लाइफ स्टाइल (Life Style) हर व्यक्ति सुधारना चाहता है, जिसके लिए रेजोल्यूशन भी लेता है।
लाइफ स्टाइल (Life Life Style) में खुद की फिटनेस, मेन्टल हेल्थ जैसी जरूरी चीजें भी आती हैं। ऐसे में हर व्यक्ति खुद को फिट रखने और अपनी मेन्टल हेल्थ बनाए रखने का रेजोल्यूशन (Life Style) लेता है। इसके लिए वो अपनी डेली रूटीन लाइफ को भी नए सिरे से तय करता है। यदि हम लाइफ स्टाइल ( Life Style) में सुधार करें तो हम नए साल में खुद की लाइफ में काफी बदलाव ला सकते हैं। लेकिन, कई बार हम ऐसा करने में सफल नहीं हो पाते हैं।
यदि हम अपनी लाइफस्टाइल (Life Style) में सुधार करें तो बेशक हम खुद को पूरे साल स्वस्थ और मानसिक रूप से मजबूत रख सकते हैं। लाइफ स्टाइल (Life Style) में किए गए ये बदलाव भले छोटे होते हैं, लेकिन बहुत बड़े-बड़े बदलाव सामने लाते हैं। इनका असर हमारे काम-काज, सेहत और हमारी मानसिक स्थिति पर भी पड़ता है। क्योंकि अक्सर ऐसा होता है कि खराब लाइफ स्टाइल (Life Style) की वजह से हम अपने रेजोल्यूशन और गोल्स को पाने में पीछे रह जाते हैं। आइए जानते हैं कि डेली लाइफ स्टाइल (Life Style) में बदलाव करके अपने रेजोल्यूशन को कैसे जिंदा रखा जाता है
लाइफ स्टाइल (Life Style) में फ़ास्ट फ़ूड से दूरी बनाए
फ़ास्ट फ़ूड और प्रोसेड फूड्स में फैट्स और एडेड शुगर की मात्रा पाई जाती है। जो हमारी सेहत, लाइफ स्टाइल (Life Style) के लिए मीठे जहर की तरह काम करता है। इनमें हानिकारक रसायन मिलाकर फूड्स को ताजा रखा जाता है, जो ह्यूमन बॉडी के लिए खतरनाक और जानलेवा साबित होता है। ऐसे फूड्स खाने से कैंसर, हार्ट, बीपी, शुगर जैसी खतरनाक बीमारियां घर कर लेती है। ऐसे में जरूरी है कि ऐसे खाने से दुरिस बनाए। इनकी जगह हमें ताजे और पौष्टिक फूड्स की तरफ बढ़ना चाहिए।

फ़ास्ट फूड्स केवल शरीर को बीमारी ही नहीं देते, ये शरीर को थकान और आलस भी देते हैं। जिससे कई बीमारियां पनपने लगती है। किसी भी काम में मन नहीं लगता, चिड़चिड़ापन हो जाता है। इनकी जगह अपनी डाइट में साबुत अनाज, फल, सब्जियां आदि को शामिल कर सकते हैं। इन हेल्थी फूड्स में हेल्थी फैट्स, फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और खनिज मिलते हैं। इसीलिए नए वर्ष में इन हेल्थी फूड्स को अपनी थाली में जगह देना चाहिए।
लाइफ स्टाइल (Life Style) में नींद को पूरी करें
आजकल की बिजी डेली लाइफ स्टाइल (Life Stayle) में हम अपनी नींद पूरी नहीं करते हैं। जिससे सारा दिन आलस, थकान में बीत जाता है। देर रात जगना, पार्टी करना, मूवीज देखना जैसे कई काम देर रात तक जगते हैं। दरअसल, कई लोग सोचते हैं कि देर रात जगकर काम करने से हम ज्यादा काम कर पाएंगे और ज्यादा फ्रेश रह सकते हैं।

लेकिन, होता इसका उल्टा है, देर रात जगने के कारण थकान, सर में दर्द जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती हैं। जिसका प्रभाव हमारी डेली रूटीन सिस्टम पर असर पड़ता है। इसीलिए हमें प्रॉपर नींद लेनी चाहिए, जिससे हमें अगली सुबह तरो ताजा रहे, और अपने दिन भर के काम को बिना किसी आलस के पूरा कर सकें।
लाइफ स्टाइल (Life Style) में खान-पीन को सुधारें

जैसा खाएंगे अन्न, वैसा होगा मन। ये कहावत भले पुरानी हो, लेकिन हमेशा ही सटीक बैठती है। हम क्या खा रहे हैं, इसका सीधा असर हमारी सोचने और काम करने के तरीके पर सीधा असर पड़ता है। इसीलिए जरूरी है कि हमें अपने खाने-पीने के टाइमिंग को तय करके चलना चाहिए। कोशिश करनी चाहिए कि पूरे साल यह नियम बनाए रहें,जिससे शरीर को भी एक तय समय में खाने को पचाने की आदत बनी रहें। जिससे शरीर मजबूत और स्वस्थ बना रहता है।
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Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।