Google’s big action : इन एप्स को करते हैं लाखों लोग यूज़
Google ने प्ले स्टोर से दस भारतीय एप को हटा दिए हैं। इसके पीछे गूगल का कहना है कि शुल्क विवाद के चलते यह कार्रवाई की गई है। Google ने अपने बयान में कहा डेवलपर्स द्वारा बिलिंग पॉलिसी को लेकर कई बार इन्हें चेतावनी दी गई फिर भी उसको न मानने की वजह से इन एप्स को प्ले स्टोर से हटाने की कार्रवाई हुई है। Google ने जिन एप्स को लेकर कार्रवाई की उनमे Bharat Matrimony, Shaadi.com, Matrimony.com, Kuku FM, QuackQuack, Stage, Alt Balaji’s (Altt), Naukri.com, 99acres जैसे एप्स को प्ले स्टोर से हटाने की कार्रवाई हुई है।
गूगल ने बताया कि गूगल प्ले-स्टोर का इस्तेमाल दो लाख से ज्यादा भारतीय डेवलपर्स कर रहे हैं जिनके एप्स प्ले-स्टोर पर उपलब्ध हैं। गूगल ने कहा की सभी डेवलपर्स के लिए हमारी एक ही पॉलिसी है, जबकि कुछ डेवलपर्स लगातार इसकी अवहेलना कर रहे हैं, और यहाँ तक कि जिन एप्स को प्ले-स्टोर से हटाया गया है।
वे दूसरे एप-स्टोर की पॉलिसी का तो अनुसरण कर रहे हैं लेकिन गूगल की पॉलिसी को नहीं मान रहे है। गूगल के अनुसार शुल्क विवाद लंबे समय से चलता आ रहा है, और उसने इसे लेकर इन एप्स को तीन साल का समय भी दिया था। इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में भी ले गए थे लेकिन बीते 9 फरवरी 2024 को सुप्रीम कोर्ट द्वारा इसमे दखल देने से इनकार कर दिया गया।
Google : गूगल ने दिए इन एप्स को विकल्प
Google ने इस चल रहे विवाद को लेकर विकल्प दिया और कहा कि गूगल प्ले-स्टोर के अलावा डेवलपर्स अपने पेड कंटेंट के लिए खुद अपनी साइट से या फिर किसी अन्य एप स्टोर से पेमेंट ले सकते हैं। लेकिन, यदि गूगल प्ले-स्टोर पर पेड सर्विस का एप है तो उन्हे गूगल को इसके पैसे देने होंगे।
Google के द्वारा कि गई इस कार्यवाई को लेकर भारत सरकार ने कहा कि भारतीय एप्स को स्टोर से हटाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस विवाद को लेकर अगले सप्ताह भारत सरकार द्वारा एक बैठक बुलाई गई है जिसमें टेक और स्टार्टअप्स कंपनियां सम्मिलित होंगी।
Google के द्वारा प्ले-स्टोर से 10 भारतीय एप्स को हटाये जाने के बाद एक नया विवाद शुरू हो गया है।

कंपनियों ने Google की इस करवाई को तानाशाही बताया जिनके एप्स गूगल ने हटाए है। अब भारत सरकार ने अपना रूख साझा किया और कहा Google को भारतीय एप्स को स्टोर से हटाने जैसी कार्यवाई की अनुमति नहीं है। अब इस विवाद को लेकर अगले सप्ताह के सोमवार को भारत सरकार द्वारा एक बैठक बुलाई गई है जिसमें टेक और स्टार्टअप्स कंपनियां सम्मिलित होंगी।
आईटी और टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने PTI को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि स्टार्टअप इकोसिस्टम भारतीय इकोनॉमी के लिए एक महत्वपूर्ण अंग है। किसी बड़ी टेक कंपनी पर जिसके भविष्य का फैसला नहीं छोड़ा जा सकता। इस मुद्दे पर वैष्णव ने आगे बताते हुये कहा कि इसे लेकर हमारी पॉलिसी बहुत स्पष्ट है। जिसमे हमारे स्टार्टअप को जिस भी सुरक्षा और मदद की जरूरत है, वो उन्हें दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि गूगल और एप डेवलपर्स के साथ अगले सप्ताह सरकार एक बैठक करेगी और मामले की गंभीरता को समझते हुये इसका निवारण किया जाएगा। आईटी और टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “हमने पहले ही Google को इसके लिए संपर्क कर दिया है। और उन एप डेवलपर्स को भी इसके लिए संपर्क किया है, जिन्हें हटा दिया गया है। हम उनसे अगले हफ्ते मिलकर इस पूरे मुद्दे को सुलझाएँगे और google को अभी इन ऐप को हटाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके लिए पूरी तरह हमारी पालिसी एकदम साफ है, जिसे लेकर हम निश्चिंत है।
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Deepak Maurya
दीपक कुमार मौर्य
आप उत्तर प्रदेश के गंज, सारनाथ, वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने सिक्किम मनिपाल विश्वविद्यालय दिल्ली से BCA किया है,आप टेक्नोलॉजी के बारे में जानना एक्सप्लोर करना और लिखने का शौक रखते हैं। आप HIND MANCH में Tech Writer के रूप में जुड़े हैं।