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पहली माल गाड़ीपहली माल गाड़ी

Today In History : भारतीय रेल भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।

लाखों लोग रोजाना इससे सफर करते हैं। एक स्थान से दूसरे स्थान की लंबी या छोटी दूरी तय करने में भारतीय रेल एक अहम भूमिका निभाती है। भारत में लगभग सभी लोगों की कुछ न कुछ यादें भारतीय रेल के साथ जुड़ी रहती है। भारत में रेलगाड़ी का एक लम्बा जाल बिछा हुआ है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारतीय रेल की पहुंच है। भारत में भारतीय रेल रोजगार के लिए एक बहुत बड़ा सेक्टर है। भारत में रेल की शुरुआत अंग्रेजी हुकूमत के समय से हुई। वर्ष 1854 में मुंबई से ठाणे के बीच में पहली सवारी रेलगाड़ी चलाई गई थी।

पहली माल गाड़ी
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एक रिपोर्ट के अनुसार, हर दिन भारत में पूरे ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या जितनी आबादी रेलगाड़ी में सफर करती है। आम लोगों के लिए रेल का सफर बेहद ही सस्ता होता है। लोग इससे कम खर्च में एक स्थान से दूसरे स्थान तक आ जा सकते हैं। जहां भारत में सवारी गाड़ी में लोग एक जगह से दूसरी जगह आते जाते हैं, वहीं माल गाड़ी में कोयला, पेट्रोल, सीमेंट, अन्य व्यापारिक वस्तुएं एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाई जाती हैं। आइए जानते हैं कि आज का दिन भारतीय रेल से किस प्रकार जुड़ा हुआ है:

इंग्लैंड से आया था इंजन

दरअसल, रुड़की से 10 किलोमीटर दूर पिरान मिट्टी ले जाना था। 22 दिसंबर 1881 मैं पहली बार माल गाड़ी का संचालन शुरू किया गया। यह मालगाड़ी वर्तमान के उत्तराखंड के रुड़की से पिरान कलियर तक चलाई गई थी। बताते चलें कि इस रूट पर पहली बार 2 डिब्बों वाली भाप से चलित रेलगाड़ी चलाई गई। जिसमें रुड़की में किसानों के लिए मिट्टी और निर्माण सामग्री भेजा गया था।

पहली माल गाड़ी

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इसके लिए उस वक्त के इंजीनियर थॉमसन ने इंग्लैंड से भाप से चलित रेल इंजन मंगवाया। इस इंजन में 180-200 टन तक वजन ले जाने वाले सक्षम दो बोगियां जोड़ी गई। उस समय इस ट्रेन ने 10 किलोमीटर की दूरी को 38 मिनट में तय किया था। यह मालगाड़ी लगभग 9 महीने तक चल पाई।

पहली माल गाड़ी
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माल गाड़ी से होती है 70℅ तक कमाई

इतने लंबे इतिहास के बाद आज भारत में रेलगाड़ी का अपना महत्व है। आज प्रतिवर्ष 10 करोड़ टन माल भारतीय रेल से किया जाता है। आज माल गाड़ी रेलवे का 70 % राजस्व के कमाई का जरिया है।

पहली माल गाड़ी
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Rajesh Mishra
Writer at Hind Manch

राजेश मिश्रा

आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।

आप  THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।

By Rajesh Mishra

राजेश मिश्रा

आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं। आप  THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।

3 thoughts on “22 दिसंबर :आज ही भारत में चली थी पहली माल गाड़ी, जानिए कहां से कहां तक”
  1. […] अदालत ने विवाद भूमि को श्री जन्मभूमि माना था, और राम मंदिर बनाने का निर्णय दिया था। […]

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