साइबर क्राइम (Cyber Crime) आजकल की एक बड़ी समस्या बन चुका है।
आधुनिक हो रही दुनिया में जितनी सुविधा है, उतनी ही दुविधा भी है। आपकी एक गलती आपको बड़ी मुसीबत में डाल सकती है। आजकल स्मार्ट फोन में कई सारी सुविधाएं हैं, जो यूजर के लिए फायदेमंद है। ऐसे में मोबाइल यूजर के लिए साइबर क्राइम (Cyber Crime) भी एक बड़ी समस्या बन चुका है। दरअसल, हम सभी लोग अपने मुख्य काम भी मोबाइल से करने लगे हैं।
मोबाइल बैंकिंग, फ़ोटो, वीडियो, ईमेल डेटा जैसी सुविधाएं मोबाइल में उपलब्ध हैं। ऐसे में हैकर्स बड़ी आसानी से यूजर को नुकसान पहुंचाते हैं। हैकर्स द्वारा किए गए इस काम को ही साइबर क्राइम (Cyber Crime) कहा जाता है। साइबर क्राइम (Cyber Crime) की दुनिया में जितनी सुऱक्षा बढ़ाई जा रही है, उतनी ही हैकर्स द्वारा इसे तोड़ने के तरीके भी बनाएं जा रहे हैं।
अब इसी कड़ी में साइबर हैकर्स द्वारा एक नया तरीका खोज है, जिससे ऑनलाइन यूजर का डेटा हैक किया जा सके। दरअसल, हैकर्स अब बिना किसी का गूगल एकाउंट पासवर्ड जानें भी यूजर का गूगल एकाउंट चेक कर सकते हैं। ऐसे में यूजर की निजी जानकारियां लीक होने का खतरा तेजी से बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। हैकर्स अब यूजर का पासवर्ड रीसेट करके भी गूगल एकाउंट यूज़ कर सकते हैं। आइए जानते हैं इस खतरे के बारे में:
साइबर क्राइम (Cyber Crime) से है कैसे खतरा
दरअसल, आजकल की आधुनिकता भरी दुनिया में लोगों की निजी जानकारियां लीक होने का खतरा तेजी से बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। आजकल सभी लोग अपनी सभी निजी जानकारियां और पासवर्ड गूगल एकाउंट में ही सेव रखते हैं। ऐसे में अगर बिना पासवर्ड के सभी जानकारियां हैकर्स चुराने में कामयाब होते हैं तो यह एक खतरे की घण्टी साबित हो सकती है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस तरह का मामला वर्ष 2023 में तब सामने आया, जब एक हैकर ने इसके बारे में एक सोशल मीडिया प्लेटफार्म ओर दी।

मिली जानकारी के अनुसार, कंपनिया यूजर को विज्ञापन और उनके एकाउंट को ट्रैक करने के लिए कुकीज का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में कुकीज में गड़बड़ी के कारण यूज़र्स के गूगल एकाउंट का पास वर्ड हैकर को मिल सकता है। ऐसे में यह कुकीज अब इंटरनेट यूजर के लिए खतरे का सबब बनता जा रहा है। जिससे साइबर क्राइम बढ़ने की संभावनाएं बढ़ गई है।
साइबर क्राइम पर गूगल ने क्या कहा
दरअसल, गूगल कुकीज की मदद से यूजर का पासवर्ड सेव करके रखता है, जिससे यूजर को दोबारा लॉगिन करने में कोई समस्या न हो। लेकिन हैकर्स ने टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को बायपास करने का तरीका ढूंढ लिया है.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ऐसा होने से हैकर्स यूजर द्वारा पासवर्ड को रीसेट करने के बाद भी उनका एकाउंट अपने हिसाब से चला सकते हैं। ऐसे में इस तरह की रिपोर्ट्स के सामने आना खतरे की घंटी हैं और गूगल की तकनीकी खामियों को अलर्ट कर रही हैं।

ऐसे में इस तरह के साइबर क्राइम को लेकर गूगल का बयान सामने आया है। गूगल के अनुसार, वो अपनी सिक्योरिटी सिस्टम को अपग्रेड कर रहे हैं, जिससे ऐसे ख़तरों से बचा जा सके। हम यूजर की डेटा सुरक्षा के लिए नई तकनीक का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। बताते चलें कि गूगल ने क्रोम ब्राउज़र के लिए कुकीज़ को ब्लॉक करने का भी ऐलान किया है, जिसका फायदा आने वाले कुछ दिनों में सभी यूजर्स को मिलना शुरू हो सकता है। ऐसे में आम यूजर को भी साइबर क्राइम से सतर्क रहने की जरूरत है।
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Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।
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