Maldives India Row मालदीव के पर्यटन विभाग ने भारत से मार्मिक अपील की है।
पीएम मोदी पर मालदीव (Maldives) के तीन मंत्रियों की अपमानजनक टिप्पणियों के बाद से भारत और मालदीव के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। जिसका असर मालदीव (Maldives) की अर्थव्यवस्था पर भी साफ दिखाई दे रहा है। मालदीव (Maldives) घूमने जाने वाले कई भारतीय पर्यटकों ने अपनी फ्लाइट बुकिंग कैंसिल कर दी थी। जानकारी के लिए बता दें मालदीव (Maldives) की अर्थव्यवस्था यहां के टूरिज्म सेक्टर पर सबसे ज्यादा निर्भर करती है। अब इसी कड़ी में भारत में मालदीव (Maldives) की तरफ से पहल हुई है। जिसमें मालदीव (Maldives) के पर्यटन विभाग ने भारत की ट्रैवल कंपनी EaseMyTrip से अपने प्लेटफॉर्म के माध्यम से फ्लाइट बुकिंग फिर से खोलने की अपील की है।
दरअसल, मालदीव (Maldives) चारों तरफ से समुंद्र से घिरा हुआ देश है, जहां कई सारे छोटे-बड़े द्वीप है। जहां भारत ही नहीं विदेश से भी पर्यटकों की संख्या अपनी छुट्टियां बिताने जाती है। लेकिन, अभी हाल ही में पीएम मोदी ने लक्षद्वीप का दौरा किया था, जिसमें उन्होंने भारतीयों को लक्षद्वीप में अपनी छुट्टियों को प्लान करने के लिए कहा था।

जिसके जवाब में लक्षद्वीप से सटे देश मालदीव (Maldives) सरकार के कुछ मंत्रियों ने पीएम मोदी पर अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया था। इसी मुद्दे पर अपनी नाराजगी जताते हुए कई भारतीयों ने अपनी बुकिंग तक कैंसिल करवा दी थी। जिसके एवज में अब मालदीव (Maldives) पर्यटन विभाग ने भारतीयों से मालदीव आने अपील की है। आइए बताते हैं कि मालदीव (Maldives) की अर्थव्यवस्था में भारतीय पर्यटकों का क्या महत्व है
मालदीव (Maldives) पर्यटन विभाग की अपील
दरअसल, मालदीव (Maldives) एसोसिएशन ऑफ टूर एंड ट्रैवल ऑपरेटर्स (MATATO) ने भारतीय टूर एंड ट्रैवेल कंपनी EaseMyTrip से “अफसोसजनक” टिप्पणियों पर ध्यान न देने की अपील की है। जिसमें कहा गया है कि भारतीयों के लिए आम मालदीव (Maldives) नागरिकों की कोई भी दुर्भावना नहीं है। भारतीय टूर एंड ट्रैवेल कंपनी EaseMyTrip के सीईओ निशांत पिट्टी को संबोधित बयान में मालदीव (Maldives) की अर्थव्यवस्था के लिए भारतीय पर्यटकों के महत्व को भी बताया गया है। जानकारी के लिए बता दें कि कोरोना के बाद से मालदीव (Maldives) भारतीय पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है।

ऐसे में मालदीव (Maldives) ने भारतीय टूर एंड ट्रैवेल कंपनी EaseMyTrip के माध्यम से भारतीयों को साझा करते हुए कहा है- “मालदीव (Maldives) और भारत के बीच संबंधों को परिभाषित करने वाली स्थायी दोस्ती और साझेदारी के लिए अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करते हुए, हम चाहते हैं कि आप ये जानें कि हमारे देशों को जोड़ने वाले बंधन राजनीति से ऊपर हैं। हम अपने भारतीय समकक्षों को… प्रिय भाइयों और बहनों के रूप में मानते हैं।”

इसी कड़ी में मालदीव (Maldives) ने बताया कि मालदीव (Maldives) की जीवनधारा पर्यटन है। पर्यटन हमारे सकल घरेलू उत्पाद में दो-तिहाई से अधिक का योगदान देता है। मालदीव में करीब 44,000 लोगों की आजीविका पर्यटन पर ही आधारित है। यदि पर्यटन की अर्थव्यवस्था में गिरावट होगी तो यह देश की मुख्य अर्थव्यवस्था पर भी असर डालेगा। पीएम मोदी के इस दौरे से निश्चित ही मालदीव के पर्यटन को भारी नुकसान पहुंचाया है।
“मालदीव (Maldives) पर्यटन मंत्रालय के मुताबिक, पिछले साल दो लाख से ज्यादा भारतीयों ने मालदीव (Maldives) का दौरा किया, और पिछले दो सालों में 4.5 लाख से ज्यादा लोग मालदीव (Maldives) पहुंचे। कोरोना महामारी के दौरान मालदीव (Maldives) भी उन देशों में शामिल था, जो पर्यटकों के लिए खुला था। उस समय करीब 63,000 भारतीय मालदीव (Maldives) घूमने पहुंचे थे।
इसी के साथ मालदीव (Maldives) पर्यटन विभाग ने यह भी कहा कि “घृणित टिप्पणियों से दोनों देशों के नागरिकों को बचने की अपील की है। MATATO का बयान मालदीव एसोसिएशन ऑफ टूरिज्म इंडस्ट्री या MATI के बयान को फॉलो करता है, जिसने पीएम मोदी पर “अपमानजनक टिप्पणियों” की निंदा की थी।
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Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।