Deep Tech: सरकार ने डीप टेक स्टार्टअप या टेक स्टार्टअप जैसे काम के लिए 1 लाख करोड़ रुपये दिए जाने का फैसला लिया है जिसपर बहूत ही कम ब्याज दर के साथ या तो ब्याज मुक्त दर पर दिए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा इस Deep Tech की मदद से रक्षा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनने में ज्यादा मदद मिलेगी। चलिए समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर यह डीप टेक क्या है और इससे क्या मदद मिल सकती है?
विश्लेषण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी ने संसद में अंतरिम बजट पेश किया। जिसमे आयकर में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसके अतिरिक्त इस बजट में टेक और ऑटो सेक्टर के लिए भी कोई बड़ी घोषणा नहीं हुई है। वित्त मंत्री ने अपने दिये गए भाषण में जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान के नारे को लगते हुए नया नारा दिया जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान।
उन्होंने कहा कि बिजनेस और खेती में तकनीक से बहूत मदद मिल रही है जिसमे सरकार इसका सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है। निर्मला सीतारमण ने डीप टेक (Deep Tech) स्टार्टअप के लिए सरकारी खजाना खोलने का एलान कर दिया है।
वित्त मंत्री ने कहा कि डीप टेक स्टार्टअप या टेक स्टार्टअप जैसे काम के लिए 1 लाख करोड़ रुपये दिए जाने का फैसला लिया है जिसपर बहूत ही कम ब्याज दर के साथ या तो ब्याज मुक्त दर पर दिए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा इस डीप टेक की मदद से रक्षा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनने में ज्यादा मदद मिलेगी।
वित्त मंत्री ने इसमे क्या कहा?
वित्त मंत्री ने कहा, हमारे तकनीक में रुचि रखने वाले युवाओं के लिए यह एक स्वर्णिम युग होगा। जिसके लिए एक लाख करोड़ रुपये का बजट स्थापित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त डीप टेक स्टार्टअप को पचास वर्ष तक का ब्याज रहित ऋण मिलेगा। यह राशी लम्बे समय तक के लिए और बहूत ही कम या ब्याज रहित दरों के साथ दीर्घकालिक वित्तपोषण या पुनर्वित्त प्रदान करने के लिए होगा। इससे निजी क्षेत्रों सनराइज डोमेन के क्षेत्रों में अनुसंधान के छेत्र में और इनोवेशन को महत्वपूर्ण तरीके से बढ़ाने के लिए अग्रसर किया जाएगा। हमें ऐसे कार्यक्रमों की जरूरत है जो हमारे युवाओं और प्रौद्योगिकी की छमताओं को संयोजित कर सके। डीप टेक के लिए रक्षा क्षेत्र में भी मदद की जाएगी।
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Deep Tech कैसी टेक्नोलॉजी है?
Deep Tech को हमलोग बेहद ही आसान भाषा में गहन प्रौधिगिकी कह सकते हैं। डीप टेक के स्टार्टअप बहुत ही जटील भरी टेक्नोलॉजी पर काम करता हैं। डीप टेक को एडवांस टेक्नोलॉजी भी कह सकते है। डीप टेक में ब्लॉकचेन, रोबोटिक्स, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, जैव प्रौद्योगिकी और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे क्षेत्रों पर फोकस किया गया हैं।
एक्सक्लूसिव इनोवेशन जैसी चीज़ों को डीप टेक में को शामिल किया जाता है। डीप टेक के अधिकतर स्टार्टअप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग पर काम करने के लिए बनाए गए हैं। ब्लॉकचेन, वर्चुअल रियलिटी, आग्युमेंट रियलिटी, कंप्यूटर इमेजिंग इत्यादि जैसे छेत्रों को शामिल किया जा सकता है डीप टेक में ।
Deep Tech स्टार्टअप जिन प्रमुख क्षेत्रों में विकास कर रहे हैं उनमें एयरोस्पेस, रसायन विज्ञान, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), जीवन विज्ञान, स्वच्छ ऊर्जा और कृषि उद्योग शामिल हैं। फसलों की निगरानी रखने में भी डीप टेक का ही इस्तेमाल हो रहा है।
इसके अतिरिक्त किसी मरीज की लाइलाज बीमारी में मरीज की देखभाल के लिए भी इसका उपयोग होता है। एआई ड्रोन, एआई रोबोट जैसे उपकरण भी डीप टेक के ही उदाहरण हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में करीब 3,000 से अधिक Deep Tech स्टार्टअप होने का दावा किया गया है।

Deepak Maurya
दीपक कुमार मौर्य
आप उत्तर प्रदेश के गंज, सारनाथ, वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने सिक्किम मनिपाल विश्वविद्यालय दिल्ली से BCA किया है,आप टेक्नोलॉजी के बारे में जानना एक्सप्लोर करना और लिखने का शौक रखते हैं। आप HIND MANCH में Tech Writer के रूप में जुड़े हैं।