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मप्र लोकसेवा आयोग परीक्षामप्र लोकसेवा आयोग

मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग ने अपना 2019 को परीक्षा परिणाम जारी कर दिया है। जिसमे कोई डिप्टी कलेक्टर बना तो कोई नायब तहसीलदार सहित तमाम पद पर चयनित हुए।और इन ही चयनित अभ्यार्थी से सलाह जान लाखो विद्यार्थी लोकसेवा आयोग परीक्षा की तैयारी कर प्रशासनिक अधिकारी बनने का सपना देखते है। इसलिए आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे की सफलता की इस यात्रा में चयतित अभ्यार्थी क्या कुछ कहते है।

Table of Contents

👉🏻सफल अभ्यार्थी ने बताया लक्ष्य पाने के लिए यह है जरूरी-

● नियमित प्रयास और धेर्य रखना जरूरी है।

●स्वयं पर विश्वास। जो कर रहे है उसे बीच रास्ते में ना छोड़े।

.●पढ़ाई के तरीके सा सोर्स में बार- बार बदलाव न लाएं।

●.सोशल मीडिया में समय खराब न करे।

👉🏻2 बार असफल पर तीसरी बार में सफल हो नायब तहसीलदार बनने वाली प्राची ने लक्ष्य पाने के लिए यह बताया-

●सिलेबस को फॉलो करना। प्रिलिम्स मप्र राज्य को अच्छे से पढ़ लेना। सभी विषय बारीकी से पढे।

●मेन्स के लिए सिलेबस पर ध्यान देना चाहिएल।

●समसामायिक घटनाओं की जानकारी रखना चाहिए।

.●हमारे पास उतर के लिए लिमिटेड स्पेस होता है। अच्छा कंटेट दे ताकि परीक्षक संतुष्ट हो।

●परिणाम जो भी हो.कभी धैर्य नहीं खोएं।

👉🏻उज्जैन से डीसपी बने हर्ष राठौर यह बताते है.सफलता के पांच मंत्र…

1.रणनीति-परीक्षा का पैटर्न लगभग समान होता है।तैयारी की एक रणनीति बनाए।उस रणनीति पर भरोसा करे बार-बार बदले नहीं।

2. आंसर राइटिंग-परीक्षा में समय महत्वपूर्ण है। स्टॉप वॉच से टेस्ट सिरीज की प्रेक्टीस करे।यदि समय पर आपका पेपर पूरा नहीं हो पा रहा है। तो आरप बहुत हद तक पेपर से बाहर हो जाऐेगे।

3.गलतियों से सीखे- अच्छी गाइड रखें।उनके द्वारा बताई कमियों और अपनी गलतियों से सीखे।गलती को माने व दूर करें।

4. सिंगल सोर्स मल्टीपल रिविजन-पढ़ाई के लिए मल्टीपल सोर्सेज के जगह सिंगल सोर्सेज के मल्टीपल रिविजन हो।

5. नोट्स फार्मेटिंग- जो बुक्स पढ़ी है उनकी नोट फॉर्मेटिंग बनाएं। इससे परीक्षा के समय समय रिविजन आसान होता है।

 

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👉🏻चयनिति डीसपी ने बताया इन तीन गलतियों से दूर रहे विद्यार्थी-

1. आलस- आजकल बच्चे या तो पढ़ रहे है या मोबाईल चला रहे है। लाइफ स्टाइल सही होना चाहिए।जिसमें फिजिकल एक्टिविटी भी हों। आलस नहीं होना चाहिए।

2. समय का बहाना नही.- समय की कमी को कभी बहाना न बनाएं। 24 घंटे पर्याप्त होते है। मै पूरी नींद लेता हूं।कभी रातें काली नहीं की।

3. अनियमियता- कई स्टूडेंट्स एक दिन 12 घंटे तो दूसरे दिन बिल्कुल पढ़ाई नहीं करते। भले ही चार घंटे की पढ़ाई हो लेकिन यह नियमित होना चाहिए।

👉🏻 टॉपर प्रिया ने कहा- सेल्फ प्रिपरेशन थी, खुद के नोट्स बनाए-:

सतना जिले से टॉपर प्रिया बतातिन्ह की सेल्फ प्रिपरेशन थी, खुद के नोट्स बनाए। इसके साथ ही मॉक टेस्ट का भी सहारा लिया। अच्छे रिजल्ट के लिए पेंशेस रखना बहुत जरूरी। 2020 में डीएसपी पद पर हुआ था चयन। मेरे माता-पिता से मुझे मोटिवेशन मिला। वो मुझे हमेशा बताते रहे कि अब आपको पीछे नहीं मुड़ना है। इंटरनेट मीडिया को लेकर प्रिया ने कहा कि आपको इसका उपयोग अपनी पढ़ाई के लिए करना चाहिए।

