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Armed Forces Flag Day

Armed Forces Flag Day क्यों मनाया जाता है, और आप कैसे दे सकते है सेना को दान

भारतीय सशस्त्र सेना झंडा दिवस (Indian Armed Forces Flag Day) सेना के जवानों के कल्याण हेतु मनाया जाता है। ये दिवस साल 1949 से मनाया जा रहा है।आज के लेख में हम जानेंगे कि यह दिवस की क्या मान्यता है ,और आप किस तरह सैन्य बल की शक्ति बढ़ाने में अपना योगदान दे सकते है।

 

 

सशस्त्र सेना झंडा दिवस (Armed Forces Flag Day) का इतिहास:-

साल 1949 से पूरे देश में 7 दिसंबर को सशस्त्र सेना झंडा दिवस (Armed Forces Flag Day) के रूप में मनाया जाता है।यह दिन उन शहीदों और सैनिकों का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है जिन्होंने बहादुरी से लड़ाई लड़ी और देश के लिए जान देने तक से कभी पीछे नहीं हटे।

28 अगस्त, 1949 को, भारत के तत्कालीन रक्षा मंत्री के अधीन एक समिति का गठन किया गया और 7 दिसंबर को प्रतिवर्ष झंडा दिवस मनाने का निर्णय लिया गया. साल 1993 में, भारत के रक्षा मंत्रालय ने सभी संबंधित कल्याणकारी निधियों, जैसे कि युद्ध पीड़ितों के लिए धन और केंद्रीय सैनिक बोर्ड निधि, को एक ही कोष, AFFDF में मिला दिया. जनता के बीच सांकेतिक झंडे और स्टिकर बांटकर इकट्ठा किया गया चंदा अब इसी कोष में जाता है।जिससे के सैनिक व उनके परिवार के हित में सहायता की जा सके।

 

 

यह करते है Armed Forces Flag Day दिवस वाले दिन:-

Armed Forces Flag Day

इस दिन धनराशि का संग्रह किया जाता है। यह धन लोगों को झंडे का एक स्टीकर देकर एकत्रित किया जाता है। गहरे लाल व नीले रंग के झंडे के स्टीकर की राशि निर्धारित होती है। लोग इस राशि को देकर स्टीकर खरीदते हैं और उसे पिन से अपने सीने पर लगाते हैं।

 

 

 

इसलिए दिए जाते है ,लाल और नीले रंग के झंडे,-

देशभर में सैन्य बलों के लिए गए धन संग्रह के बदले लाल, गहरे नीले और हल्के नीले रंग के झंडे दिए जाते हैं. ये तीनों रंग तीनों भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना का प्रतीक हैं।

 

 

आप भी  सेना ध्वज कोष में ऐसे कर सकते है योगदान-

Armed Forces Flag Day पर सशस्त्र बलों में योगदान देने के लिए, आप या तो ऑनलाइन योगदान कर सकते हैं या चेक या सीधे बैंक में जमा कर सकते हैं. इसके अलावा, आप   ऑनलाइन योगदान कर सकते हैंl

 

 

सशस्त्र झंडा दिवस पर एकत्रित की गई राशि का मुख्य उद्देश्य-

इस Armed Forces Flag Day का उद्देश्य भारतीय सशस्त्र बलों के सैनिकों के लिए धन संग्रह किया जाता है और उन्हें दिया जाता है और वह धन आयकर अधिनियम 1961 के अनुच्छेद 80 के तहत आयकर मुक्त होता है।

Armed Forces Flag Day पर एकत्रित  राशि का मुख्य उपयोग युद्ध के समय हुई जनहानि में सहयोग,सेना में कार्यरत कर्मियों के सहयोग व उनके परिवार के कल्याण में,सेवानिवृत्त कर्मियों व उनके परिवार के कल्याण में आदि कार्यो में उपयोग में लिया जाता है।

 

 

भारतीय सशस्त्र बलों का महत्व;-

आधुनिक भारत 7 देशों अर्थात् चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, म्यांमार और श्रीलंका के साथ अपनी सीमा साझा करता है। चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश के अलावा, भारत बाकी देशों के साथ समुद्री सीमा साझा करता है। इससे भारत में सशस्त्र बलों को बनाए रखने की आवश्यकता का पता चलता है। समकालीन युग में भारतीय रक्षा बलों के कार्य में बड़े पैमाने पर परिवर्तन हुए हैं। वर्तमान में, एक राष्ट्र की आर्थिक स्थिति काफी हद तक क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति और स्थिरता के रखरखाव पर निर्भर है। इसलिए, यह कहा जा सकता है कि भारतीय सशस्त्र बल किसी देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

 

 

जाने भारतीय सेना बलो के बारे में:-

-स्टिंगर लॉरेंस को भारतीय सेना के जनक के रूप में जाना जाता है।

-थलसेना, वायुसेना,नोसेना का मुख्यालय नई दिल्ली में है।

– भारत के प्रथम रक्षा मंत्री बलदेव सिंह थे।

– थलसेना को 7 कमानो में बांटा गया है। जहाँ दक्षिणी का मुख्यालय पुणे, मध्य का लखनऊ, पूर्वी का कोलकाता, उतरी का उधमपुर, पश्चमी का चंडीगढ़, दक्षिणी पश्चिमी का जयपुर तथा प्रशिक्षण कमान का मुख्यालय शिमला में है।

●तीनो सेनाओं का प्रमुख राष्ट्रपति होता है।

●भारत का सर्वोच्च वीरता पुरुस्कार परमवीर चक्र है। जिसके प्रथम विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा है।

● भारत का प्रथम टेंकरोधी प्रक्षेपात्र नाग है।

●भारत के वर्तमान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह है।

● भारतीय सेना की सबसे छोटी इकाई को सेक्शन कहा जाता है।

Lokendra Singh Tanwar
Auther at Hind Manch

लोकेन्द्र सिंह तंवर

आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं।

आप  The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।

By Lokendra Singh Tanwar

लोकेन्द्र सिंह तंवर

आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं। आप  The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।

4 thoughts on “Armed Forces Flag Day 2023: आज है भारतीय सशस्त्र सेना झंडा दिवस, जानिए क्यों खास होता है ये दिन”

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