Ayodhya फोरलेन निर्माण का कार्य अंतिम चरण में, प्राण प्रतिष्ठा से पहले पूरा होगा कार्य, राम भक्तों के लिए सुगम होगा यातायात
सरयू नदी के किनारे बसी धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी Ayodhya की चर्चा पूरे देश में है। नए साल में Ayodhya में भव्य श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही नए अध्याय की शुरुआत होने जा रही है। जिसे लेकर हर स्तर पर तैयारियां जोरों पर है। मंदिर प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक अपनी पूरी मुस्तैदी के साथ इस दिन खास तैयारी कर रहा है। जहां मंदिर प्रांगण में निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, वहीं राम भक्तों के आने जाने के लिए सड़क मार्ग को भी दुरुस्त किया जा रहा है। आशा जताई जा रही है कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद काफी मात्रा में देश के कोने-कोने से दर्शनार्थियों के आने की संभावना है। योगी सरकार Ayodhya की ओर आने वाली सड़कों को सुगम बनाने का आदेश दे चुकी है। जिससे लोगों को मंदिर तक आने जाने में कोई भी दिक्कत का सामना न करना पड़े।

फोरलेन निर्माण का महत्व:
सड़क निर्माण की इसी कड़ी में राष्ट्रीय राजमार्ग-27 पर काम तेजी से किया जा रहा है। इस सड़क से राम मंदिर तक पहुंचना आसान हो जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार, इस फोरलेन का 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। फोरलेन को इसी साल दिसंबर में पूरा बना लिया जाएगा।
बताते चलें कि, योगी सरकार का प्रयास है कि नव निर्मित राम मंदिर तक राम भक्तों की पहुंच में कोई दिक्कत न हो। जिसके लिए सरकार सारे जतन कर रही है। अयोध्या में सैकड़ों वर्षों के संघर्ष बाद राम जन्म भूमि पर भव्य राम मंदिर बन रहा है। Ayodhya में नए रेलवे स्टेशन का निर्माण हो या वायु मार्ग के लिए एयरपोर्ट निर्माण हो सभी योजनाओं पर तेजी के साथ काम हो रहा है। इसी कड़ी में सड़क मार्ग को भी हाईवे, नेशनल हाइवे और फोरलेन, सिक्स लेन से एक दूसरे के साथ जोड़ा जा रहा है।
सूबे की सरकार अयोध्या आने वाले रामभक्तों की हर संभव सुविधा का ख्याल रख रही है। भक्तों के लिए सुगम यातायात के अनुभव के लिए विभिन्न पथों के निर्माण कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। अंतिम रूप देने के लिए दिन रात निर्माण कार्य चल रहा है। इसी कड़ी में नेशनल हाईवे -27 से मोहबरा वे टेढ़ी बाजार से होते हुए मंदिर तक बन रहे फोरलेन का निर्माण कार्य भी तेजी से हो रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले फोरलेन बनाने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
फोरलेन निर्माण का महत्व निम्नलिखित है:
- यह राम मंदिर तक पहुंच को सुगम बनाएगा।
- यह दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ने पर जाम की समस्या को कम करेगा।
- यह राम मंदिर के आसपास के क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देगा।
- यह अयोध्या को एक वैश्विक धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।
फोरलेन निर्माण का प्रभाव:
फोरलेन निर्माण के पूर्ण होने से अयोध्या के विकास को काफी फायदा होगा। यह राम मंदिर तक पहुंच को सुगम बनाएगा और दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ने पर जाम की समस्या को कम करेगा। इसके अलावा, यह राम मंदिर के आसपास के क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देगा और अयोध्या को एक वैश्विक धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।
निष्कर्ष:
फोरलेन निर्माण Ayodhya के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह राम मंदिर तक पहुंच को सुगम बनाएगा और दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ने पर जाम की समस्या को कम करेगा। इसके अलावा, यह राम मंदिर के आसपास के क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देगा और अयोध्या को एक वैश्विक धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।

Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।
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