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वीर बाल दिवस

वीर बाल दिवस: तिथि, विषय, इतिहास, महत्व और बहुत कुछ

वीर बल दिवस: हर साल 26 दिसंबर को 10वें गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादे बाबा फतेह सिंह और जोरावर सिंह की शहादत का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है।

●बलिदान की याद दिलाता है वीर बाल दिवस :-

साहिबजादा अजीत सिंह, साहिबजादा जुझार सिंह, साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह दसवें सिख गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी के चार पुत्र हैं।

गुरुजी और उनकी सेना पर मुगल सेना ने हमला कर दिया। आनंदपुर साहिब किला संघर्ष का प्रारंभिक बिंदु था। सरसा नदी के तट पर एक लंबी लड़ाई के बाद परिवार विभाजित हो गया। बाद में, नवाबों ने साहिबजादों को इस्लाम में परिवर्तित होने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया और सिख धर्म के प्रति अपने प्रेम की पुष्टि की। युवा लड़कों के इस निडर रवैये से मुगल सम्राट क्रोधित हो गया और परिणामस्वरूप, उन्हें तुरंत दीवारों के बीच दफन कर दिया गया।

और इतिहास में यह घटना बाद में साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह के सर्वोच्च बलिदान के रूप में अंकित हो गई।जिनके बलिदान की याद में आज वीर बाल दिवस मनाया जाता है।

👉🏻वीर बाल दिवस का महत्व :-

वीर बाल दिवस

वीर बाल दिवस खालसा के चार साहिबजादों के बलिदान को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है. अंतिम सिख गुरु गोबिंद सिंह के छोटे बच्चों ने अपने आस्था की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे. यह उनकी कहानियों को याद करने का भी दिन और यह जानने का भी दिन है कि कैसे उनकी निर्मम हत्या की गई- खासकर जोरावर और फतेह सिंह की. सरसा नदी के तट पर एक लड़ाई के दौरान दोनों साहिबजादे को मुगल सेना ने बंदी बना लिया था. इस्लाम धर्म कबूल नहीं करने पर उन्हें क्रमशः 8 और 5 साल की उम्र में कथित तौर पर जिंदा दफन कर दिया गया था।

●प्रधानमंत्री जी की घोषणा के साथ साल 2022 से मनाया जाने लगा वीर बाल दिवस:-

9 जनवरी, 2022 को श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के दिन प्रधानमंत्री ने यह घोषणा की थी कि 26 दिसंबर को श्री गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों- साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी की शहादत की स्‍मृति में ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। जब से प्रत्येक वर्ष 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाया जाता है।

●वीर बाल दिवस पर क्विज में भाग लेकर पा सकते है , आप प्रमाण पत्र :-

वीर बाल दिवस पर सरकार का माय गवर्मेंट पोर्टल क्विज आयोजित करता है । जहाँ आप वीर बाल दिवस संबंधित प्रश्नों के वैकल्पिक उत्तर देकर डिजिटल प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते है। क्विज में भाग लेने के लिए  क्लिक करें

👉🏻 जानिए सिक्ख धर्म का आधुनिक इतिहास :-

वीर बाल दिवस

18वीं और 19वीं शताब्दी में सिख धर्म का विकास जारी रहा, जिसमें कई सिख भारत और दुनिया के अन्य हिस्सों में चले गए। सिखों ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, और ना जाने कितने ज्ञात- अज्ञात स्वतन्त्र सेनानियो ने हंसते हुए, भारत कि आजादी के लिए अपने जीवन का बलिदान दे दिया । वीर भगत सिंह भी इन महान आत्माओं मे से एक थे, सम्पूर्ण भारतवर्ष आज भी भगत सिंह को अपने दिलों में जिन्दा रखता है ओर अपना आदर्श मानता है।

इसके विपरीत, 20वीं सदी में, सिख धर्म को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें खालिस्तान के रूप में जानी जाने वाली एक अलग सिख क्षेत्र की मांग भी शामिल थी। 1980 और 1990 के दशक में खालिस्तान की मांग ने पंजाब में हिंसा और आतंकवाद को जन्म दिया और प्रतिशोध में कई निर्दोष सिख मारे गए। सरकार विरोधी, ओर देश विरोधी परचम लहराए गये। खलिस्तान कि मांग, आग की लपटो में बदल गयी, जिसमें हजारों निर्दोष सिखों घर- परिवार उजड गयें।

आज, सिख धर्म दुनिया भर में फल-फूल रहा है, ओर आज भी यहां दूसरों की सेवा करने और एक सदाचारी जीवन जीने पर जोर दिया जाता है।

👉🏻 सिख धर्म के 5 ककार :-

●सिख धर्म के 5 ककार कंधा, कड़ा,किरपान,केश,कचछरा। यह एक पूर्ण सिख द्वारा धारण किए जाते है।सिख धर्म मे अमृत चखने वाले सिख को अमृतधारी सिख कहा जाता है।

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●स्टूडेंट कॉनर :- सिख धर्म संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न जो अक्सर प्रतियोगी परीक्षा में पूछे जाते है :-

