अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर बनने से पूरे हिंदू अनुयायियों के मन में उत्साह है।
अयोध्या (Ayodhya) राम मंदिर निर्माण का कार्य भी अब अपने अंतिम चरण में ही है। कल यानी 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भी हो जाएगी। ऐसे में अब अयोध्या (Ayodhya) में रोजगार और निवेश के अवसर भी देखे जा रहे हैं। बड़ी-बड़ी कंपनियां अयोध्या (Ayodhya) में निवेश करना चाहती है। जिसमें हॉस्पिटैलिटी, ट्रैवल और टूरिज्म सेक्टर से जुड़ी हुई कंपनियां रुचि दिखा रही हैं।
कंपनियों ने अयोध्या को बिजनेस सिटी के रूप में देखना शुरू कर दिया है। वहीं कुछ कंपनियां तो ऐसी हैं जिन्होंने इस क्षेत्र में अपने पैर जमाने शुरू भी कर दिए हैं और कारोबार जमाने की तैयारी कर रही हैं। ऐसे में देखा जा रहा है कि आने वाले दिनों में खासकर हॉस्पिटैलिटी, ट्रैवल और टूरिज्म सेक्टर में हजारों लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, अयोध्या (Ayodhya) राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद आने वाले वर्षों में यहां हर रोज करीब 3 से 4 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए आ सकते हैं। यही कारण है कि अयोध्या (Ayodhya) अब एक ग्लोबल टूरिज्म सेंटर में तब्दील होने जा रही है। अयोध्या (Ayodhya) राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू होने के साथ ही यहां पर पर्यटकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद में हॉस्पिटैलिटी, ट्रैवल और टूरिज्म सेक्टर में डिमांड बढ़ती दिख रही है और ये आने वाले वर्षों में और तेजी से बढ़ने वाली है।
अयोध्या (Ayodhya) में होटल इंडस्ट्री में जॉब्स की बूम
जानकर भी बताते हैं कि अयोध्या (Ayodhya) में भी बड़े पैमाने पर रोजगार बढ़ेंगे। होटल कारोबार से जुड़े लगभग सभी बड़े ब्रांड्स अयोध्या (Ayodhya) में निवेश करने की अच्छी तैयारी में हैं। अयोध्या (Ayodhya) में होटलों की संख्या बढ़ने से इंडस्ट्री में रोजगार बढ़ेंगे। जिनमें होटल मैनेजर, शेफ, हाउस कीपिंग, सिक्योरिटी, कुकिंग जैसे अनगिनत जॉब्स सेक्टर सामने आएंगे। यही नहीं अयोध्या (Ayodhya) में होटलों की संख्या बढ़ने से इसका लाभ लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी व गोरखपुर को भी होगा।

इसी के साथ अयोध्या (Ayodhya) और राम मंदिर को बीते कुछ वर्षों में इंटरनेट मीडिया पर खूब सर्च किया गया है। इनकी संख्या में लगभग एक हजार प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

अयोध्या (Ayodhya) होटल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का अनुमान है कि आने वाले कुछ वर्षों में अयोध्या (Ayodhya) प्रतिदिन आने वाले पर्यटकों/श्रद्धालुओं के हिसाब से पहले नंबर पर होगी। होटल इंडस्ट्री के निवेशकों को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार अयोध्या, लखनऊ, वाराणसी सहित अन्य बड़े शहरों में होटलों के निर्माण में भी सुविधाएं और छूट देने की योजना बना रही है।

इसके लिए एक सात सदस्यीय समिति गठित की गई है। समिति बिल्डर्स बाइलाज संबंधी कुछ जटिलताओं को दूर करने का सुझाव दे सकती है। उम्मीद है कि समिति नक्शे के शुल्क में कटौती, निर्माण के लिए जमीन और सड़क की चौड़ाई का मानक कम करने के बारे में सुझाव दे सकती है।
ऐसे में आने वाले समय में अयोध्या में भी रोजगार की उमीदें बढ़ती हुई दिख रही है। ऐसे में अयोध्या सहित आसपास के इलाकों में पढ़े लिखे युवाओं को दिल्ली, नोएडा जैसे देश के महानगरों में नौकरी के लिए अपने घर से दूर नहीं जाना पड़ेगा। अयोध्या में केवल होटल इंडस्ट्री में नहीं अन्य सेक्टर्स में जॉब्स की भरमार देखने को मिल सकती है। ऐसे में कहा जा सकता है कि अयोध्या में बने नवनिर्मित राम मंदिर के इर्द गिर्द अयोध्या की पूरी अर्थव्यवस्था घूमती हुई दिखने वाली है।
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Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।