Ram mandir : रामनवमी पर होगी इस बार रिकॉर्ड तोड़ भीड़
अयोध्या में नव्य-भव्य Ram mandir में श्रद्धालुओं की भीड़ दिनोंदिन बढ़ रही है। आस्था का जनसैलाब हर दिन बढ़ता ही जा रहा है। अयोध्या में हर रोज करीब डेढ़ से दो लाख भक्त रामलला के दर्शन के लिए आ रहे हैं। बताते चलें कि Ram mandir में प्राण प्रतिष्ठा के 18 दिनों में करीब 40 लाख भक्त रामलला के दरबार में दर्शन-पूजन कर चुके हैं। ऐसे में एक अनुमान के अनुसार, आगामी राम नवमी को करीब एक करोड़ श्रद्धालु अयोध्या में रामलला के दर्शन करने आ सकते हैं। इसीलिए Ram mandir ट्रस्ट और स्थानीय प्रशासन भी आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यवस्थाओं में लग गया है।
दरअसल, अयोध्या में 550 वर्षो के बाद श्रीरामजन्मभूमि पर नव्य-दिव्य Ram mandir का निर्माण हुआ है। ऐसे में इस वर्ष रामनवमी यानी रामजन्मोत्सव पर देश के कोने-कोने से रामभक्तों का भाव और उमड़ने वाला है। सनातन धर्म में अपनी आस्था रखने वाला हर व्यक्ति इस बार की रामनवमी पर अयोध्या में अपनी मौजूदगी दर्ज कराना चाहेगा। इस वर्ष राममंदिर ट्रस्ट ही नहीं पूरे अयोध्या नगर में बाहर से आने वाले व्यक्तियों की संख्या बढ़ने वाली है।

हर व्यक्ति अयोध्या में अपने लिए पहले से ही होटल,लॉज, धर्मशाला की बुकिंग कर रहा है। हालांकि मन्दिर ट्रस्ट और स्थानीय प्रशासन की तरफ से भी बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधा का प्रबन्ध किया गया है। जिसमें रैन बसेरा, खान-पान की सुविधा, चिकित्सा, सुरक्षा जैसे बिंदुओं को लेकर तैयारियां जोरों पर है।
Ram mandir : दर्शन के लिए जुटेंगे एक करोड़ श्रद्धालु
बताते चलें कि अयोध्या में लगने वाला रामनवमी के अवसर पर एक बड़ा मेला लगता है। यह मेला अयोध्या में नौ दिनों तक चलता है। रामनवमी का मुख्य पर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामजन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष रामनवमी बेहद खास रहने वाली है, 17 अप्रैल को पड़ने वाली रामनवमी के दिन देश ही दुनिया के हर कोने से रामभक्त अयोध्या रामलला के दर्शन करने आने वाले हैं।
रामजन्मोत्सव चैत्र नवरात्र के साथ ही शुरू हो जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल जब राममंदिर का निर्माण हो रहा था, तब रामनवमी पर अयोध्या में अस्थाई मंदिर में रामलला के दर्शन करने के लिए करीब सवा दो लाख रामभक्तों ने दरबार में हाजिरी लगाई थी।

इसी कड़ी में नौ दिनों तक अयोध्या में कथा, प्रवचन समेत अन्य अनुष्ठानों का आयोजन भी किया जाता है। हालांकि, इस बार अयोध्या नगरी पूरी तरीके से बदल चुकी है। राममंदिर निर्माण होने से अयोध्या शहर में भी नवीनीकरण का काम हुआ है। अयोध्या में जहां सड़कों का चौड़ीकरण हुआ है वहीं सरयू नदी के किनारे घाटों को भी सजाया और साफ किया गया है।
बता दें कि राममंदिर निर्माण से पहले रामलला का दर्शन मार्ग संकरा था, अस्थायी मंदिर में सुविधाओं का अभाव था, गर्भगृह परिसर की क्षमता भी कम थी लेकिन अब सुविधाओं की भरमार है। 100 फीट चौड़ा राम जन्मभूमि पथ बन गया है। रामलला भव्य महल में विराजमान हो गए हैं। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि रामनवमी में करीब एक करोड़ अयोध्या पहुंच सकते हैं।
ऐसे में राममंदिर ट्रस्ट की तरफ से भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं का भी ध्यान रखा जा रहा है। इसी कड़ी में मंदिर ट्रस्ट की तरफ से श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा होने पर क्षीरेश्वरनाथ मंदिर के सामने स्थित राम जन्मभूमि के गेट नंबर तीन से श्रद्धालुओं की निकासी करने का निर्णय लिया गया है। 40 फीट चौड़ा यह यह मार्ग भी बनकर तैयार हो चुका है। पहले इस मार्ग का प्रयोग वीआईपी मूवमेंट के लिए होता था। साथ ही मंदिर परिसर के उत्तर दिशा में भी एक नया रास्ता बनाया जा रहा है। रेलवे स्टेशन से राम जन्मभूमि पथ को जोड़ने के लिए सुग्रीव पथ भी तैयार करने की योजना है।
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Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।