👉🏻समसामयिक मुद्दो की ऐसे करें तैयारी-

समसामयिक विषयों की तैयारी करने के लिए आप नियमित रूप से समाचार पत्रों का अध्ययन करें। जैसे द हिंदू, इंडियन एक्सप्रेस के अलावा बीबीसी और डीडी न्यूज का बुलेटिन जरूर देखे। पिछले साल के प्रारंभिक प्रश्न पत्रों में भी समसामयिक मुद्दों से संबंधित प्रश्नों का अच्छा अनुपात रहा है इसलिए ये जरूरी है कि समसामयिक मुद्दों की तैयारी करते रहना चाहिए। इसके अलावा आप समसामयिक मुद्दों के लिए किताबों का भी सहारा लें सकते है। इसके लिए आप चाहे तो NCERT और NIOS की किताबों को पढ़ सकते है ये किताबें आनलाईन नि:शुल्क उपलब्ध है।

👉🏻मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग परीक्षा पास कर आप इन पदों पर जा सकते है :-

मप्र लोकसेवा आयोग परीक्षा

डिप्टी कलेक्टर (Deputy Collector) .

DSP (Deputy Superintendent of Police)

नायब तहसीलदार (Naib Tehsildar)

सहायक रजिस्ट्रार (Assistant Registrar)

राज्य कर अधिकारी (State Tax Officer)

जिला आबकारी अधिकारी (District Excise Officer)

राज्य खाता सेवा (State Account Service)

सहायक रजिस्ट्रार सहकर्मी समितियां (Assistant Registrar Cooperative Societies)

राज्य कर अधिकारी (State Tax Officer)

जिला आबकारी अधिकारी (District Excise Officer)

श्रम अधिकारी (Labor Officer)

रोज़गार अधिकारी (Employment Officer)

जिला पंजीयक (District Registrar)

जिला आयोजक आदिम जाति कल्याण (District Coordinator, Tribal Welfare)

एरिया ऑर्गनाइजर (Area Organizer)

सहायक निदेशक खाद्य एवं खाद्य अधिकारी (Assistant Director, Food and Civil Supplies)

प्रखंड विकास अधिकारी (Block Development Officer)

मुख्यप्रोजेक्ट अधिकारी( रूरल एरिया) (Chief Project Officer – Rural Area)

सहायक जेलर (Assistant Jailor)

सहायक श्रम अधिकारी (Assistant Labor Officer)

सहकारी निरीक्षक (Cooperative Inspector)

परिवहन उपनिरीक्षक (Transport Sub-Inspector)

आबकारी उपनिरीक्षक (Excise Sub-Inspector)

बिक्री कर निरीक्षक (Sales Tax Inspector)

सहायक अधीक्षक भूमि अभिलेख (Assistant Director, Land Records)

आंगनबाड़ी मुख्य प्रशिक्षक (Anganwadi Chief Trainer)

जिला महिला बाल विकास अधिकारी (District Women and Child Development Officer)

प्रशिक्षण संस्थान के प्रधान सचिव राचेल (Principal Secretary, Training Institute – Rachel)

सहायक निदेशक जनसंपर्क (Assistant Director, Public Relations)

उप रजिस्ट्रार (Deputy Registrar)

अपर सहायक विकास आयुक्त (Assistant Development Commissioner)

सहायक निदेशक स्थानीय निधि लेखा परीक्षा (Assistant Director, Local Fund Audit)

जिला कमांडेंट होम गार्ड (District Commandant, Home Guard)

क्षेत्र आयोजक (Area Coordinator)

सहायक परियोजना अधिकारी (Assistant Project Officer)

परियोजना अधिकारी समेकित बाल विकास परियोजना (Integrated Child Development Project Officer)

सहायक संचालक (Assistant Manager)

👉🏻किसी भी राज्य की लोकसेवा परीक्षा में सबसे अधिक मांग वाला पद जिसके लिए विद्यार्थी करते है ,लंबा संघर्ष:-
मप्र लोकसेवा आयोग परीक्षा
मप्र लोकसेवा आयोग

सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM):-

लोकसेवा आयोग परीक्षा के माध्यम से यह सबसे अधिक मांग वाला पद है. जिला मजिस्ट्रेट के बाद डिप्टी कलेक्टर एक जिले में दूसरे कमांड अधिकारी होते हैं और कानून और व्यवस्था, राजस्व और सामान्य प्रशासन के मामलों पर दिन-प्रतिदिन काम करने में उनकी सहायता करते हैं।

👉🏻 पीएससी और यूपीएससी में ऐसे समझे अंतर:-

यूपीएससी सिविल सर्विस और स्टेट सिविल सर्विस में सबसे मूलभूत अंतर तो यही है कि एक ऑल इंडिया लेवल का है और दूसरा राज्य लेवल का. अगर कोई यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम क्रैक करके जॉब पाता है तो उसकी नियुक्ति पूरे देश में कहीं भी हो सकती है. जबकि स्टेट पीएससी क्लीयर करने पर संबंधित राज्य में ही नियुक्ति होगी।साथ ही यूपीएससी क्लीयर करके आईएएस बनते हैं जबकि पीसीएस परीक्षा क्लीयर करने पर स्टेट लेवल ऑफिसर ही बनते हैं।

👉🏻पाठक का सवाल :- कलेक्टर और आईपीएस में कौन होता है बड़ा??