1.सिखों के कुल कितने गुरु हुए थे- 10 गुरु
2.सिख धर्म की स्थापना किसने की- गुरु नानक
3.सिखों का आदि ग्रंथ किसने लिखा था- गुरु नानक
4.गुरुमुखी लिपि के जनक कौन थे- गुरु अंगद, दूसरे गुरु
5.सिखों के तीसरे गुरु कौन थे- गुरु अमर दास
6.धर्म प्रसार हेतु 22 राज्यों की स्थापना की- गुरु अमर दास
7.किस गुरु ने गोइंदवाल में अकबर से भेंट की थी- गुरु रामदास
9.1577 में अमृतसर की स्थापना किसने की- गुरु रामदास
10.सिखों के पांचवें गुरु थे कौन थे- गुरु अर्जुन देव

11.स्वर्ण मंदिर की नींव किसने रखी- गुरु अर्जुन देव
12.ग्रंथ साहिब किसने लिखा था- गुरु अर्जुन देव
13.गुरु अर्जुन देव की हत्या किसने करवाई- जहांगीर ने
14.सिखों के छठे गुरु कौन थे- गुरु हरगोविंद सिंह
15.अकाल तख्त की स्थापना किसने की थी- हरगोविंद सिंह
16.सिखों को सैनिक किसने बनाया था-हरगोविंद सिंह
17.सिखों के सातवें गुरु कौन थे- गुरु हरराय
18.मुगलों के युद्ध में भाग लिया- गुरु हरराय ने
19.सिखों के आठवें गुरु कौन थे- गुरु हरकिशन
20.अल्पअवस्था में किस गुरु की मृत्यु हो गई थी- गुरु हरकिशन

21.सिखों के 90 गुरु कौन थे- गुरु तेग बहादुर
22.इस्लाम कबूल करने पर किसने गुरु तेग बहादुर का सर कटवा दिया था- औरंगजेब ने
23.सीखो के अंतिम व दसवे गुरु कौन थे- गुरु गोविंद,1675-1708 तक
24.खालसा पंथ की स्थापना किसने की- गुरु गोविंद
25.सिखों का जफरनामा किसने लिखा था- गुरु गोविंद
26.सबसे अधिक लंबे समय तक सिक्खों के गुरु कौन रहे-गुरु गोविंद सिंह
27.सिखों के 5 ककार किसने आवश्यक घोषित किए-गुरु गोविंद सिंह
28.सिख गुरुओं के बाद सिखों का नेता कौन बना- बांन्दा
29.सिख नेता बांन्दा की हत्या किसने कराई थी- फर्रुखशियर ने
30.इतिहास में किसको घृणित कायर कहा गया था- फर्रूखशियर को

31.अबुल फजल की हत्या किसने की थी- वीर सिंह बुंदेला ने
32.शहीद भगत सिंह किस समुदाय से संबंधित है- सिख समुदाय से
33.प्रथम आंग्ल सिख युद्ध लड़ा गया, जिसके परिणाम स्वरूप पंजाब का कुछ हिस्सा अंग्रेजों द्वारा कब्जा लिया गया- 1845-1846 में,
34.दूसरा आंग्ल-सिख युद्ध कब लड़ा गया, जिसके परिणाम स्वरूप पूरा सिख राज्य अंग्रेजी सत्ता के हाथ में आ गया- 1848-1849 में,

35. सिख साम्राज्य की पहली महिला शासिका कौन थी-चांद कौर
36. बाद में, सिख साम्राज्य कितने प्रांतों में बट गया-चार प्रांतों में, मुल्तान, लाहौर, पेशावर, व कश्मीर
37. जलियांवाला बाग हत्याकांड में कितने सिख शहीद हुए- 309 सिख ( नोट-यह मात्र अखबारी आंकडें है)
38. भारत के एकमात्र से सिख प्रधानमंत्री- डॉ मनमोहन सिंह
39. भारत के सिख समुदाय से आने वाले राष्ट्रपति-ज्ञानी जैल सिंह
40. फ्लाइंग सिख के नाम से कौन जाना जाता हैैै-सरदार मिल्खा सिंह
41.सरबंसदानी’ (पूरे परिवार का दानी ) किस कहा जाता है- गुरू गोंविन्द सिंह
42. संत सिपाही किस सिख गुरू को कहा गया है- गुरू गोविन्द सिंह
42. हिन्द की चादर किसे कहा जाता है- गूरू तेग बहादुर

Lokendra Singh Tanwar
Auther at Hind Manch

लोकेन्द्र सिंह तंवर

आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं।

आप  The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।

By Lokendra Singh Tanwar

लोकेन्द्र सिंह तंवर

आप मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रहने वाले हैं। आपने उज्जैन के विक्रम विश्विद्यालय से पत्रकारिता मास कम्युनिकेशन में एम.ए किया है। इससे पूर्व में नईदुनिया अखबार में एक वर्ष इंटरशिप किया है। जागरण,शिप्रा संदेश, दस्तक,अक्षर विश्व, हरिभूमि जैसे अखबारों में ऑथर के रूप में काम किया है। आप लोगो से मिलने ,उनके बारे में जानने, उनका साक्षात्कार करने उनके जीवन की सकारात्मक कहानी लिखने का शोक रखते हैं। साथ ही कुछ प्रोग्राम से जुड़ कर यूथ डेवलपमेंट व कम्यूनिटी डेवलोपमेन्ट पर भी काम कर रहे हैं। आप  The Hind Manch में ऑथर के रूप में जुड़े हैं।

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