UP Budget 2024 : योगी सरकार धार्मिक पर्यटन को देगी बढ़ावा
योगी सरकार ने अपना बजट पेश कर दिया है। जिसमें अन्य क्षेत्रों के विकास के साथ सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने जा रही है। जिससे प्रदेश में रोजगार और अर्थव्यवस्था दोनों ही तेजी के साथ बढ़े। दरअसल, बताते चलें कि इस वर्ष की शुरुआत में अयोध्या में नव्य-दिव्य राममंदिर बनने के बाद उम्मीद से ज्यादा लोग रामनगरी अयोध्या पहुंचे। जिससे प्रदेश में धर्म-कर्म के साथ धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने UP Budget 2024 में कई एलान किए हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि यूपी में वर्ष-2023 में जनवरी से अक्टूबर तक करीब 37 करोड़ 90 लाख से अधिक पर्यटक यूपी को देखने आए। इन पर्यटकों में जहां देशी पर्यटकों की संख्या लगभग 37 करोड़ 77 लाख वहीं विदेशी पर्यटकों की संख्या लगभग 13 लाख 43 हजार है। ऐसे में सरकार पर्यटन के क्षेत्र को भी बढ़ावा देकर, रोजगार के नए विकल्प तलाशने की कोशिश कर रही है। दरअसल, योगी सरकार यूपी में पर्यटन को अर्थव्यवस्था का हिस्सा मानते हुए, धार्मिक पर्यटन पर विशेष ध्यान दे रही है।

रामनगरी अयोध्या में हर वर्ष मनाया जाने वाला दीपोत्सव भी वर्ष 2023 में बड़े ही बड़े स्तर पर मनाया गया था। इस बार दीवाली में राम की पैड़ी पर 22 लाख 23 हजार दीप जलाकर गिनीज वल्र्ड रिकार्ड बनाया गया। उत्तर प्रदेश में कई ऐसे जिले हैं, जो किसी न किसी रूप से धर्म से जुड़े हुए हैं। इन जिलों में हिंदू धर्म से जुड़े कई देवी देवताओं के प्रमुख मंदिर हैं।

जिनमें अयोधया में नवनिर्मित राममंदिर भी प्रमुख है। इन शहरों में अयोध्या, वाराणसी, चित्रकूट, लखनऊ, विन्ध्याचल, प्रयागराज, नैमिषारण्य, गोरखपुर, मथुरा, बटेश्वर धाम, गढ़मुक्तेश्वर, शुकतीर्थ धाम, माँ शाकुम्भरी देवी, सारनाथ एवं अन्य महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है जहां विकास एवं सौन्दर्यीकरण के कार्य कराये जा रहे हैं। ‘‘मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना‘‘ के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में एक पर्यटन स्थल को विकसित किए जाने की योजना है।
UP Budget 2024 : यूपी में धार्मिक पर्यटन के अवसर
सदन में UP Budget 2024 पेश करने के दौरान वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि मिर्जापुर जिले में मां विन्ध्यवासिनी मंदिर, मां अष्टभुजा मंदिर, मां कालीखोह मंदिर को जोड़ने वाले त्रिकोण मार्गो में आने वाले परिक्रमा मार्गो एवं जनसुविधाओं के लिए निर्माण चल रहा है। धर्मनगरी प्रयागराज में आयोजित महाकुम्भ, 2025 को ध्यान में रखते हुए विकास कार्यों के लिए 100 करोड़ रुपये की बजट व्यवस्था प्रस्तावित है।

निषाद राज गुहा सांस्कृतिक केन्द्र, श्रृंगवेरपुर की स्थापना हेतु 14.68 करोड़ रुपये, जनपद आजमगढ़ के हरिहरपुर में संगीत महाविद्यालय की स्थापना हेतु 11.79 करोड़ रुपये तथा महर्षि वाल्मीकि सांस्कृतिक केन्द्र चित्रकूट की स्थापना हेतु 10.53 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है। अन्तर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान अयोध्या हेतु 10 करोड़ रुपये प्रस्तावित है।

बता दें कि यूपी में योगी सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विशेष बजट की घोषणा की है। यूपी में कई पर्यटन शहरों और स्थलों को विकसित करने की सरकार की योजना है। इसके लिए धन का आवंटन किया गया है। खन्ना ने कहा कि श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर से गंगा नदी तक के मार्ग के विस्तारीकरण/सौन्दर्यीकरण के पश्चात श्रद्धालुओं की संख्या में 4 से 5 गुना वृद्धि हुई है। जनपद अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य के दृष्टिगत पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं की संख्या में सम्भावित वृद्धि के दृष्टिगत 03 पहुंच मार्गों का चैड़ीकरण/सौन्दर्यीकरण का कार्य एवं 6 स्थानों पर पार्किग तथा जन सुविधाओं का विकास कार्य किया जा रहा है।

ऐसे में निश्चित तौर पर योगी सरकार आने वाले समय में प्रदेश में पर्यटन को लेकर कई नए कार्य करवाने वाली है। वहीं छोटे-छोटे ऐसे शहर महत्वपूर्णजहां धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल हैं। उनको भी विकसित करके प्रदेश सहित देश के अन्य जगहों से भी पर्यटकों को आमंत्रित करने का काम करने जा रही है।
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Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।