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UNICEF Day

UNICEF Day आज, जाने बच्चो के अधिकारों व विकास के लिए कैसे करता है काम….

UNICEF Day, बच्चों के विकास के बारे में जागरूकता बढ़ाने के मकसद से मनाया जाता है. इसका उद्देश्य भुखमरी, बच्चों के अधिकारों का हनन और नस्ल, क्षेत्र या धर्म के खिलाफ भेदभाव को खत्म करना है. यूनिसेफ बच्चों और किशोरों को हिंसा और शोषण से बचाने का भी काम करता है।

ऐसे आया यूनिसेफ अस्तित्व में:-

यूनिसेफ का मतलब यूनाइटेड नेशंस इंटरनेशनल चिल्ड्रन इमरजेंसी फंड है. यूनिसेफ की स्थापना संयुक्त राष्ट्र द्वारा 11 दिसंबर, 1946 को युद्ध के बाद यूरोप और चीन में बच्चों की आपातकालीन जरूरतों को पूरा करने के लिए की गई थी. हर जगह विकासशील देशों में बच्चों और महिलाओं की जरूरतों से निपटने के लिए यूनिसेफ के जनादेश को 1950 में बनाया गया था. 1953 में, यह संयुक्त राष्ट्र प्रणाली का हिस्सा बन गया।

UNICEF Day का महत्व:-

UNICEF Day बच्चों के सतत विकास के संदर्भ में जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. कोविड 19 के संक्रमण काल में यूनिसेफ की भूमिका जग जाहिर हुई, जब वैक्सीन प्रोवाइड करने के मामले में यूनिसेफ दुनिया में सबसे आगे था. यूनिसेफ दिवस का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर के बच्चों की रक्षा करना और शिक्षा, भोजन, वैक्सीनेशन, खानपान, स्वच्छता, कौशल निर्माण, एचआईवी की रोकथाम तथा माताओं शिशुओं के उपचार को लेकर आवश्यक कदम उठाना है।

संविधान में वर्णित संवैधानिक अधिकार :-

UNICEF Day

■ समानता का अधिकार-

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 के अनुसार, भारत में प्रत्येक नागरिक कानून के समक्ष समान है और उसे कानून के तहत समान सुरक्षा दी जाती है. चूंकि बच्चे भविष्य के कर्णधार हैं, इसलिए यह अधिकार उन पर लागू होता है।

■ भेदभाव के विरुद्ध अधिकार-

अनुच्छेद 15(3) के अनुसार, राज्य को महिलाओं और बच्चों के लिए कोई विशिष्ट उपाय अपनाने से नहीं रोका जाना चाहिए।

■जीवन का अधिकार-

अनुच्छेद 21 के अनुसार हर व्यक्ति को जीवन, स्वतंत्रता और सुरक्षा का अधिकार है. इसके तहत भारत में प्रत्येक बच्चे व्यक्तिगत स्वतंत्रता और उचित प्रक्रिया का हकदार है।

■स्वास्थ्य का अधिकार- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत प्रत्येक बच्चे को स्वस्थ जीवन जीने का अधिकार है, भले ही भौतिक रूप से ही सही. इसमें एचआईवी संक्रमण, पीने के लिए स्वच्छ जल का अभाव, उचित स्वच्छता और भुखमरी जैसे मुद्दे शामिल हैं।

यह अधिकार है खास जो हर बच्चे को निःशुल्क शिक्षा प्रदान कर करता है शिक्षित:-

●शिक्षा का अधिकार- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 ए के तहत 6 से 14 वर्ष की आयु के प्रत्येक बच्चे को मुफ्त और अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा का अधिकार है। अनुच्छेद 45 के अनुसार, राज्य को छह वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों के लिए प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा प्रदान करने का प्रयास करना होगा।प्रत्येक वर्ष निःशुल्क शिक्षा के अधिकार के तरह ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए जाते है। जहाँ बच्चा को स्कूल चुन शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार होता है।

यूनिसेफ का कार्यक्षेत्र:-

यूनिसेफ का अधिकांश कार्यक्षेत्र 190 देशों/क्षेत्रों में मौजूद है। 150 से अधिक देशों के कार्यालयों/ मुख्यालयों और यूनिसेफ के नेटवर्क से जुड़े अन्य कार्यालयों तथा 34 राष्ट्रीय समितियाँ मेज़बान सरकारों के साथ विकसित कार्यक्रमों के माध्यम से यूनिसेफ के मिशन को पूरा करती है। सात क्षेत्रीय कार्यालय आवश्यकतानुसार देशों के कार्यालयों को तकनीकी सहायता प्रदान करते हैं।

आप भी ऐसे मना सकते है आज यूनिसेफ दिवस:-

UNICEF Day

बच्चों के लिए धन संग्रह:-

अपने मित्रों, परिवार और सहकर्मियों से दान प्राप्त करके धन जुटाएँ। यूनिसेफ का एक पोर्टल है जहां आप जरूरतमंद बच्चों को दान दे सकते हैं। आपके द्वारा जुटाई गई धनराशि इस वेबसाइट को दान करें।

शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध करायें:-

उन वंचित बच्चों की मदद करें जिन्हें आप जानते हैं। आप उनकी शिक्षा में सहायता के लिए किताबें खरीदने में उनकी मदद कर सकते हैं। आप अभी भी मदद कर सकते हैं, भले ही आपकी क्रय शक्ति कम हो।

एक सेमिनार आयोजित करें:-

आपके समुदाय में बच्चे जिन स्थितियों का अनुभव कर रहे हैं, उनके बारे में सामग्री बनाएँ। इसके लिए आप किसी एनजीओ या किसी अन्य संगठन से जुड़ सकते हैं। वे इस उद्देश्य में आपकी मदद करने में प्रसन्न होंगे। फिर अपने समुदाय में जागरूकता बढ़ाने के लिए स्थानीय स्तर पर एक सेमिनार आयोजित करें।

आप ऐसे कर सकते है यूनिसेफ में दान :-

अगर आप भी चाहते है की मेरी कमाई का कुछ हिस्सा,बच्चों की शिक्षा व उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए उपयोगी हो तो आप UNICEF DONATION LINK के माध्यम से दान कर सकते है।

आप ऐसे जुड़ सकते है यूनिसेफ के साथ, और नोकरी के लिए भी कर सकते है आवेदन :-

बच्चों के अधिकारों की वकालत करने, उनकी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में मदद करने और उनकी पूरी क्षमता तक पहुंचने के लिए उनके अवसरों का विस्तार करने जैसे चुनौतीपूर्ण काम में शामिल होने के इच्छुक हों। वर्तमान अवसरों की जाँच करें – CLICK HERE

 

यूनिसेफ युवाओं को इंटर्नशीप का भी देता है मौका:-

यदि आपके पास स्नातक की डिग्री है, कई वर्षों का कार्य अनुभव है और आप दीर्घकालिक स्वयंसेवक अवसरों में रुचि रखते हैं, तो आप संयुक्त राष्ट्र स्वयंसेवक (यूएनवी) कार्यक्रम में प्रवेश के लिए पात्र हो सकते हैं। यह एक संयुक्त राष्ट्र का सामान्य कार्यक्रम है जो यूनिसेफ सहित पूरे संयुक्त राष्ट्र प्रणाली में कार्यों के लिए स्वयंसेवकों की भर्ती करता है।

यूनिसेफ के बारे में क्या सोचती है दुनिया:-

◆बच्चों के साथ काम करना एक ऐसी चीज़ है जिसे करने में मुझे सचमुच आनंद आता है – यही कारण है कि मैं यूनिसेफ के साथ भी काम करता हूँ। -लुईस हैमिल्टन

◆मैं इस बात की गवाही दे सकता हूं कि बच्चों के लिए यूनिसेफ का क्या मतलब है क्योंकि मैं उन लोगों में से था जिन्हें द्वितीय विश्व युद्ध के तुरंत बाद भोजन और चिकित्सा राहत मिली थी। -ऑड्रे हेपबर्न

यह भी जाने:-

●यूनिसेफ के वर्तमान अध्यक्ष ऐन वेनेमन है।

●यूनिसेफ का मुख्यालय न्यूयॉर्क में है।

●UNICEF की फुल फॉर्म United Nations International Children’s Emergency Fund है।

●यूनिसेफ का वित्त पोषण विभिन्न सरकारों और निजी दाताओं द्वारा किया जाता है। संगठन के संसाधनों का दो-तिहाई योगदान विभिन्न देशों की सरकारें करती हैं।

●यूनिसेफ को वर्ष 1965 में नोबेल शांति पुरस्कार, वर्ष 1989 में इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार और वर्ष 2006 में प्रिंस ऑफ अस्तुरियस अवॉर्ड मिला था।

●यूनिसेफ दुनिया में मच्छरदानी का सबसे बड़ा खरीदार है, जिसका उपयोग बच्चों को मलेरिया जैसी हानिकारक बीमारियों से बचाने के लिए किया जाता है।

●यूनिसेफ बच्चों को सामान्य बीमारियों के खिलाफ तीन अरब से अधिक टीके निःशुल्क प्रदान करता है।

●यूनिसेफ के पास कोपेनहेगन में एक गोदाम है, जो दुनिया में सबसे बड़ा है, और दो से चार दिनों में दुनिया में कहीं भी जहाज भेजा जा सकता है।

Lokendra Singh Tanwar
Auther at Hind Manch

लोकेन्द्र सिंह तंवर

आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं।

आप  The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।

By Lokendra Singh Tanwar

लोकेन्द्र सिंह तंवर

आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं। आप  The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।

2 thoughts on “UNICEF Day 2023: जानिए क्यों मनाया जाता है यूनिसेफ डे, भारत में क्या हैं बच्चों के अधिकार?”

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