भी सपना कुछ ऐसी ही बातो से मेल खाता है। तो भारतीय वायुसेना सेना देने जा रही है आपके सपने को सच करने का एक मौका क्योकि भारतीय वायुसेना ने अपने विभिन्न पदो पर भर्ती का विज्ञापन जारी किया है। आज के इस लेख में हम देखेगे भर्ती के विज्ञापन सहित भर्ती होने की पूरी जानकारी
AFCAT Exam 2024-
AIR FORCE COMMAN ADDMISSION TEST भारतीय वायुसेना से एफकैट के माध्यम में भर्ती का विज्ञापन जारी किया है। जहां आप लिखित परीक्षा, साक्षात्कार और मेडिकल से गुजर कर चयनित हो सकते है। अभी तक आंकड़े के अनुसार इस भर्ती परीक्षा में अधिकतम 6 महीने में पूरी भर्ती प्रकिया आयोजित कर आपको ट्रेनिग के लिए भेज दिया जाता है।
एफकैट के जरिए आप वायुसेना के 2 ब्रांच में जा सकते है-
एफकैट में हाल ही में 317 पदो पर भर्ती का विज्ञापन जारी किया है। जहां आप 2 ब्रांच में शामिल हो सकते है। पहला फलाइंग तो दूसरा ग्राउंड ड्यूटी और ग्राउंड ड्यूटी में भी आप 2 ब्रांच टैक्निकल और नॉन टैक्निकल में शामिल हो सकते है।
इन तिथियों का रखे ध्यान-
AFCAT Exam के लिए आवेदन करने की दिनांक 1 दिसंबर 2023 है जो 30 दिसंबर 2023 तक चलेगे। वहीं फरवरी 2024 में परीक्षा होने की संभावित तिथि बताई गई है।परीक्षा ऑनलाईन कम्यूटर बेस आयोजित कराई जाऐगी।परीक्षा का समय 2 घंटे रहता है।
यह है उम्र सीमा-
AFCAT Exam में लड़के और लड़कियां दोनो ही आवेदन कर सकती है। एफकैट के जरिए फलाईंग ब्रांच में शामिल होने के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम उम्र 20 वर्ष व अधिकतम उम्र 24 वर्ष होनी चाहिए। वहीं टेक्निकल व नॉन टेक्निकल ग्राउंड ड्यूटी में शामिल होने के लिए उम्मीदवार की उम्र न्यूनतम 20 वर्ष व अधिकतम 26 वर्ष होनी चाहिए।
AFCAT Exam यह होनी चाहिए आपकी शैक्षणिक योग्यता-

फलाईंग ब्रांच-
फलाईग ब्रांच में शामिल होने के लिए उम्मीदवार का 12 वी कक्षा भौतिकी, केमिस्टी और गणित के साथ हर विषय में कम से कम 50 प्रतिशत अंको के साथ पास होना आवश्यक है। साथ ही उम्माीदवार ने किसी भी विषय में अपनी स्नातक 60 प्रतिशत अंको के साथ पास की हो।
ग्राउंड ड्यूटी टेक्निकल ब्रांच- ग्राउंड ड्यूटी में शामिल होने के लिए उम्मीदवार को 12 वी कक्षा में भौतिकी और गणित में 50 प्रतिशत अंको के साथ पास की हो व किसी भी विषय में अपना स्नातक 60 प्रतिशत अंको के साथ पास किया हों।
ग्राउंड ड्यूटी नॉन टेक्निकल ब्रांच-
ग्राउंड ड्यूटी नॉन टेक्निकल ब्रांच में शामिल होने के लिए उम्मीदवार का किसी भी विषय में स्नातक 60 प्रतिशत अंको के साथ पास होना आवश्यक है।
यह रहेगा परीक्षा का पाठ्यक्रम-
एफकैट द्वारा आयोजित AFCAT Exam
4 विषय होते है। जिसमें सामान्य ज्ञान के 20 प्रश्न 60 अंको के होते है।अंगेजी के 30 प्रश्न 90 अंको के होते है।गणित के 15 प्रश्न 45 अंको के होते है। व रिजनीगं व मिलिटी एपलिटूट के 35 प्रश्न 105 अंको के होते है। इस तरह कुल 300 अंको को पूरा प्रश्न पत्र होता है।
जाने पुरानी परीक्षा में कितना रहा था कट ऑफ-
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाला छात्र परीक्षा देने से पहले पाठ्यक्रम तैयार कर एक रणनीति तैयार करता है कि उसकी सफलता के लिए इतने अंक आवश्यक होते है। हम आपकी राह को और अधिक आसान करने के लिए आपको बताते है। पिछले सालो में कितना रहा था AFCAT Exam का कटऑफ….साल 2018 में 140 अंक, 2019 में 133 अंक,2020 में 153 अंक,2021 में 165 अंक, 2022 में 157 अंक
भारतीय वायुसेना ज्ञान जो आपको रखे आगे-
8 अक्टूबर 1932 को भारतीय वायुसेना की स्थापना हुई थी।
इसलिए प्रत्येक वर्ष 8 अक्टूबर को वायुसेना दिवस मनाया जाता है।
वायुसेना को सेवा के सम्मान के उपसर्ग में रॉयल उपसर्ग प्रदान किया गया था।
भारतीय वायुसेना का पहला उदाहरण 1965 का भारत – पाकिस्तान युध्द था।
भारतीय वायुसेना को सबसे बड़ा पद एयर चीफ मार्शल होता है।
वर्तमान में एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी है।

Lokendra Singh Tanwar
लोकेन्द्र सिंह तंवर
आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं।
आप The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।
[…] जानकारी के लिए बता दें पूरे अंतरिक्ष में पांच लंग्रेज बिंदु हैं। Aditya L1 Mission में 7 पेलोड लगे हैं। चार पेलोड सीधे सूर्य की ओर होंगे। शेष तीन पेलोड L1 पर ही क्षेत्रों का अध्ययन करेंगे। मिशन के तहत सौर वायुमंडल (क्रोमोस्फियर, फोटोस्फेयर और कोरोना) का अध्ययन करेगा। इससे अन्य तारों के बारे में भी जानकारी मिल सकेगी। L1 की दूरी पृथ्वी से दूरी, सूर्य और पृथ्वी के बीच की दुरी का लगभग एक प्रतिशत है। इसरो के अनुसार L1 बिंदु के आसपास कक्षा में रखे गए सेटेलाइट से सूर्य को बिना किसी ग्रहण के देखा जा सकता है। इस मिशन से सौर गतिविधियों व अंतरिक्ष मौसम को देख सकते हैं। […]