आज महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन से संसद के विशेष सत्र की शुरुआत हुई।
राष्ट्रपति शाही बग्घी में सवार होकर अंगरक्षकों के साथ नए संसद भवन पहुंचीं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद के लोकसभा में पहुंचीं। उनके अलावा उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और पीएम मोदी भी मौजूद रहे। सभी शीर्ष पदाधिकारियों के आगे-आगे सेंगोल लेकर संसदीय अधिकारी को देखा गया। इसके बाद राष्ट्रगान हुआ। राष्ट्रगान के बाद राष्ट्रपति ने सांसदों को संबोधित किया।
राष्ट्रपति ने दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित किया। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन के दौरान केंद्र सरकार के कामकाज और नीतियों को संसद के जरिए देश के सामने रखा।की रूपरेखा संसद के पटल पर रखेंगी। अभिभाषण के बाद सरकार आज आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश करेगी। बजट सत्र की शुरुआत से पहले लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि बीता वर्ष भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा रहा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सरकार की गिनाई उपलब्धियां
उन्होंने सांसदों को महिला आरक्षण कानून बनाने के लिए बधाई भी दी। उन्होंने एशियन गेम्स के इतिहास में सबसे अधिक मेडल, चंद्रय़ान-तीन की सफलता, राम मंदिर निर्माण का सपना पूरा होने का जिक्र किया। राष्ट्रपति के ऐसा कहने पर सदन के भीतर मौजूद सांसदों ने मेज थपथपाकर बधाई दी। उन्होंने कहा कि राम मंदिर की आकांक्षा सदियों से थी, जो इस साल पूरी हुई है।

आज राष्ट्रपति का नई संसद में पहला भाषण भी रहा। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में अंग्रेजों के समय के बने कानून अब बीते हुए समय की बात हो गई। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारत में तीन तलाक की कुप्रथा को भी सरकार ने खत्म करने के लिए कड़े कानून का प्रावधान किए। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में बताया कि लगातार दूसरी तिमाही में भारत की विकास दर 7.5 फीसदी रही। ऐसे में देश की आर्थिक नीतियां भी सही दिशा में हैं। उन्होंने डिजिटल इंडिया जैसी पहल की भी सराहना की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में किसानों, सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं, और उनसे हुए लाभ का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि किसानों को लाखों करोड़ों आर्थिक सहायता मिली। जो काफी राहत देने वाले हैं। उन्होंने कहा, ‘हम सभी बचपन से गरीबी हटाओ के नारे सुनते आ रहे थे। अब हम जीवन में पहली बार बड़े पैमाने पर गरीबी को दूर होते देख रहे हैं।’

उन्होंने कहा कि सरकार, मानव केंद्रित विकास पर बल दे रही है। हमारे लिए हर नागरिक की गरिमा सर्वोपरि है। उन्होंने कहा, सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र पर चल रही सरकार समाज के हर वर्ग को उचित अवसर देने में जुटी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, हमारी सीमाओं से सटे गांवों को देश का अंतिम गांव माना जाता था। सरकार ने, इन्हें देश का पहला गांव बनाया। उन्होंने कहा कि आंतरिक शांति के लिए सरकार के प्रयासों के सार्थक परिणाम हमारे सामने हैं।

राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान सरकार मानव केंद्रित विकास पर बल दे रही है। हमारे लिए हर नागरिक की गरिमा प्राथमिकता है। राष्ट्रपति ने कहा कि वर्तमान की सरकार सबका साथ सबका विकास , सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र पर चल रही है। वर्तमान की सरकार हर नागरिक के लिए समान अवसर देने में जुटी है। जहां हमारे देश की सीमा से सटे गांवों को पहले अंतिम गांव माना जाता था, लेकिन वर्तमान सरकार ने इन्हें देश का पहला गांव बनाया।

इसी के साथ सम्बोधन में कहा कि आंतरिक शांति के लिए किए गए प्रयास हमारे सामने हैं। आज भारत में बन रही वस्तुओं की डिमांड है, ऐसे में मेड इन इंडिया एक ग्लोबल ब्रांड बन चुका है। सरकार पर्यावरण संरक्षण के हर विकल्प पर काम कर रही है। सरकार जीरो इफेक्ट जीरो डिफेक्ट पर बल दे रही है। जिससे विश्व स्तरीय वस्तुओं का निर्माण किया जा सके। सरकार ने पर्यटन के क्षेत्र में भी अभूतपूर्व कार्य किए हैं।
खबरों से अपडेट रहने के लिए जुड़ें :-

Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।