रामनगरी अयोध्या में दिव्य-भव्य राम मंदिर का विशाल स्वरूप सामने आ चुका है।
यह मंदिर श्री राम जन्मभूमि के परिसर में निर्मित किया जा रहा है। नए साल के जनवरी माह की 22 तारीख की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन भी होना है। मंदिर निर्माण का करीब 85 फीसदी काम पूरा हो चुका है। ऐसे में इतने भव्य मंदिर को निर्मित करने में करोड़ों रुपए भी खर्च हो चुके हैं। मिली जानकारी के अनुसार करीब 1000 करोड़ से भी अधिक रुपए इस निर्माण में लग चुके हैं। पूरे मंदिर निर्माण में करीब 1800 हजार करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।
वहीं काशी विश्वनाथ धाम में 900 करोड़ तो महाकाल कॉरिडोर में 850 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। मंदिर निर्माण में करीब 3500 मजदूर-कारीगर दिन-रात मेहनत करके मंदिर को दिव्य-भव्य रूप देने में जुटे हैं। बताते चलें कि जब सर्वोच्च अदालत ने राम मंदिर के निर्माण को लेकर फैसला सुनाया था, तभी से ही देश भर में रामभक्तों ने मंदिर निर्माण को लेकर सहयोग राशि देनी शुरू कर दी थी। अयोध्या में बन रहे श्री राम मंदिर का बजट वाराणसी में बने विश्वनाथ धाम कॉरिडोर और उज्जैन में बने महाकाल कॉरिडोर से आगे निकल चुका है।
161 फिट ऊंची होगी राम मंदिर की ऊंचाई
राममंदिर का भूतल लगभग तैयार हो चुका है, बस केवल अंतिम रूप दिया जा रहा है। मंदिर में तीन मंजिल होगी और पूरे मंदिर की ऊंचाई 161 फिट है। जिसमें पहली मंजिल का 60 फीसदी तैयार हो चुका है। राममंदिर पूरे देश के नामचीन मंदिरों में एक होने वाला है। मंदिर अपनी दिव्यता-भव्यता के हिसाब से भी सबसे अलग मंदिर बनने जा रहा है।
गुलाबी पत्थरों से किया जा रहा है स्तम्भ का निर्माण
मंदिर निर्माण में गुलाबी पत्थरों से स्तम्भ निर्माण किया गया है। जिसपर नक्काशी और हिंदू धर्म से जुड़े हुए चिन्हों को उकेरा गया है। मिली जानकारी के अनुसार, मंदिर की पहली मंजिल पर भगवान श्री राम दरबार बनाया जाएगा। मंदिर ट्रस्ट के प्रयास है कि पूरे मंदिर परिसर को इस तरह से तैयार किया जाए, जिससे दर्शन करने आने वाले भक्तों को भगवान राम के जीवन चरित्र को समझने में आसानी हो। दीवारों पर रामायण की चौपाइयां भी उकेरी जाएंगी, जो पूरे मंदिर प्रांगण को राममय बनाने वाली है।

मिली जानकारी के अनुसार, अकेले मंदिर निर्माण में 575 करोड़ रूपए आंकी गई है। इसके अलावा मंदिर परिसर में तीर्थयात्रियों के लिए सुविधा केंद्र, पब्लिक यूटिलिटी, परकोटा, रिटेनिंग वॉल, सीता कूप, कुबेर टीला, शेषावतार मंदिर का सुंदरीकरण, बिजली व पानी का प्लांट, सड़कों के निर्माण पर भी तेजी के साथ काम किया जा रहा है।
रामलला की मूर्ति भी बनकर लगभग तैयार
नव निर्मित मंदिर में प्रतिष्ठित होने वाली रामलला की मूर्ति का भी निर्माण किया जा रहा है। कर्नाटक और राजस्थान के मूर्तिकार तीन मूर्ति बना रहे हैं, जो लगभग बनकर तैयार है। अब जिस मूर्ति में रामलाल का बाल रूप और कोमलता झलकेगा उसे मंदिर में प्रतिस्थापना के लिए चुना जाएगा। 17 जनवरी को अयोध्या नगरी में रामलला की भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। मंदिर ट्रस्ट की तरफ से कहा गया है कि जो लोग अयोध्या नहीं आ पा रहे हैं। वो लोग अपने घर के नजदीकी मंदिरों में धार्मिक आयोजन कर सकते हैं। दिन भर भजन कीर्तन और प्रसाद का वितरण करें और शाम को घी या तेल के दीपक भी जलाएं।
मंदिर के दरवाजों पर मढ़ा जा रहा सोना
राम मंदिर में लगने वाले दरवाजों में सोना मढ़ा जा रहा है। इस कार्य को दिल्ली के एक ज्वेलर्स फर्म द्वारा किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, दरवाजों पर पहले 20 गेज के तांबे का चद्दर लगाया जा रहा है, जिसे केमिकल और तेजाब से इसकी सफाई भी की जाएगी। इसके बाद दरवाजों पर 5 परत का सोना मढ़ा जाएगा। राममंदिर के शिखर और सिंघासन को भी सोने से मढ़ा जाएगा। उम्मीद है कि दरवाजों का।काम भी 5 जनवरी तक निपटा लिया जाएगा।

Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।
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