मंदिर के उद्घाटन के लिए पीएम मोदी सहित देश के बड़े-बड़े राजनेताओं का
होने वाला है आगमन….
धर्मनगरी अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को एक नया अध्याय लिखा जाना है। अयोध्या नगरी में बन रहे नए श्री राम मंदिर का अब भव्य स्वरूप दिखाई देने लगा है। नए साल पर सभी रामभक्तों को अपने आराध्य का दर्शन करने का सौभाग्य मिलने जा रहा है। जिसके लिए मंदिर प्रशासन की तरफ से कोशिश है कि कोई भी काम अधूरा न रहे, समय पर सभी तैयारियां पूरी कर ली जाए। इसको लेकर मंदिर में निर्माण के काम को तेज कर दिया गया है।
दरअसल, मंदिर के उद्घाटन के लिए पीएम मोदी सहित देश के बड़े-बड़े राजनेताओं का आगमन होने वाला है। इसी कड़ी में विश्व हिंदू परिषद के अंतराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने मंदिर परिसर से संबंधित जानकारी भी साझा की है। चंपत राय के अनुसार, मंदिर निर्माण का काम तेजी के साथ किया जा रहा है। जिस जगह पर रामलला विराजमान होंगे, उस जगह अर्थात गर्भगृह की वास्तुकला और सजावट को अंतिम रूप दिया जा सकता है। गर्भगृह में प्रकाश की भी व्यवस्था हो गई है।
बताते चलें कि राम मंदिर का पूरा परिसर 2.7 एकड़ में फैला हुआ है। भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य अब अपने अंतिम चरण में है। मंदिर का निर्माण मंदिर निर्माण के विशेषज्ञ सोमपुरा परिवार द्वारा किया जा रहा है। यह परिवार अपनी वास्तुकला के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध है। मंदिर का निर्माण परिवार के मुखिया चंद्रकांत सोमपुरा की देखरेख में हो रहा है। मंदिर में अब सिर्फ फर्श पर जड़ाई का काम चल रहा है। मंदिर में उद्घाटन से पहले सभी काम पूरे कर लिए जाने हैं।
जानकारी के लिए बताते चलें कि जिस जगह पर मंदिर बनाया जा रहा है। उस जगह पर आज से 30 वर्ष पूर्व बाबरी मस्जिद खड़ी थी। जिसे 1992 में गिरा दिया गया। इसके बाद कई वर्षों तक मामला विवादों में रहा। इसके बाद वर्ष 2019 में देश की सर्वोच्च अदालत ने फैसला दिया कि यह श्री राम जन्मभूमि है, अतः यहाँ मंदिर ही बनाया जाना उचित है।
मंदिर के प्रमुख आकर्षण
मंदिर के प्रमुख आकर्षणों में से एक है इसका गर्भगृह। गर्भगृह में भगवान श्रीराम की भव्य मूर्ति स्थापित की जाएगी। मूर्ति का निर्माण सोने और चांदी से किया जा रहा है। मंदिर के गर्भगृह की दीवारों पर रामायण के प्रसंगों को चित्रित किया जाएगा।
मंदिर का दूसरा प्रमुख आकर्षण है इसका विशाल प्रांगण। प्रांगण में भक्तों के बैठने के लिए बड़े-बड़े चबूतरे बनाए गए हैं। प्रांगण में एक विशाल सभागार भी बनाया गया है, जिसमें धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
मंदिर का तीसरा प्रमुख आकर्षण है इसका सुंदर शिखर। मंदिर का शिखर सोने से जड़ा हुआ है। शिखर की ऊंचाई 141 फीट है।
मंदिर के उद्घाटन का महत्व
राम मंदिर के उद्घाटन का हिंदुओं के लिए विशेष महत्व है। यह मंदिर हिंदू संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक है। मंदिर के उद्घाटन से हिंदू समाज में एक नई ऊर्जा का संचार होगा।
मंदिर के उद्घाटन से भारत की एकता और अखंडता को भी बढ़ावा मिलेगा। यह मंदिर सभी धर्मों के लोगों के बीच आपसी प्रेम और भाईचारे को बढ़ावा देगा।
निष्कर्ष
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण एक ऐतिहासिक घटना है। यह मंदिर हिंदू समाज के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। मंदिर के उद्घाटन से हिंदू समाज में एक नई उम्मीद और विश्वास का संचार होगा।

Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।
[…] […]
[…] […]
[…] -दिव्य मंदिर तेजी से आकार ले रहा है। अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को रामलला अपने भव्य मंदिर में […]
[…] यानी 22 जनवरी को अयोध्या (Ayodhya) देश भर में लोगों से राम ज्योति […]
[…] को सौंप दी गई थी। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि अयोध्या में हुए सर्वे के दौरान एएसआई को […]