Jokes : आजकल की भाग दौड़ भरी जिंदगी में हंसना बेहद जरूरी है।
जीवन में हंसते रहने से कई सारी समस्याओं से दूर रहा जा सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स ने भी माना है कि हंसी लाख रोगों का रामबाण इलाज है। आज जिस गति से दुनिया भागी जा रही है, ऐसे में लोगों के चेहरे से हंसी गायब सी हो गयी है। जबकि आज हमारे पास इतने आधुनिक मनोरंजन के साधन होते हुए भी हंसना-हँसाना कही खो से गया है।
हम अपने काम के बीच में भूल गए है कि खुश रहना भी उतना ही जरूरी है। हंसी मजाक करने से शरीर और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं। काम-काज से उत्पन्न मानसिक तनाव भी हंसने से दूर हो जाता है। हम सभी को अपने दिनचर्या में समय निकाल कर हंसी मजाक करते रहना चाहिए। जिससे मानसिक तनाव न होने पाए और हम दिन भर तरो ताजा रह सकें। जिससे हम कोई भी काम करें हर काम में सफलता मिले। इसीलिए हम आपके लिए लाएं हैं कुछ चटपटे जोक्स जो आपकी हंसी वापस ला देंगे:
पिंटू – डॉक्टर कल से दांत में दर्द है।
डॉक्टर- खाना कहां खाते हो?
पिंटू – रोजाना होटल में ही खाता हूं।
डॉक्टर- अरे रोजाना होटल में खाना मत खाया करो
पिंटू – ओह!!! ठीक है अब पैक करके घर ले आया करुंगा।
डॉक्टर बेहोश!

एक व्यक्ति का पड़ोसी बहुत बड़ा जुरारी था और खूब जमकर जुआ खेलता था…
पडोसी ने एक दिन उसको समझाते हुए कहा…
पडोसी – जुआ का नशा आहिस्ता-आहिस्ता इंसान को बर्बाद कर देता है...
जुरारी ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया: तो भाई साहब मुझे कौन सा बर्बाद होने की जल्दी है।

लड़का- पता है, बस में बैठते हुए मैं किसी लड़की को खड़ा नहीं देख सकता..
लड़की- तो फिर तुम क्या करते हो..?
लड़का- मैं अपनी आँखें बंद कर लेता हूँ..!!!

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सोनू – जरा मेरी आँखों में देखो, क्या नजर आता है, सच-सच बताना,
सोनी – मुझे इनमें प्यार नजर आता है,
सोनू (गुस्से में)- ज्यादा बात मत बना,
मेरी आंख में मच्छर चला गया है..
गौर से देख और निकाल इसे..

एक औरत ने पंडित जी से घर की खुशहाली का उपाय पूंछा…
पंडित जी .. बेटी पहली रोटी गाय को खिलाया करो और आखिरी रोटी कुत्ते को …
औरत.. पंडित जी मैं ऐसा ही करती हूं …
पहली रोटी खुद खाती हूं …और …
आखिरी रोटी अपने पति को खिलाती हूं
पंडित बेहोश!!


Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।
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[…] दरअसल, कड़ाके की सर्दी में शरीर सिकुड़ से जाता है। शीतलहर और कोहरे के कारण सूर्य के भी दर्शन लंबे समय तक नहीं हो […]
[…] जो अब लंदन में जॉब करता है और ये रहा पिंटू जो यहीं का यहीं रह गया। ये बात सुनकर […]
[…] यह वर्ष चुनावी वर्ष होने के कारण यह सरकार का अंतरिम बजट रहने वाला है। […]