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मुख्यमंत्री

तेलगांना, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान में विधानसभा चुनाव संपन्न हो,परिणाम घोषित हो नए मुख्यमंत्री ने शपथ भी ले ली। जीते हुए विधायक मुख्यमंत्री बनने के बाद अब आम आदमी नहीं रहे क्योकि इनके कंधो पर पूरे प्रदेश के करोड़ो लोगो की जिम्मेदारी है लिहाजा उतनी ही कड़ी सुरक्षा देने की जवाबदेही भी प्रशासन की है। इसलिए आज के इस लेख में हम देखेंगे कि किसी भी राज्य की मुख्यमंत्री की सुरक्षा कैसे होती है।

सुरक्षा व्यवस्था में 4 तरह की सुरक्षा मुहैया कराई जाती है। इनमें सबसे बड़ी सुरक्षा जेड प्लस होती है।जो ज्यादातर केंद्र सरकार के मंत्री ,मुख्यमंत्री, न्यायधीश, मशहूर राजनेता और बड़े ब्यूरोकेट्स को दी जाती है।

देश में यह है सुरक्षा के 4 च्रक

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1. एक्स कैटेगरी :-

यह एक बेसिक प्रोटेक्शन है, जो छोटे नेताओं या अभिनेताओं को दी जा सकती है। एक्स सिक्योरिटी में दो सुरक्षाकर्मी होते है,जिनमे कमांडो शामिल नहीं होते।इसमे पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर शामिल हो सकता है। देश के 65 से ज्यादा लोगो को इस कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है।

2. वाय कैटेगरी

वीआईपी लोगो को दी जाती है।सुरक्षा के लिए 11 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाते है,जिसमे 1 या कभी कभी 2 कमांडो और 2 पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर शामिल होते है।

3.जेड कटैगरी

इसमे 22 सुरक्षाकर्मी रहते है,जिसमे नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एसएसजी) के 4 या 5 कमांडर हो सकते है। यह सुरक्षा दिल्ली पुलिस या सीआरपीएफ मुहैया कराती है।इसम्स एस्कार्ट कार भी होती है। कमांडो के पास मशीन गन और आधुनिक संचार साधन रहते है। कमांडो मार्शल आर्ट में इतनी महारत रखते है किबगैर हथियार के दर्जनों लोगों पर भारी पड़ते है।

4. जेड प्लस सिक्युरिटी

यह सिक्युरिटी केंद्र सरकार के मंत्री,न्यायधीश सुप्रीम कोर्ट, मशहूर राजनेता व ब्यूरोकेट्स को मुहैया कराई जाती है। 36 कमांडो तैनात होते है। 10 कमांडो एनएसजी के होते है।जो हथियारों के साथ सूटकेस लिए होते है।आपातकालीन समय मे सूटकेस खुलते ही वीवीआइपी के सामने एक बुलेटप्रूफ दीवार खड़ी हो जाती है।जिसे गोलियों से भी नहीं भेदा जा सकता।इसमे तीन घेरे में सुरक्षा की जाती है।पहले घेरे में एनएसजी सुरक्षा करती है।इसके बाद एसपीजी के अधिकारी तैनात होते है।इसके साथ आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान सुरक्षा करते है।

● सुरक्षा का जिम्मा सीआईएसएफ के पास अधिक-

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वैसे तो हर सुरक्षा बल का जिम्मा सुरक्षा करना होता है। लेकिन सीआईएसएफ के पास कई जगह सुरक्षा करने का जिम्मा है।सीआईएसएफ संपत्ति और प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के साथ-साथ परिसर के कर्मचारियों को सुरक्षा देता है। इसके अलावा सीआईएसएफ के पास अंतरिक्ष विभाग, परमाणु ऊर्जा विभाग, हवाई अड्डे, दिल्ली मेट्रो, बंदरगाहों, ऐतिहासिक स्मारकों और पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, बिजली, कोयला, इस्पात और खनन की भी सुरक्षा का जिम्मा है। फिलहाल सीआईएसएफ देशभर में 353 प्रतिष्ठानों को सुरक्षा कवर उपलब्ध करवा रहा है।

●अयोध्या में राम मंदिर के सुरक्षा का जिम्मा भी CISF के हवाले:-

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अयोध्या में राम मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक बल) को सौंपी गई है. अगले साल जनवरी में मंदिर के उद्घाटन से पहले सीआईएसएफ अपना सुरक्षा का ताना-बाना यहां पर तैयार कर लेगी।सीआईएसएफ के डीजी सहित दूसरे अधिकारियों ने हाल ही में राम मंदिर परिसर का दौरा किया था. सीआईएसएफ की कंसल्टेंसी विंग इस पूरे प्लान को तैयार करेगी. अगले साल जनवरी में मंदिर के उद्घाटन से पहले सीआईएसएफ अपना सुरक्षा का ताना-बाना यहां पर तैयार कर लेगी।

●पाठक का सवाल :- NSG में कैसे होते है शामिल:-

The Hind Manch के पाठक भोपाल से हिमांशु त्रिपाठी जानना चाहते है कि NSG में कैसे शामिल होते है।

हिंद मंच जवाब के रूप में जानकारी देना चाहता है उम्मीदवार जो कमांडो के रूप में NSG में शामिल होना चाहते हैं, उन्हें पहले और कम से कम तीन साल की सर्विस भारतीय सशस्त्र बलों या भारतीय पुलिस बल में किया हुआ होना चाहिए. इसके बाद ही नेशनल सिक्योरिटी गार्ड कमांडो के पदों के लिए आवेदन करने के योग्य माने जाते हैं. इसके साथ निम्नलिखित योग्यता भी होनी चाहिए.पिछले तीन वर्षों की सेवा में कोई खराब रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए.उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएट होना चाहिए.आयु 35 वर्ष से कम होनी चाहिए. किसी भी उम्मीदवार को उनकी जाति, समुदाय या धर्म के संबंध में आयु में कोई छूट नहीं दी गई है.सभी तरह से फिट होना चाहिए (शारीरिक और चिकित्सा)सर्विस सर्टिफिकेट होना चाहिए.उनके संगठन से अनापत्ति प्रमाण पत्र होना चाहिए।

●पाठक का सवाल क्या अभी में सुरक्षा बल में शामिल हो सकता हूँ:-

उज्जैन के राहुल जानना चाहते है क्या अभी में सुरक्षा बल में शामिल होने के लिए आवेदन कर सकता हूँ।

जी हां हाल ही में एस एस सी जीडी में 26 हजार से अधिक पदों पर आवेदन आमंत्रित की है ।अगर आप भी 10 वी पास है। और आपको उम्र 18 से 25 के बीच है तो आप 30 दिसंबर तक आवेदन कर सकते है।

Lokendra Singh Tanwar
Auther at Hind Manch

लोकेन्द्र सिंह तंवर

आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं।

आप  The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।

By Lokendra Singh Tanwar

लोकेन्द्र सिंह तंवर

आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं। आप  The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।

3 thoughts on “4 राज्यो को मिले नए मुख्यमंत्री, जानिए कैसे 36 कमांडो जेड प्लस केटेगरी में करते है मुख्यमंत्री की सुरक्षा….”
  1. […] को भर्ती किया गया। जो पूरे मध्यप्रदेश में कार्य कर रहे है हर जिले के हर ब्लॉक में कुल 30 जनसेवा […]

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