Rammandir रामलला के दर्शन के लिए उमड़ रही लाखों की भीड़
नवनिर्मित राम मंदिर में हर रोज आस्था के नए रिकॉर्ड तोड़े जा रहे हैं। सरयू तट के किनारे बसी रामनगरी अयोध्या पहले से कही ज्यादा चमक दमक रही है। सरयू का किनारा हो या रामजन्मभूमि की तरफ बढ़ते हुए कदम राम नाम के जयकारे पहले से कही ज्यादा सुनाई देते हैं। एक अनुमान के अनुसार, बीते 22 जनवरी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या करीब 3 से पांच गुना की बढ़ जाएगी, लेकिन वास्तविक हालात इससे उलट हैं।
यह संख्या करीब 10 गुनी तक पहुंच गई है। जी हां, आपको बता दें कि पहले की अपेक्षा अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में सीधे 10 गुने का इजाफा हुआ है। अयोध्या में Rammandir दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा तेजी से हुआ है। जिसके कारण अन्य धार्मिक स्थलों पर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या घटी है।

जानकारी के लिए बता दें कि नव्य-भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 25 लाख के पार हो चुकी है। यानी हर रोज करीब ढाई लाख या उससे अधिक की संख्या में श्रद्धालुओं की संख्या अपने आराध्य के दर्शन के लिए अयोध्या आ रही है। जहां प्राण प्रतिष्ठा से पहले यह संख्या 20 से 25 हजार थी। अयोध्या में बढ़ती हुई श्रद्धालुओं की संख्या Rammandir, सरयू तट, रामपथ और पूरी रामनगरी में इसका असर देखा जा सकता है।
Rammandir राममंदिर में टूट रहे हैं हर दिन रिकॉर्ड
बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा के दिन ही करीब 7 हजार लोगों ने रामलला के दर्शन करने का अवसर पाया था। लेकिन, 23 जनवरी से रामभक्तों का जो अयोध्या में जनसैलाब उमड़ा, वो अभी भी जारी है। अयोध्या में आस्था के आगे सारी व्यवस्था नतमस्तक हो गई। राममंदिर ट्रस्ट और स्थानीय प्रशासन के अनुमान के अनुसार, की अयोध्या आने वाले भक्तों की संख्या में आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या सामान्य हो जाएगी। लेकिन, ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा है , ये संख्या हर दिन का रिकॉर्ड तोड़ती हुई दिखाई दे रही है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद हर व्यक्ति अपने आराध्य का दर्शन जितनी जल्दी हो सके करना चाहता है।

दरअसल, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार के दिन Rammandir आने वाले श्रद्धालुओं के आने की संख्या अन्य दिनों की तुलना में कम देखी जाती है। लेकिन, इन दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या दो लाख तक पहुंच रही है। ऐसे में मंगलवार, शनिवार एवं रविवार को यह संख्या तीन लाख का आंकड़ा पार करेगी तो इसमें कोई हैरत की बात नहीं ही।

बताते चलें कि आने वाले दिनों में कई व्रत त्यौहार पड़ रहे हैं। जिनमें 24 फरवरी को माघ पूर्णिमा और 17 अप्रैल को रामनवमी प्रमुख हैं। इन पर्वों पर तो दर्शनार्थियों की संख्या पांच लाख से 10 लाख तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। Rammandir प्रशासन और स्थानीय प्रशासन आने वाले दिनों में भक्तों की संख्या को देखते हुए व्यवस्थाओं में जुटे हैं। अयोध्या आने वाला आस्था का यह महाकुंभ रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के माथे पर लकीर भी पैदा करने वाला है।
निकट भविष्य में अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में अभी और वृद्धि देखने को मिल सकती है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद से दूर-दराज के श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है। इनदिनों अयोध्या में एक छोटा भारत ही उमड़ रहा है। जिसमें दक्षिण भारत से भी आए श्रद्धालुओं की संख्या में कोई कमी नहीं है। जो उत्तर-दक्षिण की भौगोलिक-सांस्कृतिक एकता को भी बताता है। जानकार बताते हैं कि अभी जो श्रद्धालुओं की संख्या अयोध्या आ रही है। उसमें ज्यादातर दूर-दराज के लोग शामिल हैं। ऐसे में आसपास के लोगों की संख्या आने वाले दिनों में जब रामलला के दर्शन के लिए आएंगे, तो श्रद्धालुओं की संख्या एक नया इतिहास लिखेगी।

Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।