सर्वाइकल कैंसर दुनिया भर की महिलाओं में दूसरा सबसे बड़ा कैंसर है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के अनुसार, 2023 में देश में सर्वाइकल कैंसर के मामलों की संख्या 3.4 लाख से अधिक थी। यह बीमारी सबसे ज्यादा उन क्षेत्रों में होती है, जहां गरीबी, अशिक्षा, स्वास्थ्य के प्रति कम जागरूकता होती है।
एक अनुमान के अनुसार, 80% से अधिक मामले विकासशील देशों में पाए जाते हैं, मुख्य रूप से लैटिन अमेरिका में, उप-सहारा अफ़्रीका, और भारतीय उपमहाद्वीप में यह समस्या अधिक देखने को मिलती है। जानकर हैरानी होती है कि सर्वाइकल कैंसर जल्दी जान गंवाने का एक कारण है ,यह युवा महिलाओं को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। हालांकि, वर्तमान समय में इस कैंसर के निदान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।
सर्वाइकल कैंसर जिसके कारण एक्ट्रेस पूनम पांडेय की मौत:-
जानकारी के लिए बताते चलें के बीते दिन मशहूर मॉडल और एक्ट्रेस पूनम पांडेय की मौत की खबर सामने आई थी। उनको लेकर कहा गया कि उन्हें सर्वाइकल कैंसर था। जिसके कारण उनकी मौत हुई। हालांकि, यह खबर एक अफवाह थी, जिसे खुद पूनम पांडेय ने सामने आकर एक वीडियो संदेश देकर बताया। पूनम पांडेय ने एक वीडियो संदेश में बताया कि ,” वो अभी जिंदा है,”। यह महज इस गंभीर बीमारी के बारे में चर्चा करने के लिए फैलाई गई खबर थी। इसी कड़ी में पूनम पांडेय ने कहा- यह एक पब्लिसिटी स्टंट था, जिसका उद्देश्य सर्वाइकल कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। आइए जानते हैं सर्वाइकल कैंसर के बारे में,
सर्वाइकल कैंसर क्या है, लक्षण और बचाव के उपाय:-
दरअसल, विश्वभर में सर्वाइकल कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में भारत में भी इसकी चिंता बढ़ती जा रही है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने भी अपने एक फरवरी के अंतरिम बजट में सर्वाइक कैंसर वैक्सीनेशन को बढ़ाने की घोषणा की है। जो इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई में एक पॉजिटिव प्रयास है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ आगाह कर रहे हैं कि महिलाएं इस जोखिम से बचने के लिए सजग रहें और नियमित अपने स्वास्थ्य की जांच करवाएं।
बता दें कि अब तक भारत में 45,000 से ज्यादा महिलाओं की मौत सर्वाइकल कैंसर से हो चुकी है । यह कैंसर महिलाओं के गर्भाशय ग्रीवा से शुरू होता है। इस लिए इसे गर्भाशय ग्रीवा कैंसर या सर्वाइकल कैंसर भी कहते है। सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय के सबसे निचले भाग से शुरू होता है और ऊपरी वेजाइना तक जाता है। ज्यादातर सर्वाइकल कैंसर “ह्यूमन पैपिलोमा वायरस” (HPV) के संक्रमण के कारण होता है। HVP एक बहुत ही आम यौन रोग है जो धीरे धीरे सर्वाइकल कोशिकाओं को कैंसर कोशिकाओं में बदल देते हैं।
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण –
1. निचले पेट की कमर में दर्द या पीठ दर्द।
2. सामान्यत: सर्दी, बुखार, या थकान।
3. सांस लेने में कठिनाई या छाती में दर्द।
4. पेट की ऊपरी हिस्से में दर्द।
5. पैरों में सूजन या दर्द।
6. पेशाब में समस्याएं जैसे कि बार-बार पेशाब आना यक पेशाब में खून आना।
7. भूख न लगना या अचानक वजन घटना।
8. सेक्स के दौरान या बाद में दर्द होना।
9. मासिक धर्म में अनियमितता या बार-बार बहुत दर्द थकान, या अचानक दुर्गंध आना।
सर्वाइकल कैंसर से बचाव –
1. नियमित पैप स्मीयर टेस्ट: नियमित रूप से पाप स्मीयर टेस्ट करवाना महत्वपूर्ण है, जिससे cervical cancer के लक्षणों को पहले ही पहचाना जा सके।
2. HPV वैक्सीनेशन: HPV (Human Papillomavirus) वायरस से होने वाले cervical cancer के खिलाफ वैक्सीनेशन लेना सुरक्षित और प्रभावी हो सकता है।
3. स्वस्थ आहार: फल, सब्जी, और पूरे अनाजों से भरपूर आहार लेना, जिससे शरीर को आवश्यक पोषण मिले।
4. नियमित शारीरिक गतिविधि: योग और व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करना, जो सर्वाइकल स्वस्थता को बनाए रखने में मदद कर सकता है।
5. स्वच्छता ध्यान रखना: स्वच्छता का ख्याल रखना, विशेषकर सेक्सुअल हेल्थ के संबंध में, सर्वाइकल कैंसर के खतरे को कम कर सकता है।
6. नियमित चेकअप: नियमित रूप से डॉक्टर से मिलकर स्क्रीनिंग टेस्ट करवाना, जिससे कैंसर के लक्षणों को पहले ही पकड़ा जा सके।
भारत में सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए कई पहलुओं पर काम हो रहा है। यह स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करने, नियमित स्क्रीनिंग टेस्टिंग, और HPV वैक्सीनेशन को प्रोत्साहित करने को समाहित करता है। स्थानीय स्तर पर जागरूकता अभियान और सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियानों के माध्यम से लोगों को शिक्षित किया जा रहा है।
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Maheshwari Yadav
महेश्वरी यादव
आप वाराणसी की रहने वाली हैं। आप महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में पत्रकारिता की छात्रा हैं। आपको खबरें और कहानियां लिखने का शौक है। आप THE HIND MANCH में बतौर कॉपी राइटर के रूप में जुड़ी हैं।