लक्ष्य (Resolution), किसी भी सफल इंसान की पहली सोच होती है।
कोई भी व्यक्ति सफल होने के लिए सबसे पहले एक लक्ष्य (Resolution) को तय करता है, इसके बाद वो उस लक्ष्य को पाने के लिए मेहनत करता है। हालांकि, सभी हर व्यक्ति अपने सोचे हुए लक्ष्य (Resolution) को प्राप्त करें, ऐसा भी संभव नहीं हो पाता है। लक्ष्य (Resolution) छोटा हो या बड़ा हर इंसान तय तो करता है, लेकिन उसे पाने के लिए उस मेहनत को नहीं कर पाता। जिससे वो लक्ष्य (Resolution) तक पहुंच पाए। ऐसे में बहुत कम ही लोग होते हैं, जो अपने सोचे हुए लक्ष्य (Resolution) तक पहुंच पाते हैं। आखिर वो ऐसा क्या करते हैं जो दुसर्व व्यक्ति नहीं कर पाते हैं।
कुछ ही घंटों में साल 2023 की विदाई हो जाएगी। नव वर्ष 2024 का आगमन हो जाएगा। ऐसे में हम अपने लिए नए साल पर कई लक्ष्य (Resolution) तय करते हैं, और नए जीवन की शुरुआत करते हैं। इसी उम्मीद में की बीते हुए साल से आने वाला साल बेहतर रहेगा। व्यक्ति घर, दफ्तर, स्वास्थ्य, कामकाज,नौकरी,व्यापार में नए-नए लक्ष्य (Resolution) तय करते हैं। साल के शुरुआत में तो सब कुछ सही होता है। व्यक्ति तय हुए लक्ष्य (Resolution) के लिए पूरे जोश के साथ मेहनत करता है, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता जाता है, ये जोश भी ठंडा पड़ता जाता है। आइए जानते हैं कि तय किए हुए लक्ष्य (Resolution) को कैसे हासिल करें:
लक्ष्य (Resolution) के लिए धैर्य बनाए रखें
ये तो हम सभी जानते हैं कि कोई भी काम जल्दी में नहीं होता है। हर चीज अपने तय समय से ही पूरी होती है। लक्ष्य (Resolution) को पाने का सही सूत्र है कि अपनी क्षमता के अनुसार ही लक्ष्य (Resolution) को तय करें। कुछ ऐसा न सोच लें कि आप उसे पाने के लिए किसी तनाव का शिकार हो जाए। कुछ लोग मुश्किल लक्ष्य (Resolution) तय कर लेते हैं और जब पूरा नहीं होता तो निराश हो जाते हैं। इसीलिए धैर्य के साथ धीरे-धीरे काम करते रहिए, क्योंकि धैर्य की कमी तय किए लक्ष्य (Resolution) से दूरी बना देती है।

लक्ष्य (Resolution) के लिए कोई योजना न बनाना
कई लोग लक्ष्य (Resolution) तो तय करते हैं लेकिन उन्हें नहीं पता होता कि इसे पाया कैसे जाएगा। इस लक्ष्य (Resolution) तक पहुंचने के लिए कैसे और कितनी मेहनत की जाएगी। उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति यदि तय करता है कि उसे नए साल पर अपनी फिटनेस पर ध्यान देना है तो जरूरी है कि उसे पता हो कि सही डाइट, सही एक्सरसाइज, हेल्थी डेली रूटीन को कैसे मैनेज करना है। इसके लिए वो किसी एक्सपर्ट से भी सलाह ले सकता है, लेकिन यदि उसे इसके विषय में जानकारी नहीं है तो हो सकता है कि वो अपने लक्ष्य (Resolution) को न पा सके।

लक्ष्य (Resolution) के प्रति इच्छाशक्ति की कमी
कई बार व्यक्ति देखा देखी में कोई भी लक्ष्य (Resolution) चुन लेता है। कभी-कभी दबाव में भी लक्ष्य (Resolution) को चुन लिया जाता है। पहले खुद से बात करें कि क्या वह इस लक्ष्य (Resolution) को पूरा कर सकता है। अक्सर ऐसा देखा जाता है कि व्यक्ति किसी को देखकर या दबाव में आकर कुछ भी लक्ष्य (Resolution) तय कर लेते हैं।
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Rajesh Mishra
राजेश मिश्रा
आप उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। आपने राजकीय पॉलीटेक्निक, लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। आप ऐतिहासिक जगहों पर घूमना और उनके बारे में जानने और लिखने का शौक रखते हैं।
आप THE HIND MANCH में लेखक के रूप में जुड़े हैं।