PM Modi : दुबई में पीएम मोदी ने दुनिया को बताई भारत की ताकत
दो दिवसीय यात्रा पर गए PM Modi ने बुधवार को इस वैश्विक कार्यक्रम में कई देशों के नेताओं के सामने न सिर्फ अपनी सरकार की कार्यशैली और नीतियों को विस्तार से गिनाया बल्कि यह भी बताने की कोशिश की कि क्यों भारत की जनता का उनकी सरकार के प्रति भरोसा बढ़ता जा है। PM Modi ने दुनिया में ऐसी सरकारों की जरूरत है जो स्वच्छ हो, पारदर्शी हो, भ्रष्टाचार से दूर हो और सभी को साथ लेकर चले। यह बात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुबई में वर्ल्ड गवर्नमेंट्स समिट को संबोधित करते हुए कही।
इस क्रम मेंPM Modi ने भौगोलिक अखंडता की सुरक्षा करने और सभी देशों को अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करने की हिदायत देकर चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद की तरफ भी इशारा कर दिया। यह सम्मेलन हर साल दुबई में होता है, जो सरकारों को भविष्य की चुनौतियों और इनके लिए अनुभव साझा करने का एक प्रसिद्ध प्लेटफार्म बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘कई विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना महामारी के बाद सरकारों के प्रति आम जनता का भरोसा कम हुआ है।

लेकिन भारत में हमने एकदम विपरीत अनुभव देखा है। बीते वर्षों में भारत सरकार पर देश के लोगों का भरोसा और मजबूत हुआ है। लोगों को हमारी सरकार की प्रतिबद्धता पर भरोसा बढ़ा है। लोगों की जरूरतों और सपने दोनों को पूरा करने पर ध्यान दिया है। 23 वर्षों में सरकार में मेरा सबसे बड़ा सिद्धांत यह रहा है कि न्यूनतम गवर्नमेंट, अधिकतम गवर्नेस ।’

सनद रहे कि हाल ही में भारत में पांच राज्यों में चुनाव संपन्न हुए हैं जिसमें तीन बड़े राज्यों (राजस्थान, मध्य प्रदेश और 36गढ़ ) में बीजेपी को विजय हासिल हुई है। इसमें दो राज्य उसने कांग्रेस से हासिल किए हैं। मोदी ने वैश्विक नेताओं को चेताया, ‘पिछली सदी से खाद्य, स्वास्थ्य और ऊर्जा जैसी चुनौतियों का अब विस्तार हो रहा है। आतंकवाद एक नए स्वरूप के साथ मानवता के सामने नई चुनौती लेकर आ रहा है, जबकि पर्यावरण संबंधी प्रदेश और चुनौतियां बड़ी होती जा रही हैं।
PM Modi : भारत और यूएई के बीच दस समझौते
PM Modi के यूएई दौरे में दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के दस समझौते किए हैं। जिन क्षेत्रों में सहयोग के लिए समझौते हुए हैं उनमें ऊर्जा, आधारभूत ढांचा, निवेश और प्रबंधन के क्षेत्र हैं। इन समझौतों से दोनों देशों के संबंधों में और ज्यादा प्रगाढ़ता आई है। समझौतों की जानकारी देते हुए यह बात भारतीय विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कही है। अबूधाबी में प्रेस कान्फ्रेंस में क्वात्रा ने कहा, भारत और यूएई के बीच द्विपक्षीय कारोबार 85 अरब डालर के करीब पहुंच चुका है।

सौ अरब डालर का व्यापार होने की उम्मीद
प्रमुख व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर से उत्साहित भारत और संयुक्त अरब अमीरात ने बुधवार को आशा व्यक्त की कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2030 के लक्ष्य वर्ष से काफी पहले 100 अरब अमेरिकी डालर तक बढ़ जाएगा। यहां पीएम नरेन्द्र मोदी और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के बीच व्यापक वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने सहयोग के नए क्षेत्रों में मजबूत आर्थिक और वाणिज्यिक सहयोग मजबूत करने और तलाशने के लिए दोनों पक्षों के प्रयासों का समर्थन किया। यूएई वर्ष 2022-23 के लिए भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार रहा ।

तिरंगे की रोशनी में जगमगाया बुर्ज खलीफा
PM Modi के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए दुबई में स्थित दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग बुर्ज खलीफा पर तिरंगे की रंगों की रोशनी की गई। साथ ही संदेश लिखा गया ‘गेस्ट आफ आनर, रिपब्लिक आफ इंडिया’।
कारीगरों से की मुलाकात
मंदिर का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री ने का निर्माण करने वाले कारीगरों से मुलाकात की। गुजरात और राजस्थान के करीब दो हजार कारीगरों ने मंदिर निर्माण में योगदान दिया है। प्रधानमंत्री ने शुरुआत से लेकर पूरा होने तक मंदिर निर्माण में शामिल रहे स्वयंसेवकों एवं इसमें काम में योगदान देने वाले प्रमुख लोगों से भी भेंट की।
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Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।