इंटरनेट (Internet)ने हमारी लाइफ को पूरी तरह से कंट्रोल किया है।
आज के समय में इंटरनेट (Internet) हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। छोटे से लेकर बड़े काम तक आज इंटरनेट (Internet) के माध्यम से होने लगे हैं। सुबह उठने से लेकर रात में बिस्तर पर जाने तक इंटरनेट (Internet) हमारी दिनचर्या का हिस्सा बन गया है। इंटरनेट (Internet) का इस्तेमाल आज पढ़ाई-लिखाई, ऑफिस, स्कूल, कॉलेज जैसी जगहों पर तेजी के साथ हो रहे हैं। कोरोना काल के बाद इंटरनेट (Internet) पर निर्भरता और बढ़ी है। ऑनलाइन ट्रेनिंग, ऑनलाइन क्लास से लेकर ऑनलाइन सत्संग तक इंटरनेट (Internet) के सहारे हो रही है। ऐसा नहीं है कि इंटरनेट (Internet) का फायदा ही फायदा है। इंसान की सेहत परइंटरनेट (Internet) का बहुत बुरा असर भी पड़ रहा है।
इंटरनेट (Internet) हमारे जीवन पर काफी असर डालता है। जिससे शरीर में कई तरह के बदलाव भी देखने को मिलते हैं। इंटरनेट (Internet) ने कई नई बीमारियों को भी जन्म भी दिया है। आजके समय में छोटे-छोटे बच्चों को चश्मा लग जाता है, मानसिक तनाव हो जाता है, शरीर एक्टिव नहीं रह पाता। ऐसी सभी समस्याओं में इंटरनेट (Internet) का काफी योगदान है। ऐसे में आजकल एक नया वर्ड चलन में आया है। इस नए वर्ड को “डिजिटल डिटॉक्स” कहा जा रहा है। आज हम इस लेख में बताने जा रहे हैं कि “डिजिटल डिटॉक्स” क्या है? यह हमारे शरीर के लिए कितना लाभकारी है। आइए जानते हैं इसके बारे में
इंटरनेट (Internet) में “डिजिटल डिटॉक्स” क्यों जरूरी है
दरअसल, जब हम एक तय समय के लिए इंटरनेट (Internet) और इससे चलने वाले गैजेट्स से दूरी बना लेते हैं, इसे ही डिजिटल डिटॉक्स कहा जाता है। जिस तरह से किसी भी चीज की अधिक उपयोगिता नुक्सान दायक होती है। इसी तरह इंटरनेट पर एक्टिव रहना भी नुकसान दायक होती है। जो धीरे-धीरे लत का रूप ले लेती है। डिजिटल डिटॉक्स में एक फिक्स टाइमिंग की ड्यूरेशन बना दी जाती है, और उतने समय के तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म समेत मोबाइल और लेपटॉप से दूरी बना दी जाती है। आज के समय में डिजिटल डिटॉक्स होना बेहद जरूरी है। इससे काफी लाभ सामने आए हैं।

आज के समय में इंटरनेट के इस्तेमाल में लोग खो गए हैं। जिसके चलते वह न सिर्फ अपने फिजिकल बल्कि मेंटल हेल्थ को भी नुकसान पहुंचा देते हैं। इंटरनेट का ज्यादा यूज़ करने से आंखों पर भी काफी बुरा असर देखने को मिलता है। ऐसे में अगर आप डिजिटल डिटॉक्स का सहारा लेते हैं तो इस बीच आप खुद को ज्यादा समय दे पाते हैं। और, आपकी मानसिक और शारीरिक ग्रोथ ज्यादा हो पाती है। जिससे आप अपने शरीर को व्यायाम और ध्यान की मदद से स्वस्थ रखते हैं।

आज का युग तकनीक का युग है। आज कल लोग अपनी वर्चुअल लाइफ के आगे अपनी सामाजिक जीवन को भूलते जा रहे हैं। लोग एक दूसरे से मिलने की बजाय सोशल नेटवर्किंग प्लेटफार्म पर बातचीत करना ज्यादा पसंद करते हैं। यदि आप डिजिटल डिटॉक्स का यूज़ करते हैं तो इससे हमारी ऊर्जा में भी इजाफा होगा। ऐसा करने से हम खुद को सोशल भी बना सकेंगे। जिससे हम अपने दोस्तों, परिवार के साथ समय भी बिता सकेंगे।

मोबाइल फोन की लत बच्चे हो या बड़े सभी के लिए नुकसानदायक है। अगर आप इसके लिए डिजिटल डिटॉक्स फॉलो करते हैं तो स्क्रीन टाइमिंग को समय सीमित कर सकते हैं। इसके लिए इसके कई फायदे जैसे आप दूसरों कामों में फोकस को स्ट्रांग कर सकते हैं। और अपनी स्किल्स को बढ़ा सकते हैं। साथ ही बच्चों से मोबाइल के लिए छुड़वाने का भी बेस्ट तरीका है।
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Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।