धर्म नगरी काशी में इनदिनों पर्यटकों का जमावड़ा लगा हुआ है।
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में देश-विदेश से लोग सर्दी के मौसम में काशी विश्वनाथ और गंगा दर्शन करने आ रहे हैं। एक रिपोर्ट की माने तो बीते एक वर्ष में देश के अन्य किसी पर्यटक स्थल से ज्यादा लोग बनारस( काशी) घूमने आ रहे हैं। काशी में काशी विश्वनाथ मंदिर एवं गंगा के अतिरिक्त घूमने के लिए काफी जगहें हैं। जिनमें सारनाथ, संकट मोचन मंदिर, दुर्गाकुंड, काशी हिंदू विश्वविद्यालय समेत अन्य प्रमुख जगहें हैं।
अब इसी कड़ी में स्थानीय प्रशासन ने बाहर से आने वाले पर्यटकों को शहर भर में घूमने के लिए ई-बस सर्विस की सुविधा देने जा रहा हैं। हालांकि, नगर में नगर बस सेवा सुचारू रूप से चल रही है। लेकिन, इसके अतिरिक्त 6 नई ई-बसें चलाईं जाने वाली है। जिससे काशी आने वाले पर्यटकों को घूमने में आसानी तो होगी ही साथ ही कम खर्च में उन्हें काशी दर्शन करने का भी मौका मिलेगा।
बताते चलें कि अभी तक वाराणसी में नगर बस सेवा मिर्जामुराद-कैंट-बाबतपुर वाया मोहनसराय, मिर्जामुराद-लंका-कैंट-सिंधौरा वाया मोहनसराय, मिर्जामुराद-जंसा-कैंट-लंका वाया राजातालाब और मिर्जामुराद-कैंट-सारनाथ वाया अखरी व BLW रूट शामिल है। अभी वाराणसी में 25 ई-बसों का संचालन 7 रूटों पर किया जा रहा है।
काशी में प्रमुख मार्गों पर चलेंगी ई-बसें
बताते चलें कि काशी में यह बस सेवा नए साल पर 1 जनवरी से शुरू की जाएंगी। इन बसों का संचालन कैंट स्टेशन से चलने वाली इन बसों से श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर, संकटमोचन, दुर्गाकुंड, सारनाथ, चौबेपुर में स्वर्वेद मंदिर, मार्कंडेय महादेव, रोहनिया स्थित शूलटंकेश्वर महादेव और रामनगर का किला भी घुमाया जाएगा।

वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज ने काशी दर्शन यात्रा की रूपरेखा तैयार की है। पहले चरण में छह ई-बसें काशी दर्शन के लिए लगाई जाएंगी। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद से काशी में पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ी है।
स्वर्वेद महामन्दिर और मार्कण्डेय महादेव तक चलेंगी बसें
दक्षिण भारतीय और अन्य महानगरों से आने वालों का क्रम बना हुआ है। ऐसे में उन्हें सिटी ट्रांसपोर्ट की ई-बसों से काशी दर्शन कराने की योजना बनाई गई है।

सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज के अधिकारियों ने बताया कि नगरीय परिवहन निदेशालय को काशी दर्शन का प्रस्ताव भेजा गया था, जिस पर मुहर लग गई है।

दरअसल, हाल ही में पीएम मोदी ने नमो घाट, ध्यान और योग के केंद्र स्वर्वेद मंदिर का उद्घाटन किया है। इसी दौरान इनदिनों काशी में काशी तमिल संगमम का भी कार्यक्रम चल रहा है। ऐसे में बाहर से आए हुए पर्यटकों को अब काशी भ्रमण करने में कोई समस्या नहीं होने वाली है।

Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।