Lal Krishna Advani : वर्ष 2024 में भारत रत्न पाने वाले दूसरे व्यक्ति
देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को मोदी सरकार भारत रत्न देने जा रही है। बताते चलें कि इससे पहले आडवाणी को भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया है। Lal krishna Advani को भारत रत्न दिए जाने को लेकर देश में और भारतीय जनता पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओं में खुशी और उत्साह का माहौल बना हुआ है।
Lal krishna Advani को भारत रत्न देने का एलान खुद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर इसकी घोषणा की। पीएम मोदी ने कहा कहा कि भारत के विकास में उनका योगदान स्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर देश के उप-प्रधानमंत्री के तौर पर काम करते हुए चला।

पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट में कहा, “मैं यह साझा कर के काफी खुश हूं कि श्री Lal krishna Advani जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मैंने उनसे बात की और उन्हें इस सम्मान को दिए जाने पर बधाई दी। वह हमारे समय के सबसे बड़े और सम्मानित जननेता रहे हैं। भारत के विकास में उनका योगदान स्मरणीय है।

उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर देश के उप-प्रधानमंत्री के तौर पर काम करते हुए चला। उन्होंने गृह मंत्री और सूचना-प्रसारण मंत्री के तौर पर काम करते हुए भी खुद को दूसरों से अलग किया। उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय रहे हैं और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं।” आइए जानते हैं Lal krishna Advani के बारे में,
Lal krishna Advani लाल कृष्ण आडवाणी का व्यक्तिगत जीवन
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म पाकिस्तान के कराची शहर में हुआ था। लेकिन, आजादी के बाद हुए बंटवारे में आडवाणी का परिवार पाकिस्तान छोड़कर मुंबई में आकर बस गया। Lal krishna Advani का जन्म 8 नवंबर 1927 को एक हिंदू सिंधी परिवार में हुआ था। लाल कृष्ण आडवाणी के पिता का नाम किशनचंद आडवाणी और मां का नाम ज्ञानी देवी है। लाल कृष्ण आडवाणी की शुरुआती शिक्षा दीक्षा पाकिस्तान के कराची शहर में हुई थी। आडवाणी ने कराची में स्कूल सेंट पैट्रिक हाईस्कूल में पढ़ाई की है।

लेकिन, उच्च शिक्षा के लिए उनका दाखिला हैदराबाद सिंध के डीजी नेशनल स्कूल में हुआ था। Lal krishna Advaniani ने मुंबई के लॉ कॉलेज ऑफ द बॉम्बे यूनिवर्सिटी से कानून की शिक्षा ग्रहण की। वर्ष 1944 लाल कृष्ण आडवाणी ने कराची के मॉडल हाईस्कूल में एक अध्यापक के पद पर नौकरी की थी। Lal krishna Advani की शादी कमला आडवाणी से हुई। जिनसे उनके दो बच्चे हैं, जिनमें बेटे का नाम जयंत आडवाणी और बेटी का नाम प्रतिभा आडवाणी है।
लाल कृष्ण आडवाणी का राजनीतिक जीवन
लाल कृष्ण आडवाणी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सक्रिय सदस्य के रूप में कई थी। लाल कृष्ण आडवाणी 1947 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सचिव बने थे। वर्ष 1970 में आडवाणी को पहली बार राज्यसभा का सांसद बनाया गया। बता दें कि आडवाणी उन व्यक्तियों में शामिल रहे हैं, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी थी।
लाल कृष्ण आडवाणी ने 10वीं और 14वीं लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में अहम भूमिका निभाई थी। वर्ष 1998 से 2004 के बीच एनडीए की सरकार में गृहमंत्री भी रह चुके हैं। इसके बाद वर्ष 2002 से लेकर 2004 के बीच आडवाणी अटल बिहारी वाजपेयी के सरकार में भारत के सांतवें उप प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं।

भारतीय जनता पार्टी में लाल कृष्ण आडवाणी ही मात्र एक ऐसे नेता रहे, जिन्होंने वर्ष 1980 में पार्टी के गठन के बाद सबसे अधिक समय तक पार्टी अध्यक्ष का कार्यभार संभाला। लाल कृष्ण आडवाणी को देश में यात्राएं करने के लिए भी जाना जाता है। आडवाणी अपने पूरे जीवन में आधा दर्जन से ज्यादा रथ यात्राएं निकाल चुके हैं। जिनमें ‘राम रथ यात्रा’, ‘जनादेश यात्रा’, ‘स्वर्ण जयंती रथ यात्रा’, ‘भारत उदय यात्रा’ और ‘भारत सुरक्षा यात्रा’ ‘जनचेतना यात्रा’ प्रमुख हैं।
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Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।