Pankaj Udas : नहीं रहे गजल गायकी के फनकार
ग़ज़ल सुनने वालों के लिए एक बेहद बुरी खबर सामने आई है। गजल गायिकी से लाखों दिलों पर राज करने वाले Pankaj Udas अब इस दुनिया में नहीं रहे। Pankaj Udas ने 72 वर्ष की आयु में इस दुनिया से विदाई ले ली। इस बात की जानकारी उनकी बेटी ने नायाब उदास अपने इंस्टाग्राम से साझा की। उन्होंने लिखा कि,” बहुत दुःख के साथ हमें यह आपको बताना पड़ रहा है कि पद्म श्री Pankaj Udas का 26 फरवरी 2024 को निधन हो गया है। वो लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वो उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। 10 दिन पहले अस्पताल में भर्ती हुए थे। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार को किया जाएगा।
दरअसल, मशहूर भजन गायक और Pankaj Udas के मित्रों में से एक अनूप जलोटा ने इस बात की पुष्टि की है कि Pankaj Udas को पैंक्रियाज कैंसर की बीमारी थी। उन्हें इस बीमारी का पता चार महीने पहले चला था। इसीलिए वे कुछ महीनों से किसी से भी नहीं मिल रहे थे। पंकज उदास की निधन की खबर सुनकर पीएम मोदी ने भी शोक व्यक्त करते हुए अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि,”
हम पंकज उधास जी के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं, जिनकी गायकी कई तरह की भावनाओं को व्यक्त करती थी और जिनकी ग़ज़लें सीधे आत्मा से बात करती थीं। वह भारतीय संगीत के एक प्रकाश स्तंभ थे, जिनकी धुनें पीढ़ियों से चली आ रही थीं। मुझे पिछले कुछ वर्षों में उनके साथ हुई अपनी विभिन्न बातचीतें याद हैं। उनके जाने से संगीत जगत में एक खालीपन आ गया है जिसे कभी नहीं भरा जा सकेगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं। ॐ शांति।”

पंकज उदास के निजी पीआर के अनुसार, गायक का निधन 26 फरवरी की सुबह 11 बजे मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में हुआ था। वो एक लंबी बीमारी से लड़ रहे थे, उनकी कई दिनों से तबियत ठीक नहीं चल रही थी। जब से ये खबर सामने आई है, संगीत जगत को भारी सदमा लगा है। पंकज उदास जैसे एक बेहतरीन गायक का दुनिया छोड़ चले जाना, बेहद गमगीन करने वाला है। पंकज उदास को पसंद करने वाले अपनी नम आंखों से श्रद्धांजलि दी रहे हैं। आइए जानते हैं पंकज उदास के जीवन से जुड़ी खास बातें
Pankaj Udas : पंकज उदास का निजी जीवन
पंकज उदास का जन्म 17 मई 1951 को गुजरात के जैतपुर गांव में हुआ था। पंकज उदास के पिता का नाम केशुभाई उदास और माता का नाम जितुबेन उदास था। पंकज उदास की शुरुआती पढ़ाई लिखाई मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज में हुई थी। पंकज उदास तीन भाई थे, उनके बड़े भाई मनहर उदास और दूसरे बड़े भाई निर्मल उदास थे। पंकज उदास तीन भाइयों में सबसे छोटे थे।

पंकज उदास के परिवार में गायकी करने वाले उनके बड़े भाई निर्मल उदास थे, जो खुद एक ग़ज़ल गायक थे। हिंदी सिनेमा में पंकज उदास ने प्लेबैक और ग़ज़ल सिंगर की भूमिका निभाई थी। पंकज उदास ने अपनी गायकी कैरियर की शुरुआत वर्ष 1980 में आया आहट ग़ज़ल एलबम से की थी।
इसके बाद वर्ष 1981 में पंकज उदास ने मूकरार, 1982 में तरन्नुम, 1983 में महफ़िल और 1994 में रॉयल अल्बर्ट हॉल में पंकज उदास लाइव, 1985 में नायाब, 1986 में आफरीन जैसी कई हिट सिनेमा के लिए गाने रिकॉर्ड किए। पंकज उदास की गजल गायकी में बादशाहत के बाद महेश भट्ट की मूवी “नाम” में उन्हें अभिनय और गाने का भी मौका मिला। पंकज उदास ने इस मूवी में “चिट्टी आई है..चिट्टी आईं है” गजल को अपनी आवाज दी।
Pankaj Udas : पंकज उदास को मिले पुरस्कार
- 2006 – पंकज उधास को ग़ज़ल गायन की कला में उनके योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया, उनके ग़ज़ल गायन के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर कैंसर रोगियों और थैलेसीमिक बच्चों के लिए उनके महान योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया।

- 2006 – ” हसरत” के लिए “2005 का सर्वश्रेष्ठ ग़ज़ल एल्बम” के रूप में कोलकाता में प्रतिष्ठित “कलाकार” पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।
- 2004 – प्रतिष्ठित स्थल पर प्रदर्शन के 20 साल पूरे होने पर वेम्बली कॉन्फ्रेंस सेंटर, लंदन में विशेष अभिनंदन।
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Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।