>
PM Modiपीएम ने युवाओं को संबोधित किया

पीएम मोदी (PM Modi) ने आज देश के युवाओं के लिए खास संबोधन किया।

राम मंदिर में होने जा रहे भव्य और दिव्य प्राण प्रतिष्ठा के पुण्य आयोजन पर आज देश के युवाओं को संबोधित किया। पीएम मोदी (PM Modi) महाराष्ट्र के नासिक में 27वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन में शामिल हुए। अपने संबोधन में पीएम मोदी (PM Modi) ने युवाओं को कहा कि आगामी 22 जनवरी को वह इतिहास रच सकते हैं। पीएम मोदी (PM Modi) ने आगे कहा, आप ऐसा काम करिए की अगली शताब्दी में उस वक्त की पीढ़ी आपको याद करें। आप अपने नाम को भारत और पूरी दुनिया के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिख सकते हैं।

इसलिए मैं आपको 21वीं सदी के भारत की सबसे सौभाग्यशाली पीढ़ी मानता हूं। इस दौरान युवाओं ने मार्च पास्ट किया और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए। युवाओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी (PM Modi) ने उनसे नशे से दूर रहने ,परिवारवाद की राजनीति के खिलाफ वोट करने और माताओं-बहनों के लिए इस्तेमाल होने वाले अपशब्दों खिलाफ आवाज उठाने को कहा।

PM Modi
पीएम ने युवाओं को संबोधित किया

पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि आज का यह दिन भारत की युवा शक्ति का दिन है। आज का दिन उस महापुरुष को समर्पित है जिन्होंने गुलामी के समय में भारत को नहीं ऊर्जा से भर दिया। यह मेरा सौभाग्य की मैं स्वामी विवेकानंद की जयंती पर नासिक में हूं आप सभी को राष्ट्रीय युवा दिवस की शुभकामनाएं देता हूं।

पीएम मोदी (PM Modi) ने किया युवाओं को संबोधित

पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि आज मुझे स्वयं कलाराम मंदिर में दर्शन करने का और मंदिर परिसर में श्रमदान करने का सौभाग्य मिला है। मैं देशवासियों से भी आग्रह करना चाहता हूं कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर देश के सभी मंदिरों, तीर्थ क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान चलाएं। बताते चलें कि जब से अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का दिन तय। पीएम मोदी सभी से आगामी 22 जनवरी को ऐतिहासिक बनाने के लिए अपील करते हैं। अभी हाल ही में पीएम मोदी ने लोगों से श्री राम ज्योति जलाने की अपील की थी।

PM Modi
पीएम मोदी ने मंदिर में श्रम दान किया

आज अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी (PM Modi) ने भारत देश के ऋषि -मुनियों, संतो को भी याद किया और उन्होंने कहा कि हमारे देश के सभी साधु संतों ने युवा शक्ति को सर्वोपरि रखा है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद को याद करते हुए कहा कि भारत के युवाओं को एक स्वतंत्र सोच के साथ आगे बढ़ना होगा।

स्वामी विवेकानंद जी भी कहते थे कि भारत की उम्मीदें भारत की युवाओं के चरित्र और उनकी प्रतिबद्धता पर टिकी है। स्वामी विवेकानंद का यह मार्गदर्शन आज 2024 में भारत के युवाओं के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि समय हर किसी को अपने जीवन काल में एक सुनहरा मौका जरूर देता है। भारत के युवाओं के पास वह सुनहरा मौका अभी है। आज आपके पास मौका है इतिहास बनाने का ,इतिहास में अपना नाम दर्ज करने का आप ऐसा काम करिए कि अगले शताब्दी में उसे वक्त की पीढ़ी आपको याद करें आप अपने नाम को भारत और पूरी दुनिया के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिख सकते हैं।

PM Modi
पीएम मोदी ने मंदिर में श्रम दान किया

पीएम मोदी (PM Modi) ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि अगले 25 वर्षों का यह अमृत काल आपके लिए कर्तव्य काल भी है। जब आप अपने कर्तव्य को सर्वोपरि रखेंगे तो समाज भी आगे बढ़ेगा और देश भी आगे बढ़ेगा। जितना हो सके आप स्थानीय उत्पादन को प्रमोट करिए, मेड इन इंडिया प्रोडक्ट का ही प्रयोग कीजिए। किसी भी तरह की ड्रग्स और नशे की लत से बिल्कुल दूर रहिए और माता बहनों बेटियों के खिलाफ अपशब्दों का जो चलन है,उसके खिलाफ आवाज उठाइए। परिवारवाद की राजनीति को जड़ से खत्म करने के लिए आगे आइए।

खबरों से अपडेट रहने के लिए जुड़ें :-


WhatsApp Group

Join Now

Telegram Group

Join Now

 

Rajesh Mishra
Writer at Hind Manch

राजेश मिश्रा

आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।

आप  THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।

By Rajesh Mishra

राजेश मिश्रा

आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं। आप  THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।

One thought on “पीएम मोदी (PM Modi) ने देश के युवाओं से की अपील, 22 जनवरी को “स्वच्छता अभियान चलाएं””
  1. […] पीएम मोदी ने से जब पूछा गया कि दबाव को कैसे मैनेज किया जाए, इसपर पीएम मोदी ने कहा-इच्छाशक्ति से हम दबाव के बावजूद सफलता हासिल कर सकते हैं… हमें दबाव से निपटने की कला को जल्दबाजी में नहीं, बल्कि धीरे-धीरे लागू करना चाहिए। दबाव को संभालना सिर्फ विद्यार्थी का काम नहीं है; इस प्रक्रिया को आसान बनाने की जिम्मेदारी शिक्षकों और अभिभावकों पर भी है। […]

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »
error: Content is protected !!
  • Facebook
  • X (Twitter)
  • LinkedIn
  • More Networks
Copy link