जो भी कलेक्‍टर बनता है या SP बनता है. उसे संघ लोकसेवा आयोग (UPSC) की सिविल सर्विस एग्जाम (Civil Service Exam) पास करनी होती है. ये परीक्षा बहुत ही कठिन मानी जाती है क्‍योंकि इसमें सिर्फ 500 से 1000 पद ही खाली होती हैं. उसमें भी जो कलेक्‍टर या SP बनता है उसे और ज्‍यादा अच्‍छे नंबर लाने होते हैं. ऐसे में ज्‍यादातर लोग IAS को वरीयता देते है।

●IAS अधिकारी और IPS अधिकारी के काम बिल्‍कुल अलग होते हैं और इसी के चलते दोनों के पास अलग-अलग पावर होती है. IAS अधिकारी कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के नियंत्रण में रहते हैं. वहीं IPS डायरेक्‍ट केंद्रीय गृह मंत्रालय के नियंत्रण में रहते हैं. एक IAS अधिकारी का वेतन IPS ऑफिसर की तुलना में ज्यादा होता है. किसी एक क्षेत्र में एक ही IAS अधिकरी को अपाइंट किया जाता है, जबकि IPS ऑफिसर की संख्‍या कम और ज्‍यादा हो सकती है. इस तरह से एक IAS अधिकारी का वेतन, पद और अधिकार IPS अधिकारी से बेहतर होते हैंl

 

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👉🏻यह भी जाने :-

●IAS अधिकारी और IPS अधिकारी का काम भले ही अलग होता है, लेकिन फिर भी इन दोनों अधिकारियों की ट्रेनिंग कुछ महीने साथ में होती है. इन अधिकारियों को 3 महीने की फाउंडेशन ट्रेनिंग दी जाती है. उसके बाद IPS अधिकारी ट्रेनिंग के लिए हैदराबाद चले जाते हैं।

👉🏻 प्रशासनिक अधिकारी बनने का है मन तो 12 वी कक्षा से यह करे :–

सिविल सेवा परीक्षा के लिए सबसे पहले आपको अपनी 12वीं की पढ़ाई के बाद ही ये डिसिजन लें लेना चाहिए कि आपको सिविल सेवा में जाना है। सिविल सेवा की तैयारी के लिए कम से कम 2 से 3 वर्ष का समय लगता है। आप अपने ग्रेजुएशन के दिनों से ही इसकी तैयारी शुरू कर दे। इस परीक्षा की तैयारी की शुरूआत NCERT की किताबों का अध्ययन करने से करे।

इसके अलावा सिविल सेवा परीक्षा का पूरा सिलेबस अपने साथ रखे और उसके अनुसार ही तैयारी करे। अधिकतर कैंडिडेट अपनी ग्रेजुएशन के किसी एक विषय में से ही परीक्षा के मुख्य चरण के लिए विषय चुनते है। इससे आपको आसानी रहती है क्योंकि आप ग्रेजुएशन के साथ इस विषय को पूरे तीन साल पढ़ते है। इसके अलावा दूसरे चयनित वैकल्पिक विषयों के लिए आप स्टडी मटेरियल का चयन कर सकते है या फिर एक्सपर्ट की सलाह ले सकते है।

👉🏻दार्शनिकों की सलाह :- प्लान बी तैयार रखें :-

लाखों उम्मीदवार सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी करते हैं, लेकिन इसमें सभी सफल नहीं हो पाते हैं। ऐसे में यदि आप परीक्षा में पास नहीं हो पाते हैं तो आपको प्लान बी तैयार रखना चाहिए। यूपीएससी की तैयारी के समय अपने विश्व इतिहास, राजनीति, भूगोल, अर्थव्यवस्था, नैतिक सिद्धांतों, विभिन्न दार्शनिकों और क्रांतिकारियों को पढ़ा होगा, यह विषय आपके भविष्य के लिए मददगार होंगे। जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखना और उद्देश्य की स्पष्टता होना आपको हमेशा एक अच्छा जीवन जीने के लिए प्रेरित करेगा।

Lokendra Singh Tanwar
Auther at Hind Manch

लोकेन्द्र सिंह तंवर

आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं।

आप  The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।

By Lokendra Singh Tanwar

लोकेन्द्र सिंह तंवर

आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं। आप  The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।

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