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चुनाव में उपयोग होने वाली शब्दावली

चुनाव में उपयोग होने वाले शब्दावली का जाने अर्थ-
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3 दिसम्बर को जारी होंगे 5 राज्यो के चुनाव परिणाम…जाने क्या होता है एग्जिट पोल……

राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मिजोरम इन 5 राज्यो में किसकी सरकार होगी इस बात का पता तो 3 दिसंबर को मतगणना के बाद जारी चुनाव परिणाम के बाद ही तय हो पाएगा। लेकिन 30 नवंबर को जारी एग्जिट पोल से कई दल ख़ुशी मनाने लगे है की हमारी सरकार बन रही है। आखिर क्या होता है एग्जिट पोल ?? क्या रखता है मायने ..आज के इस लेख में हम चुनाव में उपयोग होने वाली शब्दावली पर चर्चा करेंगे।

एग्जिट पोल

एग्जिट पोल एक प्रकार का सर्वे होता है। जो कि सिर्फ और सिर्फ मतदना वाले दिन ही किया जाता है।मीडिया कर्मी मतदान केन्द्र के बाहर खड़े रहते है। और एक के बाद एक मतदान कर आने वाले मतदाता से बातचीत करते है, और अपने सवालों से यह पता करने की कोशिश करते है कि एक बड़े समुदाय व किस वर्ग ने किस पार्टी को वोट किया है। आमतौर पर 30 हजार से लगाकर 1 लाख वोटर से चर्चा होती है। और फिर इस आधार पर आंकड़े तैयार किए जाते है कि किस पार्टी की सरकार बन रही है।यह एग्जिट पोल चुनाव परिणाम के 3 पहले जारी किया जाता है।मालूम हो कि 1998 में पहली बार एग्जिट पोल का उपयोग किया गया था।

ओपिनियन पोल

एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल अपने आप मे कई मायने में अलग है।ओपिनियन पोल में हर व्यक्ति को शामिल किया जाता है। और जनता की नब्ज टटोली जाती है। कि जनता पिछली सरकार से खुश है या नहीं और अब नई सरकार से वह क्या उम्मीद रखती है। जिससे समस्या ,सार्वजनिक मुद्दे पर भी चर्चा की जाती है।

चुनाव

पोलिंग एजेंट

पोलिंग एजेंट चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार का प्रतिनिधि के रूप में काम करता है। जो मतदान वाले दिन मतदान कक्ष में रहता है। और पूरी मतदान प्रकिया पर अपनी नजर बनाए रखता है।यह चुनाव में पारदर्शिता रखने के लिए किया जाता है।

पीठासीन अधिकारी

पीठासीन अधिकारी मतदान वाले दिन मतदान केन्द्र प्रभारी को कहा जाता है।पीठासीन अधिकारी किसी भी सरकारी विभाग का कर्मचारी हो सकता है।जिसका प्रमुख काम मतदान वाले दिन मतदान करवाना ,मतदान की पूरी व्यवस्था करना और मतदान करवा कर मतदान में उपयोग में आने सारी सामग्री और मतपेटी को सुरक्षित सरकार के हवाले करना है।

प्रॉक्सी वोट

प्रॉक्सी वोट उन्हें कहा जाता है। जो लोग मतदान केन्द्र तक जाने में असमर्थ होते है। ऐसे लोग पहले से आवेदन कर किसी को वोट करने के लिए नियुक्त करते है। व डाक के द्वारा भी वोट कर सकते है।

रिटर्निंग अधिकारी

रिटर्निंग अधिकारी वह अधिकारी होता है।जो अपने क्षेत्र में चुनाव कराने की पूरी जवाबदेही जिसके पास होती है। ब्लॉक व तहसील स्तर पर
रिटर्निंग अधिकारी एस डी एम होता है। जबकि जिले स्तर पर कलेक्टर रिटर्निंग अधिकारी होता है।

बूथ लेवल ऑफिसर

बूथ लेवल ऑफिसर वह अधिकारी होता है। जो चुनाव से पहले अहम भूमिका निभाते है। चुनाव से पहले मतदाता का आंकड़ा इनके द्वारा तैयार किया जाता है। क्षेत्र में कितने पुरुष, कितने महिला व कितने बुजुर्ग है व किसकी मित्यु हो गयी।व कौन मतदान केन्द्र तक पहुँचने में असमर्थ है। इन सब बातें का आंकड़ा तैयार कर सरकार के समक्ष प्रस्तुत करने वाले अधिकारी को बूथ लेवल अधिकारी कहा जाता है।

यह कुछ एजेंसी तैयार करती है एग्जिट पोल….

आजतक एक्सिस माय इंडिया,एबीपी सी वोटर,न्यूज़ 24 टुडे चाणक्या ,रिपब्लिक मैट्रीज,जन की बात,टीवी 9 पॉलस्टेट, टाइम नाउ,रिपब्लिक पी मार्क, दैनिक भास्कर

मतदान केंद्र पर पहुँचने के बाद अनिवार्य होता है मतदान कराना:-

रोचक जानकारी यह कि मतदान का समय अगर शाम 5 बजे तक है । और कोई व्यक्ति 4:59 तक भी मतदान केन्द्र में पहुँच जाता है। तो ऐसे में मतदाता का मतदान कराना अनिवार्य हो जाता है।

चुनावी ज्ञान:-

भारत में चुनाव आयोग की स्थापना 25जनवरी 1950 को हुई।

-भारत विधायक व सांसद बनने के लिए न्यूनतम उम्र 25 व अधिकतम उम्र का कोई प्रावधान नहीं है।

-मतदान के दिन लगाई जाने वाली स्याही को सिल्वर नाइट्रेट कहा जाता है।

-भारत मे एक व्यक्ति कितनी भी बार चुनाव लड़ सकता है।

-निर्वाचन आयोग का गठन राष्ट्रपति द्वारा किया जाता है।भारतीय संविधान में अनुछेद 324 में निर्वाचन आयोग के बारे में बताया गया है।

-भारत मे पहली बार महिलाओं को मताधिकार 1989 में प्राप्त हुआ।

– विधानसभा व लोकसभा चुनाव में कुल मतदान का 1/6 भाग भी प्राप्त न होने पर जमानत राशि जब्त कर ली जाती है।

यह भी जाने:-

Lokendra Singh Tanwar
Auther at Hind Manch

लोकेन्द्र सिंह तंवर

आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं।

आप  The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।

By Lokendra Singh Tanwar

लोकेन्द्र सिंह तंवर

आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं। आप  The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।

4 thoughts on “आइये जानते है, चुनाव में उपयोग होने वाली शब्दावली……”
  1. […] वित्त मंत्री ने इलेक्ट्रिक व्हीकल में उपयोग होने वाली लिथियम-आयन सेल्स बैटरी के निर्माण के […]

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