Lok Sabha Election 2024 : सपा से नाराज स्वामी प्रसाद मौर्य को भी मिल सकता है मौका
Lok Sabha Election 2024 के दौरान उत्तर प्रदेश में सियासी उलटफेर का खेल देखने को मिल सकता है। उत्तर प्रदेश 80 लोकसभा की सीटों वाला सबसे बड़ा प्रदेश है। इसीलिए हर राजनीतिक दल अपनी हिस्सेदारी उत्तर प्रदेश में मजबूत करना चाहता है। Lok Sabha Election 2024 में एनडीए गठबंधन हो या इंडिया गठबंधन हर दल के नेता अपने-अपने समाज के वोटबैंक को अपनी और खींचने में लगे हुए हैं। वहीं Lok Sabha Election 2024 में एक-एक सीट को लेकर मजबूत दावेदारों पर दांव लगाया जा रहा है। ऐसे में बीजेपी के सबसे बड़े नेता माने जाने वाले वरुण गांधी का टिकट इस बार के लोक सभा चुनाव में कट गया है।
Lok Sabha Election 2024 में इसे इंडिया गठबंधन की समाजवादी पार्टी भुनाना चाहती है। मिली जानकारी के अनुसार, सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव बीजेपी से नाराज वरुण गांधी को सपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने का ऑफर दे सकते हैं। दरअसल, बताते चलें कि देश की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है। क्योंकि, देश में सबसे ज्यादा लोकसभा की सीटें उत्तर प्रदेश में ही हैं। ऐसे में हर राजनीतिक दल चाहता है कि उत्तर प्रदेश में अपनी ज्यादा से ज्यादा सीट जीतकर सरकार बनाने की अपनी दावेदारी को मजबूत करे।
Lok Sabha Election 2024 : चुनाव से पहले बड़ा सियासी उलटफेर
वहीं पिछले दिनों सपा से इस्तीफा देकर नई पार्टी बनाकर चर्चा में आए स्वामी प्रसाद मौर्य को भी पार्टी टिकट देकर चुनाव मैदान में उतार सकती है।

हालांकि, इस बाबत जब सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव से स्वामी प्रसाद मौर्य को टिकट देने पर सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब दिया कि क्या स्वामी प्रसाद कभी सपा छोड़कर गए थे? वहीं जब उनसे दूसरा सवाल पूछा गया कि क्या पार्टी ने स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। तो इसका जवाब देते हुए अखिलेश यादव ने कहा, हमारी कमेटी विचार कर रही होगी।

मुझे इसकी जानकारी नहीं है। जानकारी के लिए बता दें कि बीते दिनों स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी से उपेक्षा और बात न सुनने का आरोप लगाते हुए महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन, इसी के साथ अखिलेश को लेकर नर्म रुख अपनाते हुए कहा था कि उन्हें अखिलेश से कुछ भी शिकायत नहीं है।
बता दें कि आगामी Lok Sabha Election 2024 में उत्तर प्रदेश में मुख्य रूप से एनडीए और इंडिया गठबंधन की लड़ाई देखी जा रही है। जहां एनडीए में बीजेपी, अपना दल, सुभासपा, निषाद पार्टी हैं, वहीं इंडिया गठबंधन में कांग्रेस, सपा, जैसे दल हैं। उत्तर प्रदेश की राजनीति में बीएसपी पार्टी भी बड़ी भूमिका निभा सकती है।

हालांकि, बीएसपी सुप्रीमों मायावती ने एलान कर दिया है कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में अकेले ही Lok Sabha Election 2024 का चुनाव लड़ेगी। आसार यह भी लगाए जा रहे हैं कि बीएसपी अकेले चुनाव लड़कर किसी मजबूत पार्टी को बाद में समर्थन भी दे सकती है। जानकारी के लिए बता दें बीएसपी सुप्रीमों मायावती का पिछड़ों, दलितों का एक मजबूत वोटबैंक है। जो केवल बहन मायावती को ही अपना वोट देता है।
उत्तर प्रदेश में बीएसपी पूरे लोकसभा चुनाव में चुनाव परिणाम को भी बदल सकती है। ऐसे में एनडीए हो या इंडिया गठबंधन की मंशा है कि बीएसपी किसी एक साथ लोकसभा का चुनाव लड़ें। क्योंकि इस बात को हर दल जानता है कि बीएसपी का एक बहुत बड़ा वोटबैंक दलित वर्ग है, ऐसे में बहन जी के साथ इस समाज के बहुत बड़े वर्ग के साथ जाने की उम्मीद है।
इधर पीएम मोदी भी जानते हैं कि 400 पार का फॉर्मूला तभी संभव है जब उनके साथ समाज का हर वर्ग जुड़ेगा। अगर इंडिया गठबंधन की बात करें तो यूपी में अखिलेश यादव अपने PDA के एजेंडे को लेकर अपनी आवाज को बुलंद किए हुए है। उन्हें पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यक वर्ग से काफी उम्मीदें हैं। हालांकि, देखना बड़ा रोचक होगा कि देश में मुस्लिम वोट किधर जाने वाला है। यूपी में मुस्लिम वोटबैंक भी ज्यादा है, जो अंदर ही अंदर सपा से नाराज चल रहा है। कहना गलत नहीं होगा कि लोकसभा चुनाव में मुस्लिम वोटबैंक गेम चेंजर का काम करने वाला है।
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Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।